एक ही छत के नीचे फिटनेस की सारी सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है ये स्टार्टअप
बेंगलुरू स्थित अल्टसोल आपको सर्वश्रेष्ठ जिम, फिटनेस और डांस स्टूडियो, स्विमिंग पूल और खेलों की सुविधाओं की एकीकृत कक्षाएं आयोजित करता है और सबसे अच्छी बात है कि आप सिर्फ एक ही सदस्यता कार्ड की मदद से इन सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
अमरीका के 17 प्रतिशत के मुकाबले भारत में फिटनेस की पैठ सिर्फ 0.5 प्रतिशत है। उनके मुताबिक भारत में फिलहाल सालाना 4.8 मिलियन जिम सदस्यता बेची जाती हैं और वर्ष 2025 तक इस संख्या के बढ़कर 15 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है।
आपको कसरती बदन पाने के लिये काफी मेहनत करनी पड़ती है और ऐसा करना इतना आसान नहीं है। बेंगलुरू स्थित अल्टसोल का प्रमुख मकसद फिटनेस को आपके जीवन का एक अहम हिस्सा बनाने का है और वे ऐसा एक ऐसे इकलौते कार्ड के जरिये करना चाहते हैं जो इस्तेमाल के लिये पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो और आपको फिटनेस विकल्पों के ऐसे व्यापक विकल्प पेश करता है जो पहले किसी न किये हों।
मार्च 2018 में अरविंद ईश्वर और रोहित खन्ना द्वारा स्थापित अल्टसोल की फिटनेस सदस्यता फिटनेस, डांस, योग और ध्यान जैसी गतिविधियां प्रदान करवाती है। आप सिर्फ एक ही सदस्यता के जरिये विभिन्न जिमों और स्टूडियो में जुम्बा, क्रॉसफिट, तैराकी, पिलेट्स, किक बॉक्सिंग या फिर वॉल क्लाइंबिंग की विभिन्न कक्षाओं का हिस्सा बन सकते हैं। वह भी अपने पड़ोस में स्थित जिम के मुकाबले काफी कम कीमत पर!
बेंगलुरु के इंदिरानगर में शुरुआत करने वाले अल्टसोल ने अब शहर के कई हिस्सों में अपना विस्तार कर लिया है। फिलहाल ये तीन नजदीकी हिस्सों- केंद्रीय बैंगलोर, इंदिरानगर और कोरमंगला में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इस टीम का इरादा दिसंबर के मध्य तक पूरे बेंगलुरु में अपनी सेवाएं शरू करने का है।
फिटनेस से सुबह की शुरुआत
सेना की पृष्ठभमि से आने वाले अरविंद राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी रहे हैं। वे हमेशा से ही खेलों और फिटनेस की महत्ता से परिचित रहे। बड़े होते हुए उनकी पहुंच ऐसे क्लबों तक थी जहां वे तैराकी, टेनिस, बास्केटबॉल और घुड़सवारी का आनंद ले पाए। अरविंद कहते हैं, 'एक बार बड़े होने और रक्षा प्रतिष्ठान से बाहर आने के बाद मुझे अहसास हुआ कि इन सुविधाओं तक पहुंच बना पाना कितना मुश्किल काम है। इस समस्या का समाधान करना मेरे लिये एक जुनून बन गया।'
अल्टसोल की स्थापना से पहले 28 वर्षीय अरविंद स्विगी की कर रणनीतिक टीम का एक हिस्सा थे, जहां वे कई परियोजनाओं का हिस्सा बने और संचालन, उपभोक्ता अनुभव, विकास और इकाई अर्थशास्त्र का अनुभव हासिल किया। उन्होंने वर्ष 2011 में दो साल के लिये मैककिंसे के साथ भी काम किया। अल्टसोल अरविंद का पहला स्टार्टअप नहीं है, बल्कि उन्होंने वर्ष 2014-16 तक मोंडोबोर्ड नामक एक हाइपरसोशल नेटवर्क का संचालन भी किया जो लोगों को खेल खेलने के लिये भागीदारों को तलाशने में मदद करता था। उसी समय उनकी मुलाकात सह-संस्थापक रोहित खन्ना से हुई और उन्होंने फिटनेस के क्षेत्र में पैठ बनाने को लेकर बातचीत शुरू की। 32 वर्षीय रोहित भी अरविंद की ही तरह फिटनेस और खेल प्रेमी हैं। एक मैराथन धावक, साइकिल चालक, और आयरनमैन रहे रोहित ने इंडियाना के पर्ड्यू विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की, और बर्प और क्लैवरटैप जैसे स्टार्टअप और आईबीएम जैसी नामी कंपनियों के साथ काम किया।
अरविंद कहते हैं, 'अधिकतर जिम समूह में कक्षाओं की पेशकश करते थे। बुटीक स्टूडियो में योग, नृत्य और अन्य गतिविधियों की कक्षाएं उपलब्ध थीं। जुम्बा, क्रॉसफिट, पिलेट्स इत्यादि जैसे कसरत के स्वरूप पश्चिमी की तरह प्रचलित नहीं थे लेकिन हर कोई इनके बारे में जानता था और हाथ अजमानाा चाहता था।' उन्हें यह एक ऐसा समाधान पेश करने का उचित अवसर लगा जो सुविधा और सामर्थ्य के हिसाब से हो। और अल्टसोल अस्तित्व में आया।
