हार्डवेयर की दुनिया में नया इतिहास लिखने की कोशिश में 'Hardware Renissance'
विश्वप्रसिद्ध कैमलिन समूह की वंशज अंघा ढांडेकर ने अमरीका में वर्ष 2011 में रखी थीं नींवलोहे और कांसे के हाथ से गढ़े हुए और कीमती पत्थरों से जड़े हुए हार्डवेयर उत्पाद करते हैं तैयारअमरीका और बरमुडा में 80 स्टोर खोलने के बाद अब भारतीय बाजार पर कब्जा करने का है इरादामुख्यतः मूर्तियों को तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला सिलिकाॅन कांस्य और लोहा किया जाता है प्रयोग
Hardware Renissance (हार्डवेयर रेनिसाॅन्स) की संस्थापक अंघा ढांडेकर बताती हैं कि वर्ष 2011 मेें अमरीका में एक आक्समिक बैठक के दौरान उनके मन में इस काम को शुरू करने का विचार आया। अंघा बताती हैं, ‘‘मैं अकस्मात ही एक ऐसे व्यक्ति से मिली जो बेहद खूबसूरत हाथ से निर्मित दरवाजों का निर्माण कर रहा था लेकिन इन दरवाजों का साथ देने के लिये एक अच्छे हार्डवेयर की कमी उनकी पूरी मेहनत पर पानी फेर रही थी। और इस तरह से बिल्कुल असाधारण रूप से और नए डिजाइनों वाली एक्सेसरीज़ याा कहें तो सहायक उपकारणों की एक विस्तृत रेंज को तैयार करने वाले ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ की नींव पड़ी।’’
वे आगे बताती हैं कि इसके परिणामस्वरूप लोहे और कांसे का इस्तेमाल करते हुए सुंदर और कलात्मक डिजाइन के हाथ से गढ़े हुए हार्डवेयर का निर्माण हुआ। इनके ये डिजाइल अमरीका और बरमूडा के 80 शोरूमों में उपलब्ध हैं और कुछ दिन पूर्व ही इन्होंने भारतीय बाजार में भी अपने पैर रखे हैं।
एक नई विरासत का उद्गम
विश्वप्रसिद्ध कैमलिन समूह की वारिस होने के बावजूद अंघा हमेशा से ही अपने दम पर कुछ नया करना चाहती थीं। इसी कड़ी में जब से एमबीए करने के लिये अमरीका गईं और ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ के का विचार उनके मस्तिष्क मेें आया उन्होंनेे उसे मूर्त रूप देने के फैसला कर लिया और अपने कदम उस दिशा में बढ़ा दिये। अंघा कहती हैं, ‘‘कैमलिन जैसे एक बड़े विरासती व्यावसासिक परिवार से संबंधित होने की वजह से मैं अपने बूते पर कुछ स्थापित करने के लिये बेताब थी।’’
वे बताती हैं कि उन्हें अपने पहले संग्रह को तैयार करने में दो वर्षों से भी अधिक का समय लगा क्योंकि इसे प्रमाणिक शिल्प कौशल और सटीक इंजीनियरिंग का समायोजन करते हुए बिल्कुल सटीक होना था। वे कहती हैं, ‘‘कुछ ऐसा जो उस समय तक किसी और के द्वारा किया ही नहीं गया था।’’
‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ अपने उत्पादों के विस्तार के लिये स्थानीय व्यापारियो, आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनरों के साथ हाथ मिलाता है। अंघा आगे बताती हैं कि उनकी यह रणनीति अब तक उनके व्यापार के लिये काफी फायदेमंद साबित हुई है और उनके सभी भागीदार उनके इस ब्रांड के लिये अच्छे प्रचारक में बदल गए हैं। इनका इरादा भारतभरमें अपने शोरूम स्थापित करने का नहीं है लेकिन फिलहाल वे मुंबई के एक नामी उिजाइन हाउस से संचालन कर रहे हैं।
अंघा कहती हैं, ‘‘अपनी स्थापना के बाद से ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ के राजस्व में प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही है।’’
विकास और समाने आने वाली चुनौतियां
