क्रिप्टो के इस्तेमाल में वियतनाम नंबर 1, अमेरिका 5वें स्थान पर
हाल ही में बीते 14 सितंबर को Chainalysis ने साल 2022 में ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी एडॉप्शन (Global Cryptocurrency Adoption for 2022) पर एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, वियतनाम में क्रिप्टोकरेंसी को सबसे ज्यादा अपनाया गया है, यानि कि यह क्रिप्टो को अपनाने में पहले स्थान पर है. फिलीपींस और यूक्रेन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. और संयुक्त राज्य अमेरिका पांचवें स्थान पर रहा है.
सर्वे के अनुसार, उभरते देशों ने इस वर्ष क्रिप्टोकरेंसी अपनाने की इंडेक्स में अपना दबदबा बनाए रखा. ठीक एक साल पहले भी इन्हीं देशों ने बाज़ी मारी थी. वियतनाम, फिलीपींस, यूक्रेन, भारत और पाकिस्तान को विश्व बैंक द्वारा निम्न-मध्यम आय वाले देशों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. दूसरी ओर, उच्च-मध्यम आय वाले देशों में चीन, ब्राजील, थाईलैंड, और रूस शामिल हैं.
टॉप 10 में, उच्च आय वाला एकमात्र राष्ट्र संयुक्त राज्य अमेरिका है. वियतनाम इस वर्ष लगातार दूसरे वर्ष क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने के लिए लीडरबोर्ड में सबसे ऊपर है. 2020 में, संयुक्त राज्य अमेरिका को छठे, फिर आठवें, फिर पांचवें स्थान पर रखा गया था. Cryptoslate की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका लिस्ट में बीच में अपनी जगह बनाए हुए है और इस तरह के हाई एडॉप्शन वाले एकमात्र हाई इनकम वाले देश के रूप में खड़ा है, हालांकि 2020 से 2021 तक रैंकिंग में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
चीन पिछले साल 13वें स्थान पर रहने के बाद इस साल टॉप 10 में पहुंचने में सफल रहा. सर्वे के अनुसार, चीन केंद्रीकृत सेवाओं में विशेष रूप से अच्छा है, जिसने क्रिप्टोकरेंसी अपनाने में वृद्धि की है.
रिपोर्ट की एडॉप्शन रेट एक और उल्लेखनीय पहलू था. बीयर बाजार ने आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी को अपनाना धीमा कर दिया है, लेकिन यह प्री-बुल मार्केट स्तर से ऊपर रहने में कामयाब रहा है.
यह रैंकिंग क्रिप्टो के लेनदेन के आधार पर दी गई है. यह क्रिप्टो से क्रिप्टो की खरीदी, रिटेल में क्रिप्टो के इस्तेमाल और बिल भुगतान आदि में क्रिप्टो के इस्तेमाल के आधार पर तैयार की गई है.
आपको बता दें कि अल सल्वाडोर सरकार ने 9 जून 2021 को देश में बिटकॉइन को लीगल टेंडर घोषित किया था. इसका इस्तेमाल अल-सल्वाडोर की आधिकारिक मुद्रा अमेरिकी डॉलर के साथ किया जाता है. राष्ट्रपति नायब बुकेले के मुताबिक बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा बनाने से विदेशों में रहने वाले सल्वाडोर के नागरिकों के लिए घर पर पैसे भेजना आसान हुआ है. हालांकि, विश्व बैंक और आईएमएफ ने इसका विरोध किया था और लीगल टेंडर के रूप में बिटकॉइन का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दी थी.