अगर आप हैं एयरटेल कस्टमर, तो फ्लाइट में भी ले सकेंगे सुपरस्पीड इंटरनेट का मजा
प्लेन बनाने वाली यूरोपीय कंपनी एयरबस एसई और अमेरिकी कंपनी डेल्टा एयर लाइन्स इंक ने इसके लिए कई सारी कंपनियों के साथ समझौता किया है। इसमें भारतीय टेलीकॉम सर्विस कंपनी एयरटेल भी शामिल है।
इस समझौते को 'सीमलेस एयर अलायंस' का नाम दिया है। इसका मकसद फ्लाइट में सफर करने वाले यात्रियों को सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के जरिए इंटरनेट प्रदान करवाना है। हालांकि अभी इस समझौते के फाइनैंशियल टर्म का खुलासा नहीं किया गया है।
अगर आपको कभी हवाई यात्रा करने का मौका मिला होगा तो यकीनन जिस चीज की आपकी कमी खलती होगी वो मोबाइल इंटरनेट ही होगा। लेकिन अब इसके समाधान पर काम किया जा रहा है। प्लेन बनाने वाली यूरोपीय कंपनी एयरबस एसई और अमेरिकी कंपनी डेल्टा एयर लाइन्स इंक ने इसके लिए कई सारी कंपनियों के साथ समझौता किया है। इसमें भारतीय टेलीकॉम सर्विस कंपनी एयरटेल भी शामिल है। अमेरिकी वायरलेस कैरियर स्प्रिंट कॉर्प, सैटेलाइट स्टार्टअप वनवेब और एयरटेल मिलकर ऐसी 5जी इंटरनेट तकनीक पर काम करेंगे जो फ्लाइट में इंटरनेट सर्विस मुहैया कराएगा।
वनवेब स्टार्ट अप को जापान के सॉफ्टबैंक की तरफ से फंडिंग मिली है। इस समझौते को 'सीमलेस एयर अलायंस' का नाम दिया है। इसका मकसद फ्लाइट में सफर करने वाले यात्रियों को सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के जरिए इंटरनेट प्रदान करवाना है। हालांकि अभी इस समझौते के फाइनैंशियल टर्म का खुलासा नहीं किया गया है। स्प्रिंट अगले साल 5G नेटवर्क लाने वाला है। कंपनी के चीफ कॉमर्शियल ऑफिसर डॉउ ड्रैपर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। डेल्टा ने कहा कि वह अपने इन फ्लाइट कनेक्टिविटी प्रोवाइडर गोगो को भी इस काम में शामिल करेगी।
इस वैश्विक पहल का ऐलान रविवार को बार्सिलोना में हुआ। इन कंपनियों द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि एयरटेल ने सीमलेस एलायंस जॉइन किया है जिससे मोबाइल ऑपरेटर्स और एयरलाइंस के बीच इनोवेशन का नया युग शुरू होगा और मोबाइल कंपनियां फ्लाइट में भी अपनी सर्विसेज दे पाएंगी।इन 5 फाउंडिंग मेंबर्स के अलावा इंडस्ट्री के दूसरे ऑपरेटर्स भी जुड़ेंगे। सीमलेस एलायंस के सभी मेंबर्स मिलकर डेटा एक्सेस का इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने और कॉस्ट को कम करने के लिए काम करेंगे।
भारती एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा कि इस इनोवेटिव तकनीक के फाउंडिंग मेंबर होने पर हमें खुशी है, जिससे हम कस्टमर्स को बिना रुकावट के कनेक्टिविटी दे पाएंगे। एयरटेल के ग्लोबल नेटवर्क के 37 लाख कस्टमर्स को फ्लाइट में भी बिना रुकावट के हाइ-स्पीड डेटा सर्विसेज मिल पाएंगी। एयरटेल दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मोबाइल ऑपरेटर है, जिसके एशिया और अफ्रीका के 16 देशों में ऑपरेशंस हैं। विट्टल ने कहा कि हम अपने सभी पार्टनर मेंबर्स की मदद से इस प्लैटफॉर्म को जल्द से जल्द कस्टमर्स तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
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