जानलेवा बीमारी को मात देकर शुरू किया यूट्यूब चैनल, लिख डालीं किताबें
मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे टीकमगढ़ में जन्मे अनुराग मिश्रा को बचपन से ही रेयर इम्यून डेफिशियेंसी डिसऑर्डर था। जिसके कारण उनका हर दिन किसी ना किसी परेशानी से भरा होता था। उन्हें हर रोज उल्टी होती, घबराहट होती। हालांकि पढ़ाई में अनुराग अच्छे थे, इस वजह से उन पर आगे की पढ़ाई करने का दबाव बनने लगा। लेकिन न तो वे इंजीनियर बनना चाहते थे और न ही डॉक्टर। लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे अपने जीवन में करना क्या चाहते हैं।
इसी कशमकश के साथ वे भोपाल चले आए और यहां आकर कॉम्पिटीशन की कोचिंग करने लगे। लेकिन एक बार फिर से उनकी तबीयत खराब होने लगी और पढ़ाई छोड़नी पड़ी। उस वक्त को याद करते हुए वे बताते हैं, 'उस एक साल के दौरान मुझे ब्रेन स्ट्रोक एवं नर्वस ब्रेक डाउन जैसी बीमारी सामना करना पड़ा और मैं बुरे तरीके से टूट गया। दिन भर मैं बिस्तर पर पड़ा रहता था।'
बीमारी के साथ ही अनुराग दिल्ली आ गए और यहां आकर दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रैजुएशन में एडमिशन ले लिया। लेकिन यहां भी उनकी बीमारी ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। बीमारी ने उन्हें गहरे अवसाद में ढकेल दिया। उनके मन में आत्महत्या तक के ख्याल आने लगे। फिर किसी ने उन्हें मनोचिकित्सक की सलाह लेने को कहा। इसका अनुराग पर अच्छा असर हुआ और उनकी मानसिक स्थिति में सुधार होने लगा। उनकी तबीयत भी धीरे-धीरे ठीक होने लगी।
वे बताते हैं, 'बीमारियों को मात देने के बाद जैसे मुझे नया जन्म मिला हो।' मैंने सोच रखा था कि मैं अन्तिम साँस तक हार नहीं मानूँगा और अंत में, मैं जैसे जीत गया। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्रथम श्रेणी में ग्रैजुएशन कंप्लीट किया। अपनी जिंदगी से प्रेरणा लेकर उन्होंने एक किताब भी लिखी जिसका शीर्षक है, 'Struggle of a star and a beautiful love story'. अनुराग ने 'सफलता तय' है नाम से एक और किताब लिखी जिसका प्रकाशन हिंदी युग्म प्रकाशन ने किया है। लिखने पढ़ने के अलावा अनुराग को कुकिंग में भी दिलचस्पी है। उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल भी शुरू किया।