कैश की कमी एक हफ्ते और रहेगी
एक खुफिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटों के बदल जाने की प्रक्रिया के चलते भारतीय जनता को एक हफ्ते थोड़ा और संघर्ष करना पड़ सकता है, उसके बाद सब पहले की तरह सामान्य हो जायेगा।
बैंकों और एटीएमों में नकदी का संकट कम से कम एक सप्ताह और रहने की संभावना है। एक खुफिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट में इसकी वजह नोटों की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर को बताया गया है।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि विनिमय में पर्याप्त धनराशि नहीं आयी है। लोग छोटे नोट जमा करके रख रहे हैं। वे 100-100 रुपये के नोट खर्च नहीं कर रहे हैं, जो वे 1000 और 500 रुपये के पुराने नोटों को बदलकर या फिर एटीएमों से हासिल कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नोटों की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर के चलते नकद की कमी कम से कम एक हफ्ते और बनी रहेगी।
अधिकारियों कहना है कि दरअसल 100 और 500 रुपये के नये नोट पर्याप्त संख्या में विनिमय में नहीं आए हैं, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है। यह समस्या दिल्ली और कुछ अन्य बड़े शहरी केंद्र पर अधिक है क्योंकि पर्याप्त एटीएम काम नहीं कर रहे हैं तथा उनमें पैसा भरने की गति बहुत धीमी है।
जब तक एटीएम यथाशीघ्र काम नहीं करने लग जाते, बैंकों के बाहर लंबी लाइनें इसी तरह लगती रहेंगी।