रियल एस्टेट के लिए सुनहरा 2022, देश के 7 बड़े शहरों में बने 4 लाख से ज्यादा नए घर
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट कंपनी एनरॉक के मुताबिक 2022 में देश के सात प्रमुख बाजारों में 4.02 लाख नए घर बने.
भारत में रियल एस्टेट बाजार को लेकर तमाम तरह की अटकलें और आशंका अकसर जताई जाती है. कहा जा रहा था कि जो बिजनेस कोविड पैनडेमिक से सबसे ज्यादा नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए हैं, उनमें से एक रियल एस्टेट बिजनेस भी है.
जबकि अगर जमीनी सर्वे और आंकड़ों को देखें तो कुछ और ही तस्वीर नजर आती है. एक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म की नई रिपोर्ट कह रही है कि कोविड महामारी के बाद रियल एस्टेट के बिजनेस में एक बार फिर बूम आया है और पिछले साल यानी वर्ष 2022 में रिअल एस्टेट की दुनिया में इतना निर्माण हुआ, जितना पिछले 5 सालों में भी नहीं हुआ था.
इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में देश के प्रमुख सात शहरों में रियल एस्टेट की कंपनियों ने चार लाख से ज्यादा नए घरों का निर्माण किया है. 2017 के बाद पिछले पांच सालों में यह पहली बार है, जब इतनी बड़ी संख्या में घरों का निर्माण किया गया है.
यह रिपोर्ट है प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म एनारॉक की. इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में देश के सात बड़े बाजारों में कुल 4.02 लाख नए घर बने, जो उसके एक साल पहले यानी वर्ष 2021 के मुकाबले तकरीबन दुगुने हैं. वर्ष 2021 में कुल 2.79 लाख नए घरों का निर्माण हुआ था.
इस रिपोर्ट में एनारॉक ने जिन शहरों को शामिल किया है, वो हैं दिल्ली-NCR, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता. यह रिपोर्ट इन शहरों में बनी रेजिडेंशियल यूनिट्स के बारे में है. रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा नए मकान मुंबई में बने, जिनकी कुल संख्या 1.26 लाख है. वहीं एक साल पहले 2021 में मुंबई में 70,500 नए घर बनकर तैयार हुए थे.
वहीं अगर दिल्ली-NCR क्षेत्र की बात करें तो यहां 2021 और 2022 में बने नए घरों की संख्या में बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं हुआ है. जहां वर्ष 2022 में यहां 86,590 नए घर बने, वहीं वर्ष 2021 में 86,300 घर बने थे. आंकड़ों में सिर्फ 290 का मामूली सा फेरबदल है.
वहीं बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई की बात करें तो इन तीनों शहरों में कुल मिलाकर 81,580 नए घर बने. वहीं कोलकाता में 23,190 नए घर बने.
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी के मुताबिक वर्ष 2022 भारत के रियल एस्टेट बिजनेस के लिए पॉजिटिव संदेश लेकर आया है. न सिर्फ निर्माण, बल्कि बिक्री के मामले में भी इस सेक्टर ने काफी सफलता अर्जित की है.
उम्मीद की जा रही है कि इस साल यानी 2023 में यह संख्या बढ़कर 5.44 लाख तक पहुंच सकती है. अकेले दिल्ली-एनसीआर में ही 1,66,850 नए घरों का निर्माण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. मुंबई में भी 1.33 लाख नए घर बन सकते हैं.
Edited by Manisha Pandey