महिलाओं की छवि सुधारने की कोशिश है ‘लक्ज़री इमेज कंसल्टेंसी’
‘‘आपकी छवि ही आपका सबसे बेहतरीन विजिटिंग कार्ड है।’’ यह कहना है नई दिल्ली में लक्ज़री इमेज कंसल्टेंसी के क्षेत्र में सक्रिय इंटरनेश्नल लक्ज़री एकेडमी की निदेशक मोनिका गर्ग का।
दुनियाभर के कई जाने-माने छवि निर्माताओं या इमेज मास्टर्स से छवि, फैशन, स्टाइल, रंग और शिष्टाचार में प्रशिक्षित मोनिका न्यूयाॅर्क के एटिक्यूइट स्कूल आॅफ मैनहेटन से प्रमाणित एक प्रशिक्षक हैं। इसके अलावा उन्होंने स्विटज़रलैंड के इंस्टीट्यूट विला पाईरेफु से भी कई प्रमाणपत्र प्राप्त किये हुए हैं और इसके सहारे वे महिलाओं की छवि को सुधारने के अपने कौशल में इजाफा करने में कामयाब रही हैं।
मोनिका कहती हैं, ‘‘मेरे पास आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपनी एक अलग चिंता और परेशानी से त्रस्त होता है। एक तरफ जहां कई अपनी शादी के मंडप में सबसे सुंदर लगना चाहता है तो कुछ अपने करियर को नई गति देने के क्रम में अपनी छवि को चमकाने की लालसा रखते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे छात्र भी आते हैं जो गर्मियों के दौरान इंटर्नशिप या प्रशिक्षण के लिये विदेशी जमीन पर अपने पांव रखने से पहले अपनी छवि को निखारना चाहते हैं। सबकी चिंताएं और सरोकार अलग होते हैं और उसी आधार पर समाधन भी विविध होते हैं लेकिन इसका सरोकार मूलतः सामने वाले व्यक्ति के आत्मविश्वास के स्तर को ऊपर उठाने से संबंधित है।’’
एक तरफ जहां कुछ लोगों की मदद उनकी बाॅडी लैंग्वेज या फिर भावभंगिमा में बदलाव लाकर ही हो जाती है वहीं कुछ को फैशन और स्टाइल में तैयार करके आगे बढ़ाना पड़ता है। आमतौर किसी भी व्यक्ति की सहायता के लिये आठ से 10 सत्र के बीच का समय लगता है। मोनिका की अकादमी लोगों को आपसी सुविधा और सामंजस्य के आधार पर एक महीने या फिर कुछ महीनों के समय में तैयार कर देती है।
कौन हैं मोनिका?
मोनिका मूलतः विज्ञान की पृष्ठभूमि से आती हैं। उन्होंने वर्ष 2010 में लड़कियों के लिये एक शिष्टाचार प्रशिक्षण केंद्र और ग्रूमिंग स्कूल खोला जहां पर वे नई दुल्हनों के लिये विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का संचालन करती थीं। इसके बाद वर्ष 2012 में उन्होंने एक इमेज कंसल्टेंसी में काम करना प्रारंभ कर दिया।
मोनिका इसे कम निवेश के बदले अधिक फायदा देने वाले व्यापार के रूप में देखती हैं और उन्हें लगता है कि यह क्षेत्र आने वाले दिनों में विकास के लिये बिल्कुल तैयार है। मोनिका के द्वारा प्रशिक्षित कुछ छात्र सफलतापूर्वक अपना पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद अपने उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं और कुछ तो अब अपने ही इमेज स्टूडियो भी खोल रहे हैं।
मोनिका को छवि परामर्श के अपने योगदान के माध्यम से महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में किये जा रहे अपने प्रयासों के चलते दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा समाज रत्न पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। मोनिका कहती हैं, ‘‘हम महिलाओं को समाज में अपना स्थान पाने के लिये शिक्षित और प्रेरित कर रहे हैं। एक बार देश के एक जाने-माने रानजीतिज्ञ की बहू ने मुझसे अपने अंदर बदलाव लाने में सहायता के लिये संपर्क किया क्योंकि उन्हें लगता था कि वे कई प्रमुख आयोजनों में अपने पति के साथ कदम मिलाकर चलने के हिसाब से तैयार नहीं हैं। ग्रूमिंग के सिर्फ एक ही सत्र के बाद वे आवश्यक आत्मविश्वास पाते हुए खुद को बदलने में सफल रहीं।’’
यह भी एक संयोग ही है कि मोनिका की अकादमी भारत में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता के साथ इमेज कंसल्टेंसी प्रदान करने वाली पहली अकादमी है जो छात्रों को इस क्षेत्र के सामने बेहतरीन अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता वाले पाठ्यक्रम पेश कर रही है। वर्तमान में मोनिका स्टाइल इमेज प्राइवेट लिमिटेड के एक हिस्से के रूप में इंटरनेश्नल लक्ज़री एकेडमी का सफल संचालन कर रही हैं जो कारोबार के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय गंगा ग्रुप आॅफ कंपनीज का एक व्यवसायिक उद्यम है।
मोनिका की विस्तार की योजनाएं
मोनिका महिलाओं के लिये कुछ नए पाठ्यक्रम प्रारंभ करने पर विचार कर रही हैं और साथ ही उनका इरादा अपने इस अभियान का विस्तार अन्य शहरों में भी करने का है। पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड होने के बावजूद मोनिका निकट भविष्य में किसी भी प्रकार का निवेश पाने का इरादा नहीं रखतीं। ये बहुत ही जल्द लुधियाना में भी अपना एक केंद्र खोलने जा रही हैं।
मोनिका जो अपने काम से बेहद प्यार करती हैं और वे जो कुछ भी करती हैं उसके प्रति काफी भावुक रहती हैं खुद को अपने छात्रों के बीच मार्गदर्शक की तरह पेश करना काफी पसंद करती हैं। जैसा कि मोनिका कहती हैं कि उनका कभी कोई रोल माॅडल नहीं रहा लेकिन उन्होंने हमेशा से ही कड़ी मेहनत को सफलता का मूल मंत्र माना है। मोनिका का मानना है कि जीवन में आगे बढ़नेे के लिये यही एक इकलौता रास्ता है।
एक हल्के माहौल में बातचीत को समाप्त करते हुए मोनिका कहती हैं, ‘‘प्रत्येक गुजरते हुए दिन के साथ स्वयं के बारे में जागरुकता में इजाफा होता जा रहा है और वास्तव में यह हमारे लिये एक बेहद अच्छी खबर है।’’