Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

मिट्टी में जान डालने वाले मूर्तिकारों की हर मूर्ति बहुत कुछ कहती है...

गणेश चतुर्थी के अवसर पर हम इन मूर्तिकारों के बीच गए और इनके शिल्प को समझा। इनके जीवन के प्रति गहरी आस्था ने हमें प्रभावित किया। प्रस्तुत है इन प्रतिभाशाली मूर्तिकारों की कुछ तस्वीरें...

मिट्टी में जान डालने वाले मूर्तिकारों की हर मूर्ति बहुत कुछ कहती है...

Sunday September 20, 2015 , 1 min Read

गणेश चतुर्थी का त्योहार महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा के अलावा भारत के कई प्रांतों में बेहद लोकप्रिय है। यह ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और मॉरीशस में रहने वाले भारतीयों द्वारा भी उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, और खासकर विसर्जन में एकजुट होकर शामिल होना लोगों उनके रोज़मर्रा के झमेलों को भूलकर एकजुट होकर आनंद पूर्वक जुड़ने में मदद करता है।

दस दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का मुख्य आकर्षण होता है घरों और सार्वजनिक पंडालों में गणेश की भव्य मूर्तियां और इनकी साज सज्जा। गणेश की मूर्तियां बनाने वाले मूर्तिकार थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में सक्रिय रूप से काम करते मिलेंगे। बढ़ते शहरीकरण और प्रदूषण के बीच प्लास्टर ऑफ़ पेरिस और रासायनिक पेंट का इस्तेमाल किये बिना, पर्यावरण के प्रति अनुकूल मूर्ति बनाने का भी चलन इन दिनों ज़ोर पकड़ रहा है।

बंगलौर में रहने वाले इन मूर्तिकारों की रचनात्मकता पीढ़ी दर पीढ़ी और साल दर साल जारी है। हम इन कारीगरों के बीच गए और इनके शिल्प को समझा। इनके जीवन के प्रति गहरी आस्था ने हमें प्रभावित किया। प्रस्तुत है इन प्रतिभाशाली मूर्तिकारों की कुछ तस्वीरें।


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


image


प्रस्तुति - मदनमोहन राव 

अगर आपके पास रचनात्मक तस्वीरें है तो हमें [email protected] पर भेजिए