‘निजामों के शहर‘ हैदराबाद के कुछ स्टार्टअप्स पर एक नजर...
भारत में एक तरफ जहां बैंगलोर, दिल्ली और मुंबई ही स्टार्टअप्स के लिये प्रमुख केंद्रों के रूप में स्थापित हैं वहीं दूसरी तरफ अब देश के कई अन्य क्षेत्र भी तेजी से आगे आते जा रहे हैं और अपनी एक नई पहचान बनाने में सफल हो रहे हैं। गोवा, केरल और कोयंबटूर इत्यादि कुछ ऐसे स्थान हैं जो आने वाले समय में खुद को शीर्ष स्टार्टअप केंद्रों के रूप में स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा चेन्नई के साथ हैदराबाद भी हमेशा से ही स्टार्टअप गतिविधियों से संबंधित एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। नैसकाॅम की एक रपट के मुताबिक भारत में संचालित होने वाली स्टार्टअप गतिविधियों में से कुल आठ प्रतिशत के लगभग सिर्फ निजामों के शहर हैदराबाद में ही हो रही हैं।
अगर हम बीते वर्ष और चालू वर्ष के जनवरी से सितंबर तक की समयसीमा पर एक तुलनात्मक नजर डालें तो हमें स्टार्टअप्स में होने वाले निवेश और सफल होने वाले करारों की संख्या में एक महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिलती है। हालांकि चेन्नई के मुकाबले हैदराबाद की विकास की दर अपेक्षाकृत काफी धीमी है लेकिन फिर भी यह कई निवेशकों और वीसी का ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल हो रही है। ऐसे में याॅरस्टोरी ने हैदराबाद के पारिस्थितिकी तंत्र से संचालित हो रहे आने वाले समय के कुछ स्टार्टअप्स पर एक नजर डालने का फैसला कियाः
वूला (Voola)
अगस्त के महीने में निजी बीटा के रूप में प्रारंभ होने वाला ‘वूला’ एक वीडियो शेयरिंग एप्प है जो लाईव या रिकाॅर्डिड वीडियो की स्ट्रीमिंग की सुविधा प्रदान करवाता है। यह एप्प चार मिनट तक की वीडियो को प्ले करने की अनुमति देती है जिसमें 20 सेकेंड के हाइपर लेस टाइम के साथ रिप्ले का विकल्प भी मिलता है। इसके अलावा अपनी पसंद के अनुसार इसे सेव भी कर सकते हैं। इसके अलावा इस एप्लीकेशन में मित्रों द्वारा नोटिफिकेशन, चैट और फाॅलो करने के विकल्प के अलावा शेड्यूल स्ट्रीमिंग की अतिरिक्त फीचर्स भी उपलब्ध हैं। इस महीने के अंत तक इस एप्लीकेशन के सार्वजनिक बीटा के बाजार में आने की संभावना है। (वेबसाइट)
फ्लोएप्प (FlowApp)
इसी वर्ष जुलाई के महीने में लाँच हुआ फ्लोएप्प व्यापार के लिये विभिन्न क्लाउड एप्लीकेशनों को जोड़ता है और व्यापार के क्रियान्वयन को स्वचालित बनाने में मदद करता है। फ्लोएप्प की सहायता से व्यापार से संबंधित ईमेल और मार्केटिंग प्रक्रिया को स्वचालित बनाने के अलावा बिक्री को फ्लो और अग्रिम कार्रवाई को कारगर बनाये जाने के साथ-साथ अंतरिक वर्कफ्लो प्रक्रियाओ सहित अन्य विवरणों पर नजर रखी जा सकती है। साॅस माॅडल पर आधारित फ्लोएप्प की कार्यप्रणाली बहुत ही सरल है। इसमें उपभोक्ता को सिर्फ प्रारंभिक समय परिभाषित करने के अलावा वर्कफ्लो से संबंधित विभिन्न विवरण भरने के साथ-साथ समयसीमा का जिक्र करना और यहां तक कि देरी की जानकारी भी देनी होती है और फिर सबकुछ बड़ी आसानी से स्वचालित हो जाता है। (वेबसाइट)
