Hindustan Unilever की 19.8 फीसदी हिस्सेदारी वाली Wellbeing Nutrition ने जुटाई 85 करोड़ रुपये की फंडिंग
साइंस समर्थित ऑल नेचुरल D2C न्यूट्रिशन कंपनी वेलबीइंग न्यूट्रिशन (Nutritionalab Pvt. Ltd.) ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) और फायरसाइड वेंचर्स के नेतृत्व में सीरीज-बी फंडिंग राउंड में 85 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है.
साइंस समर्थित ऑल नेचुरल D2C न्यूट्रिशन कंपनी
(Nutritionalab Pvt. Ltd.) ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) और फायरसाइड वेंचर्स के नेतृत्व में सीरीज-बी फंडिंग राउंड में 85 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है.2019 में स्थापित, वेलबीइंग न्यूट्रिशन ने हेल्थ और वेलबीइंग में साइंस-समर्थित, लाभ-आधारित स्वच्छ उत्पादों को बनाया है. इसकी उत्पाद श्रेणी में मेल्ट्स (ओरल थिन स्ट्रिप्स), स्लो (ऑयल टेक्नोलॉजी में बीडलेट के साथ स्लो-रिलीज़ 2-इन-1 कैप्सूल), सुंदरता के लिए कोरियन मरीन कोलेजन पेप्टाइड्स, पाचन के लिए डेली फाइबर, और फिटनेस और रोजमर्रा के स्वास्थ्य के लिए वेगन प्रोटीन शामिल हैं. उनकी D2C और डिजिटल मार्केटप्लेस में उपस्थिति है और वे ऑफलाइन रिटेल चैनलों में 5000 से अधिक रिटेल टचप्वाइंट तक विस्तार कर रहे हैं.
अवनीश छाबड़िया और सौरभ कपूर के नेतृत्व वाली वर्तमान वेलबीइंग न्यूट्रिशन टीम कारोबार के सभी कामों को संचालित करना जारी रखेगी. बोर्ड में एचयूएल और फायरसाइड वेंचर्स का प्रतिनिधित्व होगा.
पिछले 1 साल में, FY19 और FY22 के बीच रेवेन्यू 201 फीसदी CAGR बढ़ा. वेलबीइंग न्यूट्रिशन ने पूरे भारत में 3000 से अधिक स्टोरों में परिचालन बढ़ाया है. नई फंडिंग के साथ, उनका लक्ष्य उत्पाद श्रेणियों को लॉन्च करना और उनका विस्तार करना, एक सीनियर मैनेजमेंट टीम का निर्माण करना और अपने एक्सपर्ट चैनल नेटवर्क को मजबूत करना है. इसके साथ ही वे ग्रोथ के लिए अपने अनुसंधान एवं विकास को मजबूत करेंगे.
कुछ दिन पहले ही, तेल, साबुन और शैंपू जैसे दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने वेलबीइंग न्यूट्रिशन में 19.8 प्रतिशत अधिग्रहण करने की घोषणा की थी. यह सौदा 335 करोड़ रुपये का है. कंपनी 70 करोड़ रुपये में न्यूट्रिशनलैब प्राइवेट लिमिटेड (वेलबीइंग न्यूट्रिशन) में 19.8 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण करने की घोषणा की है।
भारत में स्वास्थ्य और सेहतमंद पोषण खंड एक तेजी से विकसित होने वाली श्रेणी है. यूरोमॉनिटर आंकड़े के अनुसार, इसका कुल संभावित बाजार आकार 30,000 करोड़ रुपये का है.
Edited by Vishal Jaiswal