आज आधी रात से जीएसटी, संसद दुल्हन की तरह सजी
दुल्हन की तरह सजाई गई संसद में रात 12 बजे राष्ट्रपाति प्रणब मुखर्जी घंटा बजाकर करेंगे जीएसटी की शुरुआत...
आज आधी रात दुल्हन की तरह सजाई गई संसद में रात 12 बजे राष्ट्रपाति प्रणब मुखर्जी घंटा बजाकर जीएसटी की शुरुआत करेंगे। राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीएसटी के इस अवसर पर अपने विचार रखेंगे। सेंट्रल हॉल मंच पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी मौजूद रहेंगे। आमंत्रण तो पूर्वप्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भी भेजा गया था, लेकिन वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, जिसकी सबसे बड़ी वजह है कांग्रेस द्वारा कार्यक्रम का बहिष्कार।
आज़ादी के बाद से यह चौथा मौका होगा, जब संसद के सेंट्रल हॉल में आधी रात को कोई समारोह आयोजित होगा। उम्मीद की जा रही है, कि कार्यक्रम में लगभग 1,000 लोग शिरकत कर सकते हैं। कार्यक्रम में 'भारत कोकिला' लंता मंगेशकर, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और उदोयगपति रतन टाटा भी शामिल होंगे।
आज, शुक्रवार आधी रात को संसद के विशेष सत्र में केंद्र सरकार देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) यानी नया इनडायरेक्ट टैक्स सिस्टम लागू करने की घोषणा करेगी। शनिवार की सुबह से आप जो भी खरीददारी या ट्रांजैक्शन करेंगे, नई व्यवस्था के तहत उस पर टैक्स लगेगा। दुल्हन की तरह सजाई गई संसद में रात 12 बजे राष्ट्रपाति प्रणब मुखर्जी घंटा बजाकर जीएसटी की शुरुआत करेंगे। इस विशेष आयोजन में संसद की सज-धज के साथ उसके केंद्रीय कक्ष का कारपेट और साउंड सिस्टम बदल दिया गया है। कार्यक्रम देर रात तक चलेगा। यह आयोजन 15 अगस्त 1947 की आधी रात को मिली आजादी से जोड़ते हुए ही किया जा रहा है। वर्ष 1997 में आजादी की गोल्डन जुबली पर इसी तरह से आधी रात को कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
आज आधी को संसद में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा, महान गायिका लता मंगेशकर, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा आदि को भी इस विशेष कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। इस बीच कांग्रेस, वामपंथी दल और तृणमूल कांग्रेस ने जीएसटी का विरोध करते हुए इस कार्यक्रम में न आने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर प्रचार के लिए संसद के केन्द्रीय कक्ष का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा है, कि वह जीएसटी समारोह का बहिष्कार करेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी समारोह का बहिष्कार करने वाले राजनीतिक दलों से अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बहिष्कार के निर्णय पर पुनर्विचार कर इसमें शामिल होने की अपील की है।
उधर, शनिवार को विरोध में व्यापारी सड़कों पर उतर चुके हैं। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के बाद अब दिल्ली में भी व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं। व्यापारी चांदनी चौक में लाल किले के सामने सड़कों पर उतर आए हैं। गुजरात के जामनगर में भी व्यापारी महामण्डल ने बंद का ऐलान किया है। पूरा शहर बंद के समर्थन में खड़ा है। राजस्थान के जयपुर में कपड़ा व्यापारी हड़ताल पर चले गए हैं। तीन जुलाई तक मंडियां भी बंद रखने का ऐलान किया गया है।