अरविंद विस्तार से बताते हैं, 'हमनें सर्वश्रेष्ठ जिम, फिटनेस स्टूडियो, डांस स्टूडियो, स्विमिंगपूल और खेल केंद्रो से कक्षाएं एकीकृत कीं। सिर्फ एक ही सदस्यता के जरिये आप सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं और वह भी जितनी बार आप चाहें उतनी बार।'
अल्टसोल का काम करने का तरीका
अल्टसोल एक सदस्यता शुल्क लेता है जो तीन दिनों के लिये 499 रुपये से लेकर छः महीने के लिये 15,000 रुपये तक होता है। जब कोई सदस्य किसी विशेष स्टूडियो में एक कक्षा बुक करता है तो यह स्टार्टअप उस स्टूडियो को एक निश्चित रकम अदा करता है। रोहित कहते हैं, 'हमारे मुख्य उपभोक्ता 22-45 वर्ष के आयुवर्ग वाले कामकाजी पेशेवर हैं। हमारी आधी से अधिक ग्राहक महिलाएं हैं।' इनका दावा है कि ये विभिन्न जिम सदस्यताओं से कहीं अधिक सस्ते हैं।
अरविंद कहते हैं, 'बेंगलुरु में एक शुरुआत होने के बाद समूह कक्षाओं को लेकर काफी जागरुकता आई है। हमें बाजार को इन सबके बारे में जानकारी देने के लिये पैसा नहीं खर्च करना पड़ा।' इस संस्थापक जोड़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी अपनी सुरक्षित नौकरी को अलविदा कहते हुए एक अपरिचित क्षेत्र में आंख मूंदकर कूदना।
अरविंद कहते हैं, 'सौभाग्य से हमें तत्काल प्रॉडक्ट-मार्केट फिट मिल गया और हमें अपने उत्पाद के साथ लंबे समय तक संघर्ष नहीं करना पड़ा। उससे भी बड़ी चुनौती थी बिना किसी मार्केटिंग बजट के लोगों तक अपनी पहुंच बनाना। इसके चलते हमें अपने टीजी को कपकेक्स वितरित करने और मजबूर रेफरल कार्यक्रम के बारे में वार्तालाप शुरू करने जैसे दिलचस्प तरीके अपनाने का मौका मिला।'
आगे का रास्ता- फिटनेस
अरविंद का कहना है कि अमरीका के 17 प्रतिशत के मुकाबले भारत में फिटनेस की पैठ सिर्फ 0.5 प्रतिशत है। उनके मुताबिक भारत में फिलहाल सालाना 4.8 मिलियन जिम सदस्यता बेची जाती हैं और वर्ष 2025 तक इस संख्या के बढ़कर 15 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। वे कहते हैं, 'मौजूदा बाजार करीब 1.2 बिलियन डॉलर का है और 2015 तक इसके बढ़कर 6 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने की संभावना है।'
उनके अनुसार फिलहाल बाजार हिस्सेदारी में जिम एग्रीगेटर (विसी विशेष जिम से ऑलनाइन सदस्यता खरीदने में मदद करने वाले), पूर्णकालिक खिलाड़ी (एक ही छत के नीचे कई वर्कआउट उपलब्ध करवाने वाले) और मल्टीपल स्टूडियो सदस्यता (अल्टसोल जैसे) मौजूद हैं। अल्टसोल का दावा है कि स्थापना के बाद से इनके उपभोक्ताओं में प्रति सप्ताह 16 प्रतिशत की दर से इजाफा हो रहा है। वे कहते हैं, 'हम फिलहाल प्रति सप्ताह 500 क्लास बुक कर रहे हैं और हमारा राजस्व प्रति सप्ताह 18 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।'
तीन लोगों की टीम इस स्टार्टअप का संचालन कर रही है। अरविंद सीईओ, रोहित सीटीओ और देवांशी रूंगटा हेड ऑफ डिजाइन की भूमिका निभा रहे हैं। अल्टसोल ने अगस्त के मध्य में फंडरेजिंग का प्रक्रिया शुरू की और अब निवेशकों के साथ अंतिम दौर की वार्ता में हैं। इनकी मोबाइल एप भी निर्माण की प्रक्रिया में है। अरविंद कहते हैं, 'हमारा इरादा आगामी 18 महीनों में आसपास के क्षेत्रों में 50-75 अधिक केंद्रों को अपने साथ जोड़ने का है। इसके अलावा हम विशेष इन्फ्लुएंसर/सेलिब्रिटी कक्षाओं और कार्यशालाएं आयोजित करने की भी योजना बना रहे हैं।' फिलहाल सिर्फ बेंगलुरु में संचालित अल्टसोल, अगले साल तक हैदराबाद, पुणे और मुंबई जैसे शहरों में विस्तार करने की योजना भी बना रहे हैं।
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