वर्कफोर्स में महिलाओं को शामिल करने से भारत को विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में लाभ मिलेगा: पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्ट-अप्स और नवप्रवर्तकों से भारत की नवाचार आधारित विकास गाथा में योगदान देने का आह्वान किया क्योंकि अब हम 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने संकल्प के अनुरूप आजादी के 100वें वर्ष की ओर बढ़ रहे हैं.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर नवप्रवर्तकों और उद्यमियों के साथ बातचीत की. इस अवसर पर नई दिल्ली में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, गोयल ने गणतंत्र दिवस परेड में 'नारी शक्ति' प्रदर्शनी को भारतीय विकास की कहानी में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का एक शक्तिशाली प्रदर्शन बताया.
गोयल ने कहा कि औपचारिक श्रम शक्ति में महिलाओं को शामिल करने से भारत की विकसित राष्ट्र की यात्रा को भारी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि इससे भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में मूल्य वृद्धि होगी. स्टार्टअप इकोसिस्टम में अधिक महिलाओं के शामिल होने और नवीन विचारों के साथ आने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गोयल ने कहा कि 20 यूनिकॉर्न का नेतृत्व आज महिलाएं कर रही हैं और महिलाओं के बीच पेटेंट धारकों की संख्या बढ़ गई है. मंत्री ने बैठक को बताया कि भारतीय पेटेंट कार्यालय ने पिछले 10 महीनों में रिकॉर्ड 75,000 पेटेंट प्रदान किए हैं. उन्होंने कहा कि यह भारत की नवप्रवर्तन और तेजी से विकास करने की क्षमता को दर्शाता है.
व्यवसाय करने में सुगमता पर मंत्री महोदय ने कहा कि उद्यमियों पर बोझ कम करने के एक केंद्रित प्रयास में देश भर में 40,000 अनुपालनों को या तो समाप्त कर दिया गया है अथवा उन्हें सरल बना दिया गया है. गोयल ने कहा कि "भारत में व्यवसायों के संबंध में कानूनों के अपराधीकरण को कम करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किया गया है." उन्होंने इस बात पर बल दिया कि अपराधों को अपराधमुक्त करने और उन्हें तर्कसंगत बनाने के लिए कुछ अधिनियमों में संशोधन करके जन विश्वास विधेयक पारित करना व्यापार करने में सुगमता के लिए विश्वास-आधारित शासन का वातावरण निर्मित करने की दिशा में पहला कदम था.
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) की सराहना करते हुए गोयल ने कहा कि इसने उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने और देश की विकास गाथा का अंग बनने के लिए सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि PMJDY ने देश को 'नाजुक पांच' अर्थव्यवस्थाओं से निकालकर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रेरित किया है. मंत्री ने कहा कि विकसित देशों में अशांति के चलते बढ़ी हुई ब्याज दरों और बढ़ती मुद्रास्फीति कायम रहने के बावजूद भारत एक सुदृढ़ अर्थव्यवस्था बन गया है.
राष्ट्र के युवाओं में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए गोयल ने कहा कि युवाओं, विशेषकर महिलाओं का सामूहिक प्रयास, भारत को भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाएगा और भारत की अर्थव्यवस्था को पैंतीस खरब (ट्रिलियन) डॉलर तक ले जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 'लखपति दीदी योजना' के शुभारंभ के साथ, भारत तेजी से विकास करने की ओर अग्रसर है और उद्यमी एवं नवप्रवर्तक उस विकास की कहानी में सबसे आगे होंगे. पीयूष गोयल ने स्टार्ट-अप्स और नवप्रवर्तकों (इनोवेटर्स) से भारत की नवाचार आधारित विकास गाथा में योगदान देने का आह्वान किया क्योंकि अब हम 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने संकल्प के अनुरूप आजादी के 100वें वर्ष की ओर बढ़ रहे हैं.