आइडिया है तो अमल करो, अंजाम मिलेगा
Saturday March 14, 2015 , 5 min Read
आज वक्त है एक आइडिया का। एक आइडिया आपकी ज़िंदगी बदल देता है। वो दिन लद गए जब डॉक्टर, इंजीनियर या आईएएस बनना ही सबकुछ माना जाता था। आइडिया है तो आप आसमान में सीढ़ी लगाने की ताकत रखते हैं। आइडिया, नई सोच, कुछ अलग करने के जज़्बे का नया नाम है सनमित शाह। अपनी सोच और सूझबूझ की बदौलत सनमित ने पहले साल बीस हज़ार यूरो यानी तेरह लाख से ज्यादा रुपए की कमाई की। सनमित का काम है दुनियाभर के लगभग 150 देशों में फैली कंपनियों के बारे में बिजनेस (टेंडर्स, प्रोजेक्ट्स) से जुड़ी अहम जानकारियां देना।
सनमित शाह की परवरिश एक ऐसे परिवार में हुई जहां पढ़ाई लिखाई की काफी अहमियत थी। सनमित महाराष्ट्र के अकोला ज़िले के एक छोटे से तालुका तेलहारा से ताल्लुक रखते हैं। चूंकि पिता किसान थे और मां घरेलु महिला इसलिए उनकी तमन्ना थी कि उनका बेटा डॉक्टर बने। लेकिन पढ़ाई में औसत होने की वजह से सनमित अपने मां-बाप की उम्मीदों पर खरे उतरने की स्थिति में नहीं थे। ये बात और है सनमित का दिमाग विज्ञान और उससे जुड़ी क्रिएटिव चीज़ों में खूब रमता। इसी वजह से वे राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली परीक्षा एनसीएसटीसी में शामिल हुए और चाइल्ड साइंटिस्ट का सम्मान भी हासिल किया। कहते हैं कि जो होता है अकसर अच्छा ही होता है। यही सनमित के साथ भी हुआ। असल में सनमित की ज़िंदगी उन्हें एक नए रास्ते पर ले जाने के लिए तैयार खड़ी थी। इसका ज़रिया बना मुंबई का सेंट फ्रांसिस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी। जहां सनमित ने कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। ये उनके मन मुताबिक पढ़ाई थी।
कंप्यूटर की पढ़ाई के दौरान सनमित का पहली बार वास्ता पड़ा लैपटॉप से, इंटरनेट से और कहना चाहिए एक नई दुनिया से। इंटरनेट पर दुनिया भर की फैली जानकारियों को पढ़कर और देखकर ऐसा लगा जैसे उन्हें नया जीवन मिल गया हो। उन्हें महसूस हुआ कि मुफ्त में मिल रही जानकारियों का सही इस्तेमाल कर अपनी एक नई दुनिया बनाई जा सकती है। कॉलेज के बाद उन्होंने कम-कम समय के लिए कई कंपनियों में काम भी किए लेकिन हर नौकरी के साथ उनका यह विश्वास और मजबूत होता गया कि क्यों न इंटरनेट पर फैली अपार जानकारियों का सही इस्तेमाल कर कुछ अच्छा किया जाए। इसी तरह की जानकारी हासिल करने के उद्देश्य से सनमित ने एल्डविएस ब्रोकिंग लिमिटेड नाम की एक कंपनी में कदम रखा। सनमित की मेहनत और समझ ने अपना रंग दिखाया और तकरीबन तीन महीने बाद ही उन्हें टेंडर न्यूज़ डॉट कॉम में नौकरी करने का मौका मिला। तीन महीने नौकरी की अवधि का आंकड़ा वो यहां भी पार नहीं कर सके। नौकरी छोड़ दी। कहते हैं लक्ष्य जब साफ दिख रहा हो तो बहादुर रास्तों की परवाह नहीं करते। इस नौकरी के बाद सनमित ने थोड़ा वक्त लिया खुद को तैयार करने और अपनी कंपनी को शुरु करने के लिए। इसके बाद अक्टूबर 2012 में सनमित ने अपनी कंपनी टेंडरबोल्ट की स्थापना की।
