कार पार्किंग की समस्या आसान करें ये ऐप्स
चार ऐसे ऐप्स जो पार्किंग की समस्या से दिलायेंगे निजात।
जैसे-जैसे आबादी बढ़ी है, वैसे-वैसे संसाधनों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। देखा जाये तो बड़े शहरों में रह रहे एक मध्यमवर्गीय परिवार में जितने सदस्य होते हैं उतनी कारें होती हैं। सड़क पर कारों की बढ़ती लंबी कतारें और पार्किंग में कम होती जगह का सामना हर दूसरे व्यक्ति को प्रतिदिन करना पड़ता है। ऐसे में आपकी उसी समस्या का समाधान करने के लिए मार्केट में कुछ ऐप्स काफी तेज़ी से लोगों के बीच इस्तेमाल किये जा रहे हैं। आईये जानते हैं कौन से हैं वे एप्स, जो निजात दिलाते हैं पार्किंग की समस्या से।
शहरों और महानगरों में तेजी से कार की बढ़ती संख्या के साथ ही कार ट्रैफिक जाम और पार्किंग की समस्या खड़ी हो रही है। कार से कहीं बाहर जाने पर यदि पार्किंग की सही जगह न मिले तो खुन्नस तो होती ही है, साथ ही काफी समय भी बर्बाद होता है। स्मार्टसिटी के सपने और स्मार्टफोन के जमाने में इस मुश्किल को दूर करने के लिए स्टार्टअप मार्केट में कुछ ऐसे नये ऐप्स लॉन्च हुए हैं, जिनसे आप आसानी से कार पार्क करने की जगह खोज सकते हैं।
पार्क व्हील्स (parkwheels)
इस ऐप के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि किसी खास इलाके में पार्किंग की सबसे सही जगह कौन सी होगी। आप खुद से चेक इन कर सकते हैं और अपने ई वॉलिट से कैशलेस पेमेंट भी कर सकते हैं। इसकी खासियत यह है कि अगर आपके फोन में इंटरनेट नहीं है तो आप ऑफलाइन सर्विस का यूज करते हुए कार पार्क कर सकते हैं। पार्किंग के एंट्रेंस में लगे RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस) रीडर आपकी कार को पहचान लेंगे और पार्किंग का गेट अपने आप खुल जाएगा। इसके बाद आपके फोन में नोटिफिकेशन भी चला जाएगा। आपके एंट्री करने के टाइम के साथ ही आफको एक ई-रिसिप्ट भी मिल जाएगी। धनंजय राठौर और सुमित जैन ने मिलकर दिसंबर 2015 में इस स्टार्ट अप की शुरुआत की थी।
गैट माई पार्किंग (Get My Parking)
पार्किंग के लिए सबसे ज्यादा पॉप्युलर और ज्यादा पहुंच वाला ऐप है। औसत रूप से हर दिन तकरीबन 40,000 पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराने वाला यह ऐप सबसे सफल माना जा रहा है। इस ऐप के जरिए आप रियल टाइम में देख सकते हैं कि पार्किंग की सबसे अच्छी और नजदीक जगह कौन सी है। लोकेशन और समय के हिसाब से कम से कम चार घंटे के लिए आप पार्किंग की जगह बुक कर सकते हैं।
'गेट माई पार्किंग' स्टार्ट अप को रसिक पानसरे और चिराग जैन ने गवर्नमेंट को स्मार्टसिटी सॉल्यूशन्स देने और कंज्यूमर्स को पार्किंग की जगह उपलब्ध करवाने के लिए इस ऐप को डिजाइन किया था। 18 महीने पुराने स्टार्ट अप ने अब तक 1.1 मिलियन डॉलर यानी तकरीबन 7.5 करोड़ की फंडिंग जुटा ली है।
गैट पार्क्ड (GetParked)
आपको फिल्म देखने जानी हो या फिर शॉपिंग करने। पार्किंग की टेंशन से मुक्ति दिलाने के लिए एक और ऐप है GetParked. इसके जरिए आप घर से निकलते ही पार्किंग की जगह बुक करा सकते हैं। आपको बस ऐप में अपना डेस्टिनेशन टाइप करना होगा। उसके बाद आप पता लगा सकेंगे कि किस जगह पार्किंग की कितनी जगह खाली हैं। गाड़ी पार्क होते ही आपके पास नोटिफिकेशन चला जाएगा और जब आपका समय पूरा हो जाएगा तो आपको ऐप खुद ही इन्फॉर्म कर देगा। अगर पार्किंग बुक करने के बाद किन्हीं कारणों से आप बुकिंग कैंसिल करना चाहते हैं तो बुक करने के पांच मिनट के अंदर या रिक्वेस्ट करने के एक घंटे तक आप बुकिंग कैंसिल करें और आपको पूरा रिफंड भी मिल जाएगा। सन त्रिबेदी इस स्टार्टअप के सीईओ हैं।
पार्किंग फॉर श्योर (Parking4Sure)
Parking4Sure सेंट्रल पार्किंग सर्विस (CPS) का ही एक पार्ट है। CPS के जरिए आप एक साथ देख सकते हैं कि किस इलाके में कौन सी पार्किंग कंपनी बेहतर और कम पैसे में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करा रही है। एन सत्यनारायनन ने इस स्टार्टअप को शुरू किया था।
तो सोच क्या रहे हैं, इन ऐप्स को अपने मोबाईल में भी जगह दें और पार्किंग की समस्या से निजात पायें।
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