Year Ender 2022: ये है टॉप-5 स्टार्टअप की वो लिस्ट, जिनकी पूरे साल होती रही चर्चा
साल 2022 में कई ऐसे स्टार्टअप रहे, जिनकी खूब चर्चा हुई. इन स्टार्टअप ने कई तरह की दिक्कतों का समाधान निकालने की कोशिश की.
इस साल भारत में बहुत सारे ऐसे स्टार्टअप (Startup) रहे, जिनकी कहीं न कहीं चर्चा हुई. पीएम मोदी ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर कहा था कि स्टार्टअप्स की सफलता का सबसे बड़ा क्रेडिट टीयर-2 और टीयर-3 शहरों के युवाओं को जाता है. 2022 में ऐसे तमाम स्टार्टअप्स का जिक्र हुआ, जो कई तरह की समस्याओं का समाधान निकालने में लगे हुए हैं. आइए जानते हैं 5 ऐसे ही स्टार्टअप के बारे में, जिनकी 2022 में खूब चर्चा हुई.
1- चंडीगढ़ का 80wash
यह स्टार्टअप 2021 की शुरुआत में लॉन्च हुआ था, जो एक साथ दो दिक्कतों का समाधान करने की कोशिश कर रहा है. पहला है पानी की बर्बादी और दूसरा है डिटर्जेंट में इस्तेमाल होने वाले कैमिकल.
ने एक ऐसी वॉशिंग मशीन बनाई है, जिसमें महज कुछ मिलीलीटर पानी से ही कपड़ा धुला जा सकता है और उसमें भी डिटर्जेंट की जरूरत नहीं होगी. महज 80 सेकेंड में यह मशीन फैब्रिक, मेटल की चीजें और पीपीई किट को धुल सकती है. दाग गहरा है तो वक्त थोड़ा ज्यादा लग सकता है.इसकी शुरुआत Rouble Gupta, Nitin Kumar Saluja और Varinder Singh ने की थी. अभी छोटे से दाग को हटाने के लिए कई बाल्टी पानी बर्बाद हो जाती है, जिसे अब सिर्फ एक चम्मच पानी से ही हटाया जा सकता है. 7-8 किलो लोड वाली मशीन में एक बार में करीब 5 कपड़े एक साथ धुल सकते हैं और उसमें करीब 5-6 गिलास पानी ही इस्तेमाल होगा. अभी ये मशीनें चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में लगाई गई हैं.
2- बेंगलुरु का Kutumb
यह एक ऐप है, जो पूरे देश में लोगों को 200 पार्टिसिपेंट की कम्युनिटीज बनाने की सुविधा देता है. इसके कस्टमाइजेशन फीचर के चलते 20 हजार से भी अधिक कम्युनिटीज को प्लेटफॉर्म मिला हुआ है. इसकी पैरेंट कंपनी है Primetrace Technology Pvt Ltd और यह ऐप Discord या Reddit जैसे प्लेटफॉर्म की तरह काम करता है.
इसके कस्टमाइजेशन के तहत टीम लीड और सब लीड बनाने की सुविधा मिलती है. इसके तहत एडमिन अलग-अलग सब-ग्रुप में मैसेज भेज सकते हैं, ना कि ग्रुप में सबको घोषणा करनी होती है. कंपनी 100-5000 रुपये तक के बीच सब्सक्रिप्शन चार्ज लेती है. यह ऐप 2020 में लॉन्च हुआ था. यह सीधे-सीधे टेलिग्राम और वाट्सऐप जैसी कंपनियों को टक्कर दे रहा है.
3- जयपुर का Eat Better
राजस्थान के जयपुर में रहने वाले एक परिवार ने
की शुरुआत की है. इसकी शुरुआत 2020 में Mridula Kanoria, Shaurya Kanoria और Vidushi Kanoria ने की थी. यह एक डी2सी फूड ब्रांड है. यह स्टार्टअप दावा करता है कि इसके स्नैक्स पूरी तरह से नेचुरल हैं और क्वालिटी इनग्रेडिएंट से बनाए गए हैं. इस स्टार्टअप के पास करीब 35 प्रोडक्ट हैं, जिनकी कीमत 99 रुपये से लेकर 525 रुपये के बीच है. यह कंपनी पूरे देश में प्रोडक्ट डिलीवर करती है. पहले यह कंपनी 25 लाख रुपये से शुरू हुई एक बूटस्ट्रैप्ड कंपनी थी, लेकिन इसी साल मार्च में इस स्टार्टअप ने 6 करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह एक सीड राउंड था, जिसके लिए Java Capital और Mumbai Angels ने पैसे दिए थे.4- चंडीगढ़ का GFF Innovations
ने मोक्ष नाम की एक मशीन बनाई है, जो पराली को बायोफ्यूल में बदलने का काम करती है. इसकी शुरुआत सीरियल आन्त्रप्रेन्योर Varinder, Nitin Kumar Saluja और Vilas Chhikara ने की थी. इस मशीन का पहला वर्जन 2018 में आया था और 2022 में दूसरा वर्जन आया. अभी कंपनी की 10 मशीनें चल रही हैं, वहीं दूसरे वर्जन की दो मशीनें अगले कुछ महीनों में पूरी तरह से रेडी हो जाएंगी, जिसकी अभी टेस्टिंग चल रही है. दूसरे वर्जन की मोक्ष मशीन की कीमत 3-4 लाख रुपये होगी, जिसे बड़े लेवल पर वेस्ट मैनेजमेंट के लिए बनाया गया है.
5- जोधपुर के Utkarsh Classes and Edutech
डॉक्टर निर्मल गहलोत और उनके भाई तरुण गहलोत ने 2002 में
and Edutech की शुरुआत की थी. इस स्टार्टअप ने हाइब्रिड मॉडल अपनाया है, जिसके तहत सेंट्रल और स्टेट की सरकारी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग की सुविधा दी जाती है. इसके तहत IIT-JEE, NEET और CLAT जैसी परीक्षाएं होती हैं. 6-12 तक की क्लास की परीक्षाएं भी होती हैं. यह स्टार्टअप स्टूडेंट्स को आईएएस, बैंकिंग, डिफेंस सर्विस, स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन और टीचिंग एग्जाम भी कराता है. अभी इसके 90 डिजिटल स्टूडियो हैं, जो जोधपुर, जयपुर, दिल्ली और प्रयागराज में हैं. इसकी ऑफलाइन क्लास जोधपुर और जयपुर में हैं.