टेंडरबोल्ट इंटरनेट पर एक पोर्टल के तौर पर रजिस्टर्ड किया गया। जिसका काम है दुनियाभर की बिजनेस कंपनियों के बारे में जानकारी देना। जानकारी खास तौर पर टेंडर से संबंधित। इसके अलावा टेंडरबोल्ट दुनियाभर की कंपनियों को नए प्रोजेक्ट्स, किस प्रोजेक्ट का काम कौन सी कंपनी कर रही है, वगैरह वगैरह तमाम जानकारियां मुहैया कराने वाला है। मतलब ये कि अगर आप टेंडरबोल्ट के पोर्टल से जुड़ेंगे तो आपके पास देश और दुनिया में बिजनेस जगत में क्या चल रहा है उससे जुड़ी अहम सूचनाएं आपको मिल जाएंगी। सनमित शाह ने इस काम में खुद को मांजना शुरू किया और आज की तारीख में उनके पास दस हज़ार से ज्यादा सूचना देने वाले सूत्र हैं और इन सूत्रों के तार जुड़े हैं डेढ़ सौ से ज्यादा देशों में। इन संपर्क सूत्रों से बिजनेस से जुड़ी सूचनाएं सनमित शाह अपने क्लाइंट्स को हर दिन मेल के ज़रिए चौबीस घंटे मुहैया कराते हैं। नतीजा ये है कि रोज़ाना अलग अलग कंपनियां तकरीबन दस हज़ार से ज्यादा सूचनाएं अपलोड करती है।
सनमित शाह को अपने पोर्टल का नाम ढूंढने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। उन्हें जो भी नाम पसंद आता, जिन नामों को लेकर वो अपना पोर्टल बनाने की सोचते, वो पहले से ही डोमेन में रजिस्टर्ड होता। असल में सनमित कोई ऐसा नाम ढूंढ रहे थे जिसको पूरी दुनिया में आसानी से बोला जा सके और जिसके नाम से उसके काम की रफ्तार को महसूस किया जा सके। हफ्ता भर की माथापच्ची के बाद जाकर इन्हें थंडरबोल्ट के तर्ज पर टेंडरबोल्ट नाम मिला। इस नाम ने इनके काम को काफी रफ्तार दी।
टेंडरबोल्ट के साथ एक बार सब्सक्राइब करने पर क्लाइंट को पूरे साल के लिए जानकारियां मिलती रहती हैं लेकिन इसके लिए नए क्लाइंट को अग्रिम राशि देनी होती है। सनमित का मानना है कि इस प्रतिस्पर्द्धा के बाज़ार में भी अपनी अलग पहचान बनाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। यही वजह है कि उनकी कंपनी ने पहले ही साल बीस हज़ार यूरो यानी तेरह लाख से ज्यादा रुपए की कमाई की। टेंडरबोल्ट का काम का फैलाव खासतौर से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार है। जिनमें यूरोप, मिडिल ईस्ट और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों की कंपनियां हैं। जब सनमित ने काम की शुरूआत की थी उस समय इनका बाज़ार यूरोप तक सीमित था।
सनमित शाह फिलहाल किसी और बिजनेस में खुद को व्यस्त करना नहीं चाहते हैं। उनका अब भी सबसे ज्यादा ध्यान अपने ही काम को बढ़ाने पर है, जिसमें और अच्छी तकनीक का इस्तेमाल किया जाए। पोर्टल का फैलाव, उसके दायरे में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं, इसके लिए सनमित दिन रात मेहनत कर रहे हैं। उनकी जानकारियां ज्यादा लोगों के विकास का ज़रिया बने-ज्यादा चेहरे पर खुशी लाए---इससे ज्यादा किसी को और क्या चाहिए। सनमित शाह का मानना है कि अगर किसी के पास आइडिया है तो उसे अमल में लाना चाहिए। बस ज़रूरत है जज़्बे की।