वाज्ज़ाट लैब्स (Wazzat Labs)
वाज्ज़ाट लैब्स, इमेज रिकाॅग्नीशप पर आधारित एक एआई स्टार्टअप है जो आपके द्वारा ली गई तस्वीर के आधार पर आपको अपने पसंदीदा कपड़े, जूते या अन्य सामान आॅनलाइन लेने में मदद करता है। असल में यह एक बहुत ही आसान पद्धति से काम करता है और आपको सिर्फ अपनी पसंद की पोशाक की एक तस्वीर खींचनी होती है और उसके बाद आपका फोन या टेबलेट अपने आप ही उससे मिलती-जुलती आॅनलाइन उपलब्ध पोशाकों को तलाशने का काम करता है।
आईआईटी हैदराबाद और वाज्ज़ाट लैब्स में कई वर्षों तक इमेज रिकाॅग्नीशन पर अनुसंधान के बाद इस टीम ने यह सफलतापूर्वक साबित किया कि इनकी विजुअल फैशन खोज के नतीजे उपयोगकर्ता द्वारा टाइप करके दिये गए वर्णन के अनुसार खोजे गए उत्पादों से कहीं बेहतर हैं। इनका दावा है कि यह बहुत तेज होने के अलावा फोन में बहुत कम जगह लेता है और इसे न्यूनतम बैंडविथ की आवश्यकता है। (वेबसाइट)
शाॅपटैप (Shoptap)
शाॅपटैप बिक्री से संबंधित एक ऐसा स्मार्ट मंच है जो आॅनलाइन और आॅफलाइन क्षेत्र में मौजूद उपभोक्ताओं और विक्रेताओं के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास करता है। इसका काम मुख्यतः परंपरागत आॅफलाइन दुकानों को आॅनलाइन दुनिया के साथ जोड़ने का है। पीओएस प्लेटफाॅर्म की सहायता से उपभोक्ता इन्वेंट्री की एक पूरी श्रृंखला पर नजर डाल सकता है। इसके अलावा इनका वेब और मोबाइल डैशबोर्ड विभिन्न संस्थानों को आपस में मिलने, वार्ता करने और व्यापार या बिक्री करने में मदद करता है। इनकी लगभग 14 श्रेणियां हैं। उपभोक्ता अपनी पसंद के उत्पाद को चुनते हैं और एक सेल्समैन आॅर्डर को आगे बढ़ाता है और फिर इसके बाद उत्पाद उपभोक्ता के दरवाजे पर पहुंचा दिया जाता है। साथ ही भुगतान उत्पाद के पहुंचने पर सीओडी के माध्यम से प्राप्त किया जाता है।
मेल्टैग (Meltag)
मेल्टैग मोबाइल मार्केटिंग के जरिये विभिन्न ब्रांडों को सीधे उपभोक्ता तक प्रचार और स्वचालन विश्वसनीयता उपलब्ध करवाने वाला एक मंच है। यह विभिन्न व्यापारों और ब्रांडों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ता है। (वेबसाइट)
जि़फी (Zifi)
जि़फी कार पूलिंग को आसान बनाने वाली एक एप्लीकेशन है। किसी भी अन्य सवारियों को साझा करने वाले मंच की तरह यह यात्रियों और कार मालिकों को आपस में जोड़ता है। इस स्टार्टअप में 50के वेंचर्स ने निवेश किया हुआ है। 50के वेंचर्स की टीम बिल्कुल प्रारंभ से ही जि़फी के विचार से बहुत अधिक प्रभावित थी और जब उन्होंने इसका बेहतरीन निष्पादन देखा तो उनके लिये जि़फी में निवेश करने का फैसला लेना बहुत ही आसान था। (वेबसाइट)