जीएसटी से यात्रा होगी महंगी,लेकिन होटल व एयरलाइंस पर कर का दोहराव समाप्त होने से होगा फायदा
यात्रा सेवा प्रदाताओं का मानना है कि जीएसटी का कार्यान्वयन होने पर अल्पकालिक स्तर पर उपभोक्ताओं को यात्रा व छुट्टी (होलीडे) आदि पर अपेक्षाकृत अधिक खर्च करना पड़ सकता है, लेकिन दीर्घकालिक स्तर पर होटल व एयरलाइंस पर कर का दोहराव समाप्त होने से उन्हें फायदा होगा।
काक्स एंड किंग्स के सीएफओ अनिल खंडेलवाल ने पीटीआई भाषा से कहा,‘ उपभोक्ताओं के लिहाज से अल्पकालिक स्तर पर हो सकता है कि दर बढ़ें। लेकिन यह तो जीएसटी परिषद द्वारा दरें तय करने पर ही निर्भर करता है।’ उन्होंने कहा कि मध्यावधि व दीर्घकालिक स्तर पर उपभोक्ताओं को निश्चित रूप से फायदा होगा।
थामस कुक इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी महेश अयजीर ने कहा कि जीएसटी प्रणाली के तहत होटल व रेस्त्राओं को आपुर्ति पर एक ही कर लगेगा जिससे लागत में कमी आ सकती और इसका फायदा ग्राहकों को होगा।
यात्रा डाट काम के अध्यक्ष शरत ढल्ल ने कहा कि सरकार को विमानन क्षेत्र को अलग रखना होगा क्योंकि मौजूदा सेवा कर आधार किराये का 5.6 प्रतिशत से 9 प्रतिशत है जो कि 15-18 प्रतिशत की जीएसटी दर से काफी कम है।
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष रियाज अमलानी ने शराब को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने पर खेद जताया है।-पीटीआई