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फिनटेक स्टार्टअप Uni Cards ने क्यों सस्पेंड की अपनी सेवाएं?

फिनटेक स्टार्टअप Uni Cards ने क्यों सस्पेंड की अपनी सेवाएं?

Friday August 19, 2022 , 4 min Read

फिनटेक स्टार्टअप Uni Cardsने शुक्रवार को कहा कि वह हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा लाए गए डिजिटल लोन दिशानिर्देशों के परिणामस्वरूप अपने प्रोडक्ट्स - Uni Pay 1/3rd और Uni Pay 1/2 - पर कार्ड सेवाओं को निलंबित कर रहा है. ये दिशानिर्देश डिजिटल लोन देने के तरीकों के मानदंडों को और भी सख्त बनाते हैं.

कंपनी ने कहा, "यह प्रक्रिया आज से शुरू होने वाले हमारे ग्राहकों के लिए चरणों में शुरू होगी और सोमवार तक समाप्त हो जाएगी."

यूनी कार्ड्स ने अपने ग्राहक की ऑनबोर्डिंग रोक दी थी जब केंद्रीय बैंक ने जून में एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स (PPIs) को क्रेडिट लाइनों से लोड नहीं किया जा सकता है.

अपने डिजिटल लेंडिंग दिशानिर्देशों में, आरबीआई ने अनिवार्य किया है कि सभी लोन डिस्बर्समेंट्स और रिपेमेंट्स केवल उधारकर्ता (borrower) और विनियमित इकाई के बैंक खाते के बीच पूरे किए जाने की आवश्यकता है. सभी डिजिटल लोन्स को केवल विनियमित संस्थाओं के बैंक खातों के माध्यम से चुकाया जाना चाहिए. बिना लोन सर्विस प्रोवाइडर्स (LSPs) या किसी थर्ड-पार्टी पास के जरिए ये संभव नहीं हो पाएगा.

Uni Cards के फाउंडर और सीईओ नितिन गुप्ता ने कहा, “हम सोमवार तक चरणों में अपनी कार्ड सेवाओं को सक्रिय रूप से निलंबित कर रहे हैं. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि यूनी कार्ड का उपयोग शुल्क भुगतान, चिकित्सा बिल और आपात स्थिति जैसी तत्काल जरूरतों के लिए किया जाता है, हमने सुनिश्चित किया है कि हमारे प्रत्येक ग्राहक को Uni Cash के माध्यम से अपनी क्रेडिट लाइन तक पहुंच प्राप्त होगी."

यूनी कैश एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे ग्राहक के बैंक खाते में तुरंत क्रेडिट लाइन ट्रांसफर करने के लिए बनाया गया है. कंपनी ने कहा कि वह 21 सितंबर तक यूनी कैश पर शून्य-शुल्क आंशिक सीमा (free partial limit) बढ़ा रही है, यह देखते हुए कि बड़ी संख्या में ग्राहक अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए यूनी कार्ड पर निर्भर हैं.

गुप्ता ने आगे कहा, “मुफ्त आंशिक सीमा सक्षम होने के साथ, हमारे ग्राहकों को अपने फंड का उपयोग करते समय किसी भी व्यवधान का सामना नहीं करना पड़ेगा. हम वास्तव में कुछ रोमांचक बना रहे हैं. हमेशा की तरह, यह अपनी तरह का पहला प्रोडक्ट है. इससे पहले ऐसा कभी नहीं किया गया.”

पिछले कुछ वर्षों में, फिनटेक खिलाड़ियों ने ग्राहकों की क्रेडिट जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं जो नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) द्वारा संचालित होते हैं और PPI के माध्यम से डिस्ट्रिब्यूट किए जाते हैं. केंद्रीय बैंक नए जमाने के खिलाड़ियों पर क्रेडिट कार्ड के विकल्प के रूप में कार्ड के माध्यम से क्रेडिट लाइन का विस्तार करने से नाराज था. इस साल जून में PPI पर आरबीआई के बयान के बाद, ब्रोकरेज ने बताया कि कार्ड-बेस्ड फिनटेक खिलाड़ी गंभीर रूप से प्रभावित होंगे क्योंकि उन्होंने प्रीपेड कार्ड पर क्रेडिट लाइन देने के लिए एक बिजनेस मॉडल बनाया था.

नई पीढ़ी के कुछ खिलाड़ी PPI लाइसेंस का उपयोग करके करीब 200,000-300,000 कार्ड जोड़ रहे थे, और एनबीएफसी, बैंकों और अन्य स्रोतों से क्रेडिट लाइनों का उपयोग कर उपभोक्ताओं के वॉलेट लोड कर रहे थे. हालांकि, पीपीआई लाइसेंस का मुख्य उद्देश्य भुगतान साधन के रूप में कार्य करना है न कि क्रेडिट साधन के रूप में, और ये नए जमाने के खिलाड़ी क्रेडिट लोड करने के लिए एक चैनल के रूप में इसका उपयोग कर रहे थे.

आरबीआई के जून में आए बयान के बाद, इसके संभावित प्रभाव को लेकर बाजार के खिलाड़ियों में भ्रम की स्थिति थी. हाल के डिजिटल लोन दिशानिर्देशों के माध्यम से, केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया है कि लोन डिस्बर्समेंट केवल उधारकर्ता के बैंक खाते में किया जा सकता है, किसी भी मामले में PPI में नहीं.