मज़दूर के बेटे ने पहले प्रयास में ही पास की UPSC परीक्षा, देश में मिला 8वां स्थान
महाराष्ट्र के सोलापुर में एक मज़दूर के बेटे शरण गोपीनाथ कांबले ने पहले प्रयास में UPSC की परीक्षा पास की, और अपने आर्थिक संघर्ष के बावजूद देशभर में 8 वां स्थान हासिल किया।
साल 2020 सभी के लिए बेहद मुश्किलों भरा रहा, इस बीच हमने उदारता और अस्तित्व की कई कहानियां भी देखी। प्रेरक कहानियों की सूची में हाल ही में महाराष्ट्र के एक मज़दूर के बेटे शरण गोपीनाथ कांबले का नाम जुड़ा है, जिन्होंने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास की।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोलापुर जिले के बरसी तालुक के रहने वाले शरण ने परीक्षा में 8 वां स्थान हासिल किया। उनके जिले के लोगों ने शरण की जीत पर खुशी जताई है।
द लॉजिकल इंडियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, शरण ने बताया, सफलता की राह काफी उतार-चढ़ाव वाली थी। उनका परिवार जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा था। जबकि उनके पिता, गोपीनाथ कांबले, एक खेत में काम करते हैं, उनकी माँ, सुदामती, जीविका के लिए सब्जियाँ बेचती हैं।
अपने वित्तीय संघर्षों के कारण, शरण का परिवार एक वक्त का भोजन भी नहीं ले पा रहा था, जिसके बावजूद, उन्होंने शरण को पढ़ाई और कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
गोपीनाथ कांबले ने इंडिया टुडे से कहा,
"मुझे नहीं पता कि मेरे बेटे ने क्या हासिल किया है, लेकिन मुझे पता है कि उसने जो कुछ भी किया है, उसने उसे मास्टर बना दिया है।"
शरण के बड़े भाई ने हाल ही में बीटेक की पढ़ाई पूरी की, और अब वह नौकरी कर रहे हैं और अपने परिवार की मदद कर रहे हैं। इससे शरण को बिना किसी अतिरिक्त बाधा के अपनी पढ़ाई आगे बढ़ाने में मदद मिली।
खबरों के अनुसार, शरण ने 2018 में बैंगलोर में भारतीय विज्ञान संस्थान से एम. टेक पूरा किया। अपनी मास्टर्स की पढ़ाई को पूरा करने के बाद, उन्हें एक निजी फर्म में प्रति वर्ष 20 लाख रुपये की उच्च-भुगतान वाली नौकरी की पेशकश की गई, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए यूपीएससी की परीक्षा पर ध्यान केंद्रित किया।