अफगानी महिला सैनिकों को ट्रेनिंग दे रही है भारतीय सेना
पहली बार भारतीय सेना, अफगान महिला सैन्य कर्मियों के एक दल को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में कॉम्बैट भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षित कर रही है।
एनडीटीवी के मुताबिक, यह सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम 4 दिसंबर को शुरू हुआ और 24 दिसंबर को खत्म होगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ऐसे अधिकारियों को ढालना है जो फिजिकल ट्रेनिंग, रणनीति, संचार कौशल और नेतृत्व सहित बुनियादी सैन्य अभिविन्यास में बेहतरीन प्रदर्शन करें।
पहली बार भारतीय सेना, अफगान महिला सैन्य कर्मियों के एक दल को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में कॉम्बैट भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षित कर रही है। ये इकलौती अकादमी है जो देश में रक्षा प्रशिक्षण के मामले में पुरुष और महिला दोनों को ट्रेन करती है। अब ये अफगानिस्तान से 20 महिलाओं की ट्रेनिंग करवा रही है।
एनडीटीवी के साथ बातचीत में अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा ने बताया, यह सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम 4 दिसंबर को शुरू हुआ। इन 20 महिलाओं में से 17 अफगान सेना से हैं, तीन वायु सेना से हैं। और बाकी की अफगानी रक्षा मंत्रालय के विशेष बल, इंटेलीजेंस, रणनीतिक और सार्वजनिक मामलों, चिकित्सा, शिक्षा, कानून क्षेत्रों से हैं। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ऐसे अधिकारियों को ढालना है जो फिजिकल ट्रेनिंग, रणनीति, संचार कौशल और नेतृत्व सहित बुनियादी सैन्य अभिविन्यास में बेहतरीन प्रदर्शन करें।
यद्यपि भारतीय सशस्त्र बलों ने अब तक 4,000 से अधिक अफगान सैनिकों के प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की है लेकिन यह पहली बार हुआ है कि एक कार्यक्रम में महिला अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वन इंडिया की खबर के मुताबिक, तीन सप्ताह के लिए भारत आयी अफगान महिला आर्मी की ट्रेनिंग 24 दिसंबर को पूरा होगी। इस ट्रेनिंग सेशन के बाद अगले साल अफगानिस्तान में और भी महिलाओं को सेना में भर्ती की जाएगी।
अफगान की सेना का महिलाओं की संख्या में 10 प्रतिशत बल बढ़ाने का लक्ष्य है। फिलहाल, अफगानिस्तान आर्मी में सिर्फ 3 प्रतिशत ही महिलाएं हैं। इसी साल अगस्त में अमेरिकी सेना ने एक रिपोर्ट में कांग्रेस को बताया कि अफगान रक्षा और सुरक्षा बलों में 4,500 महिलाएं हैं, जिनमें से 1,200 सेना में काम करती हैं जबकि 100 महिलाएं वायु सेना का हिस्सा हैं।
इस पहल से भारतीय महिला अधिकारी क्या सीख सकती हैं, इस बारे में बात करते हुए अधिकारियों प्रशिक्षण अकादमी के मेजर जे आर संजना ने द हिंदू से कहा, हां, मुझे लगता है कि हम उनसे सीख सकते हैं। मुझे लगता है कि भारतीय सेना की महिलाओं को बराबरी से उचित अवसर दिए जाने चाहिए। यदि अफगान महिला अधिकारी जिम्मेदारियां संभाल सकती हैं तो निश्चित रूप से हम भी कर सकते हैं।
अफगानिस्तान की ये महिला सैनिक अपने ओहदों को भूलकर हर तरह की ट्रेनिंग ले रही हैं। वो कॉम्बैट ट्रेनिंग के लिए फायरिंग, संचार, हथियार, रणनीतियों, प्रशासन, कई रैंकों के साथ मिलकर लड़ाई प्रशिक्षण के विभिन्न तत्वों को सीख रही हैं। इनके अलावा, सैनिक भी हाथ ग्रेनेड, ए के -47, आईएनएसएएस हमला राइफल आदि का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षण से गुजर रही हैं।
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