अमरीका में उनका यह ब्रांड अपनी राष्ट्रव्यापी मौजूदगी और पहुंच बनाने में सफल हो गया है। भारत में ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ ने मुंबई, पुणे और हैदराबाद में अपना संचालन प्रारंभ किया है और इनका इरादा जल्द ही देश के अन्य हिस्सों में भी अपना विस्तार करने का है। अबतक सामने आई चुनौतियों के बारे में बात करते हुए अंघा कहती हैं कि आज मार्केंटिंग के दौर में सही मायने में उच्च गुणवत्ता वाले हाथ से तैयार उत्पादों को तलाशना वास्तव में एक बेहद मुश्किल काम है।
वे आगे कहती हैं कि कुशल कारीगर और जुनूनी शिल्पकार को तैयार करना और फिर उन्हें बनाए रखना इतना आसान नहीं है। अंघा कहती हैं, ‘‘लेकिन यही चुनौतियां मुझे लगातार आगे बढ़ने के लिये ऊर्जा प्रदान करती हैं। हम अपने मूलतत्व पर खरा उतरने के लिये प्रतिबद्ध हैं।’’
उपभोक्ता और इनकी विशेषताएं
अंघा के अनुसार ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ की सबसे बड़ी विशेषता इनके उत्पादों में दिखाई देने वाली असाधारण कलात्मकता है। वे यह भी बताती हैं कि इनके संग्रह के सभी उत्पाद और एक्सेसरीज के निर्माण में उच्च काोटि की कांस्य सामग्री का प्रयोग किया जाने के साथ उन्हें हाथ से ही तैयार किया जाता है और फिर अंत में इनमें अर्ध-कीमती पत्थरों को जड़ा जाता है। अंघा कहती हैं कि अपने उत्पादों में और अधिक चार चांद लगाने के लिये ये सिर्फ उच्च श्रेणी का सिलिकाॅन कांस्य ही प्रयोग में लाया जाता है जो मुख्यतः मूर्तियों को तैयार करने में इस्तेमाल होता है।
वे आगे बताती हैं कि इसके अलावा ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ हाथ से गढ़े हुए लोहे के उत्पाद भी तैयार करते हैं जिनका निर्माण इस काम में माहिर लुहार पूरी तरह से हाथों से ही करते हैं। अंघा कहती हैं, ‘‘भारत में अभी भी दरवाजों के लिये समृद्ध एक्सेसरीज के प्रयोग का प्रचलन न के बराबर है। हमें यह विश्वास है कि हम भारत में इस क्षेत्र में अग्रणी कहलाने और बनने में कामयाब रहेंगे।’’
अंघा बताती हैं कि उनके उपभोक्ताओं में मुख्यतः वे लोग शामिल हैं जो अपने घरों को एक पूरी तरह से विशिष्ट साज-सज्जा देना चाहते हैं। वे आगे कहती हैं कि जब विशिष्ट नवीनीकरण की बात चलती है तो अधिकतर लोग हार्डवेयर की ओर बिल्कुल ध्यान ही नहीं देते हैं लेकिन अब कई लोगों की सोच और अवधारणा में बदलाव आया है और वे विशिष्ट हार्डवेयर की महत्ता को पहचानने लगे हैं। वे कहती हैं, ‘‘मुख्य रूप से यही लोग हमारे लक्षित उपभोक्ता हैं।’’
अंघा कहती हैं, ‘‘मेरा लक्ष्य ‘हार्डवेयर रेनिसाॅन्स’ को भारत के शीर्ष विशिष्ट हार्डवेयर ब्रांड के रूप में स्थापित करना है और मुझे विश्वास है कि हम इसके लिये बहुत बेहतर स्थिति में बाजार में मौजूद हैं। इसके अलावा हम मुंबई में अपना आधार बनाते हुए आने वाले दिनों में मिडिल ईस्ट समेत सूमचे एशिया में अपनी पहुंच बनाना चाहते हैं। उच्च स्तर का आतिथ्य जैसे होटल और स्पा ऐसे क्षेत्र है जहां हमारे लिये विस्तार की बहुत उम्मीदें हैं और हम विश्व की शीर्ष डिजाइन कंपनियों के साथ कई लक्ज़री होटलों के लिये काम कर रहे हैं।’’
गृह सजावट और विशिष्ट हार्डवेयर बाजार
रिपोर्टस के अनुसार प्रत्येक गुजरते साल के साथ दुनिया भर में गृह सजावट (होम डेकोर) के बाजार का मूल्यांकन करीब 62.2 बिलियन डालर का किया गया है। भारत में आने वाले 5 सालों में इस क्षेत्र के 8 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है और यह करीब 5.3 बिलियन डाॅलर का होने की संभावना है। भारतीय बाजार का 90 प्रतिशत हिस्सा अभी भी असंगठित हाथों में है लेकिन आने वाले दिनों में अर्बल लैडर, लाइवस्पेस और फैब फर्निश जैसे आॅनलाइन खिलाड़ी अब अपने लिये अवसर तलाशने में सफल हो रहे हैं और अपने पांव जमा रहे हैं।