विश्व की सबसे बड़ी बीयर कंपनी भारत में लगा रही है पानी के एटीएम
यह पहल कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व सीएसआर के तहत की गई है। बेल्जियम की कंपनी एबी इनबेव बीयर के निर्माण, विपणन और वितरण कारोबार से जुड़ी हुई है।
दुनिया की सबसे बड़ी बीयर कंपनी अनाहेसर-बुश इनबेव कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के उन क्षेत्रों में वॉटर एटीएम लगा रही है, जहां साफ और स्वच्छ पीने का पानी मौजूद नहीं है।
इस वक्त पर्यावरण के लिहाज से सबसे बड़ी मुश्किल पानी की है। भारत में पानी की उपलब्धता की हालत भी कुछ अच्छी नहीं है। कई शहरों में आज भी लोग पीने के साफ पानी के लिए तरसते हैं। बड़े-बड़े शहरों में पीने के पानी के लिए पानी की बोतल खरीदना एकमात्र विकल्प होता है। अगर किसी के पास पर्याप्त पैसे न हों तो उसे प्यासे मर जाना पड़े। हालांकि कई बार हालात ऐसे बनते हैं कि पैसे होने के बावजूद पीने का पानी नहीं मिल पाता। इस मुश्किल का हल निकालने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी बीयर कंपनी अनाहेसर-बुश इनबेव कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के उन क्षेत्रों में वॉटर एटीएम लगा रही है, जहां साफ और स्वच्छ पीने का पानी मौजूद नहीं है।
इसके लिए कंपनी की भारतीय सहायक ने गैर सरकारी संगठन जलधारा फाउंडेशन के साथ करार किया है। मैसूर में कंपनी ने अपनी बीयर इकाई के पास एक एटीएम कियोस्क लगाया है। इनवेब की कानूनी और निगमित मामलों की निदेशक पूजा बेदी ने कहा, 'रियायती दर 8 रुपये में 20 लीटर पर पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने के लिए रीसाइक्लिंग संयंत्र लगाया गया है। इससे होने वाली आमदनी का इस्तेमाल संयंत्र के संचालन में किया जाएगा। बेंगलुरु में पानी के चार एटीएम तीन स्थानों बिन्नीपेट, कादुगोदी, वनारपेट पर लगाए जा चुके हैं।'
इसी सप्ताह उनका अनावरण किया जाएगा। कावेरी नदी के पानी तक पहुंच और स्वच्छ भूमिगत जल की उपलब्धता नहीं होने के आधार पर इन क्षेत्रों की पहचान की गई है। कंपनी की आंध्र प्रदेश में अपनी इकाई के बाहर भी पानी का एटीएम लगाने की योजना है। इसके अलावा अन्य स्थानों का भी चयन किया जाएगा। यह पहल कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत की गई है। बेल्जियम की कंपनी एबी इनबेव बीयर के निर्माण, विपणन और वितरण कारोबार से जुड़ी हुई है। अभी कुछ दिन पहले ही अनाहेसर-बुश इनबेव ने साउथ फ्लोरिडा में भीषण तबाही से प्रभावित लोगों के लिए 310,000 पीने के पानी के कैन्स भेजे थे। ये पानी के कैन्स कंपनी के जॉर्जिया में स्थित फैक्ट्री से भेजे गए थे।
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