दुनिया का सबसे बड़ा 4-डे वर्क वीक ट्रायल, जरा भी नहीं कटेगी सैलरी
इस ट्रायल में 70 कंपनियों के 3000 से ज्यादा वर्कर हिस्सा लेंगे. ट्रायल 6 माह तक चलेगा और इस बीच सैलरी में से एक भी पैसा नहीं कटेगा.
सप्ताह में 4 दिन काम और 3 दिन छुट्टी...इस वर्किंग मॉडल को लेकर लंबे वक्त से मांग हो रही है. कुछ देशों ने इस मॉडल को अपना भी लिया है लेकिन इसे पूरी दुनिया में व्यापक तौर पर अपनाया जाना अभी बाकी है. ऐसे में ब्रिटेन में 4 डे वर्क वीक को लेकर दुनिया का सबसे बड़ा ट्रायल शुरू होने जा रहा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्रायल में 70 कंपनियों के 3000 से ज्यादा वर्कर हिस्सा लेंगे. ट्रायल 6 माह तक चलेगा और इस बीच सैलरी में से एक भी पैसा नहीं कटेगा.
आयोजकों का कहना है कि इतना बड़ा 4 डे वर्क वीक पायलट अभी तक दुनिया में कहीं भी आयोजित नहीं हुआ है. भाग लेने वाली फर्म्स कम से कम 100% उत्पादकता बनाए रखने की प्रतिबद्धता के बदले में श्रमिकों को 100% वेतन देंगी. ट्रायल का आयोजन 4 Day Week Global, थिंक टैंक Autonomy, 4 Day Week UK Campaign; कैंब्रिज यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और बोस्टन कॉलेज के शोधकर्ताओं के साथ साझेदारी में कर रही है.
किस तरह की कंपनियां बन रहीं हिस्सा
भाग लेने वाली कंपनियां शिक्षा से लेकर कार्यस्थल परामर्श, बैंकिंग, केयर, वित्तीय सेवा, आईटी सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग, प्रोफेशनल डेवलपमेंट व कानूनी प्रशिक्षण; आवास; मोटर वाहन आपूर्ति सेवाएं; ऑनलाइन रिटेल; सस्टेनेबल होमकेयर; स्किनकेयर; एनिमेशन स्टूडियो; बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन रिक्रूटमेंट सर्विसेज, फूड एंड बेवरेज एंड हॉस्पिटैलिटी, डिजिटल मार्केटिंग तक से जुड़े प्रॉडक्ट और सेवाएं प्रदान करती हैं. इसके अलावा दर्दनाक चोट से उबरने वाले लोगों के लिए व्यापक केस मैनेजमेंट सेवाएं देने वाली कंपनियां भी शामिल हैं. शोधकर्ता, प्रत्येक भाग लेने वाले संगठन के साथ काम करेंगे ताकि उत्पादकता और उसके कर्मचारियों की भलाई के साथ-साथ पर्यावरण और लैंगिक समानता पर प्रभाव को मापा जा सके.
इन देशों में पहले से लागू है 4 डे वर्क वीक
ब्रिटेन के इस ट्रायल से पहले ही दुनिया के कुछ देश अपने यहां 4 डे वर्क वीक पॉलिसी ला चुके हैं. जापान ने जून 2021 से 4 डे वर्क वीक लागू किया था. जापान के अलावा न्यूजीलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्कॉटलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, यूएई में भी 4 डे वर्क वीक पॉलिसी लागू है. रिपोर्ट में बोस्टन कॉलेज में समाजशास्त्र की प्रोफेसर और ट्रायल पर प्रमुख शोधकर्ता जूलियट शोर के हवाले से कहा गया है, 'हम विश्लेषण करेंगे कि तनाव और बर्नआउट, नौकरी और जीवन की संतुष्टि, स्वास्थ्य, नींद, ऊर्जा का उपयोग, यात्रा और जीवन के कई अन्य पहलुओं के संदर्भ में कर्मचारी एक अतिरिक्त दिन की छुट्टी पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं. चार-दिवसीय सप्ताह को आम तौर पर ट्रिपल लाभांश नीति माना जाता है - कर्मचारियों, कंपनियों और जलवायु की मदद करना. हमारे शोध प्रयास इन सब पहलुओं पर गौर करेंगे.'