आंत्रप्रेन्योरशिप पर 2022 की 5 किताबें जो दे रही हैं काम की सीख
इन किताबों में बड़े बिजनेस दिग्गजों के अनुभव के साथ-साथ कुछ सफल आंत्रप्रेन्योर्स के इंटरव्यू और उनके सफर के बारे में बताया गया है. इसके अलावा आंत्रप्रेन्योर्स के लिए किन चीजों पर ध्यान देना सबसे जरूरी होती है इसके बारे में भी काम के इनसाइट्स हैं.
हाल के सालों में आंत्रप्रेन्योरशिप टॉपिक काफी चर्चा में रहा है. बिजनेस फील्ड से जुड़े कई नामी कारोबारियों ने अपनी आंत्रप्रेन्योरियल जर्नी के अनुभव को किताबों में बांध रखा है. 2022 में ये किताबें आंत्रप्रेन्योर्स के बीच काफी पॉपुलर रहीं. अगर आप भी अपनी खुद की कोई कंपनी शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप इन किताबों को जरूर पढ़ सकते हैं.
1. Engineered in India: From Dreams to Billion-Dollar Cyient
इस किताब को बीवीआर मोहन रेड्डी ने लिखा है. किताब एक ऐसे युवा शख्स की कहानी है जो IIT कानपुर से 1974 में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद एक आंत्रप्रेन्योर बनने का सपना लेकर अपना सफर शुरू करता है. जिस वक्त रेड्डी ने आंत्रप्रेन्योर बनने का सपना देखा था उस समय भारत में उदारीकरण नहीं हुआ था.
इसलिए तब अपना बिजनेस शुरू करना इतना आसान काम नहीं था. ना पूंजी थी, ना पॉलिसी, लेकिन मुश्किलों के बावजूद रेड्डी ने हार नहीं मानी. रेड्डी ने स्कॉलरशिप पर विदेश में अपनी आगे की पढ़ाई की. 40 की उम्र में अपनी कंपनी शुरू करने से पहले ही रेड्डी कई खिताब अपने नाम कर चुके थे.
2. Maverick Effect: The Inside Story of India's IT Revolution
ये किताब एक ऐसे युवा शख्स की है जो अमेरिका में एक डेटाबेस मैनेजर की मोटी कमाई वाली नौकरी कर रहा होता है. जो एक दिन अचानक अपनी नौकरी छोड़कर इंडिया आ जाता है. उनका नाम है हरीश मेहता. ये 1970 की बात है, उस समय इंडिया आईटी इंडस्ट्री जैसी कोई आई भी नहीं थी- कम्प्यूटर भी नया नया आया था.
देश सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ था और लाइसेंस राज था. हरीश ने इस किताब में NASSCOM के गठन की कहानी बताई है, जिसका आईटी इंडस्ट्री को रेवॉल्यूशनाइज करने में बड़ा हाथ रहा है.
3. The Dolphin and the Shark: Stories on Entrepreneurship
इस किताब को नमिता थापर ने लिखा है, जिसमें उन्होंने शार्ट टैंक इंडिया में जज बनने से लेकर एमक्योर का इंडिया बिजनेस संभालने और अपने आंत्रप्रेन्योरशिप एकेडमी तक के सफर और अनुभवों को साझा किया है. किताब बताती है कि कैसे आज के लीडर्स को शार्क (एक एग्रेसिव लीडर) और डॉल्फिन (नरम दिल वाले लीडर) के बीच बैलेंस कैसे बनाना जरूरी है.
4. Rahul Bajaj: An Extraordinary Life
यह किताब बजाज ग्रुप के हेड और पूर्व सांसद राहुल बजाज की बायोग्राफी है. इसे गीता पिरामल ने लिखा है. किताब राहुल बजाज के साथ देश की कहानी भी बयां करती है. किताब में उनकी मां के आजादी की लड़ाई के समय जेल जाने से लेकर राहुल बजाज की जिंदगी में घटी बड़ी-छोटी सभी घटनाओं की जगह मिली है.
कई इंटरव्यूज से लेकर, बिजनेस से जुड़ी सीख भी इस किताब में कवर किए गए हैं. राहुल बजाज अपने करियर में अपने उसूलों, नैतिकता के भी बड़े पक्के. ये किताब आपको बताएगी बिजनेस के साथ-साथ व्यक्तिगत उसूलों का पालन करना भी कितना जरूरी है.
5.The DREAM Founder: Creating a Successful Startup
ध्रुव नाथ एक एंजल इनवेस्टर हैं, जो लीड एंजल्स के डायरेक्टर भी हैं. साथ में मैनेजमेंट डिवेलपमेंट इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम में प्रोफेसर भी हैं.
ध्रुव अपनी किताब में शुरुआती स्टेज के फाउंडर्स को यूनिट इकॉनमिक्स, मार्केटिंग कम्यूनिकेशन और फंड रेजिंग फंडामेंटल्स पर अपनी पकड़ मजबूत करने की सलाह देते हैं. किताब में कई सफल आंत्रप्रेन्योर्स के साथ इंटरव्यू भी दिए गए हैं, जिसमें इन आंत्रप्रेन्योर्स ने अपने सफर के बारे में बताया है.
Edited by Upasana