क्रिकेट खेलता देख गुस्सा करते थे पिता, आईपीएल नीलामी में दिग्गजों को पीछे छोड़ गए दो भाई
बहुत कम लोगों को पता होगा कि अनमोलप्रीत सिंह और प्रभसिमरन सिंह चचेरे भाई हैं। क्रिकेट की दुनिया में बहुत गिने-चुने पारिवारिक नाम हैं जिन्होंने क्रिकेट जगत में एक साथ नाम कमाया है।
प्रभसिमरन को किंग्स इलेवन पंजाब ने मुंबई इंडियंस को बोली में पछाड़कर 4 करोड़ 80 लाख की भारी-भरकम रकम देकर खरीदा। वहीं प्रभसिमरन के चचेरे भाई अनमोलप्रीत सिंह का भी बेस प्राइस मात्र 20 लाख रुपए था लेकिन उन्हें इंडियंस ने 80 लाख रुपए में खरीदा।
आईपीएल हमेशा से ही क्रिकेट के छिपे हुए सितारों को निखारने के लिए जाना जाता रहा है। चाहें वो भुवनेश्वर कुमार हों या जसप्रीत बुमराह, ऐसे कई क्रिकेटर हैं जिन्होंने आईपीएल में अपने खेल के दम पर भारतीय टीम में जगह बनाई है। अब इसी क्रम में इन दो भाइयों को देखा जा रहा है। दो चचेरे भाईयों ने आईपीएल नीलामी में इतिहास रचा।
दरअसल इस बार आईपीएल 2019 के लिए हुई नीलामी में पिछली नीलामी के मुकाबले ज्यादा खिलाड़ी नहीं थे। केवल 346 खिलाड़ियों की इस नीलामी में बोली लगी। हालांकि इन खिलाड़ियों में युवराज सिंह, डेल स्टेन और ब्रैंडन मैक्कुलम जैसे दिग्गज क्रिकेटर शामिल थे लेकिन इन नामी क्रिकेटर्स के बीच दो ऐसे लड़कों ने बाजी मारी जिनका नाम इससे पहले शायद ही किसी ने सुना होगा।
हम बात कर रहे हैं अनमोलप्रीत सिंह और प्रभसिमरन सिंह की। बहुत कम लोगों को पता होगा कि अनमोलप्रीत सिंह और प्रभसिमरन सिंह चचेरे भाई हैं। क्रिकेट की दुनिया में बहुत गिने-चुने पारिवारिक नाम हैं जिन्होंने क्रिकेट जगत में एक साथ नाम कमाया है। हालांकि जिस तरह से इन दोनों खिलाड़ियों को खरीदने के लिए सभी 8 फ्रैंचाइजी के बीच होड़ देखने को मिली उससे एक बात तो साफ है कि इन दोनों के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। प्रभसिमरन सिंह का बेस प्राइस मात्र 20 लाख रुपये था लेकिन उन्हें खरीदने के लिए फ्रैंचाइजी के बीच जमकर बिडिंग हुई और अंत में किंग्स इलेवन पंजाब ने 4.8 करोड़ रुपये में उन्हें अपने साथ जोड़ लिया।
अंडर-19 क्रिकेट खेल रहे पंजाब टीम के कप्तान प्रभसिमरन को किंग्स इलेवन पंजाब ने मुंबई इंडियंस को बोली में पछाड़कर 4 करोड़ 80 लाख की भारी-भरकम रकम देकर खरीदा। वहीं प्रभसिमरन के चचेरे भाई अनमोलप्रीत सिंह का भी बेस प्राइस मात्र 20 लाख रुपए था लेकिन उन्हें इंडियंस ने 80 लाख रुपए में खरीदा।
अनमोलप्रीत के पिता सतविंदर सिंह याद करते हुए कहते हैं कि हर बार जब वे अपने बेटे अनमोल और भतीजे प्रभसिमरन को क्रिकेट खेलते हुए देखते थे तो उन्हें बहुत गुस्सा आता था। दरअसल सतविंदर सिंह पूर्व भारतीय हैंडबॉल खिलाड़ी हैं इसलिए वे खुद चाहते थे कि उनके परिवार की अगली पीढ़ी भी उनके ही नक्शे कदम पर चले।
सतविंदर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा, "हमारे घर के पीछे कुछ हैंडबॉल गोल पोस्ट थे, लेकिन काफी समय पहले उनकी जगह क्रिकेट नेट्स ने ले ली। मुझे कभी भी एक खेल के रूप में क्रिकेट पसंद नहीं आया। लेकिन किस्मत में कुछ और ही था। अब मैं क्या कहूं? हमें अपने परिवार पर काफी गर्व है। अब तो तीसरा (तेजप्रपीत सिंह) भी क्रिकेट में अच्छा कर रहा है।" 17 वर्षीय तेजप्रीत अनमोलप्रीत का छोटा भाई है जो पंजाब अंडर-19 के लिए बतौर लेग स्पिनर खेलता है।
सभी टीमों के बीच देखने को मिली खरीदने की जद्दोजहद
किंग्स इलेवन द्वारा बड़ी बोली लगाने से पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) और मुंबई इंडियंस ने प्रभसिमरन के लिए बोली-प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन एक के बाद एक दोनों टीमें तेजी से बोली लगाती रहीं। अंत में किंग्स इलेवन पंजाब ने बाजी मारी। प्रभासिमरन ने बताया, "हम सभी टीवी से चिपके हुए थे। मुझे पूरा भरोसा था कि भइया (अनमोलप्रीत) को कॉनट्रैक्ट जरूर मिलेगा। लेकिन मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि मैं इतनी भारी कीमत में किसी फ्रेंचाइजी द्वारा खरीदा जाऊंगा।"
नीलामी में दोनों भाइयों के खरीदे जाने के बाद पटियाला में सिंह परिवार के लिए ये शाम बेहद खास बन गई। प्रभसिमरन के पिता सुरजीत सिंह मंडी बोर्ड में नौकरी और मां जसवीर कौर हाउस वाइफ है। सुरजीत सिंह कहते हैं, "जब मुंबई इंडियंस ने अनमोल को चुना तो हमने मिठाई बांटकर जश्न मनाया, लेकिन जब प्रभसिमरन की बोली शुरू हुई, उसके बाद तो हम पागल हो गए। पूरा परिवार भांगड़ा कर रहा था। हमारे पड़ोसी हमारे घर के सामने नाच रहे थे। आधी रात तक हम जश्न मनाते रहे।"
भारत अंडर-19 और पंजाब टीमों के लिए अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले अनमोलप्रीत का मानना है कि उनका चचेरा भाई कमाल का है। उन्होंने कहा, "वह गेंद को सफाई के साथ बाहर मारता है। हमारे स्कूल के दिनों में, हमने विरोधी टीमों को खूब छकाया है। हम पटियाला में एक इंटर-स्कूल टूर्नामेंट खेल रहे थे और एक मैच में हमारी विपक्षी टीम मैदान पर नहीं उतर रही थी। तभी उनके कोच ने कहा कि वे शर्मिंदा नहीं होना चाहते थे क्योंकि विपक्षी गेंदबाजों को उनसे डर लग रहा था।"
हालांकि प्रभसिमरन की तुलना में एक खिलाड़ी के रूप में अधिक पहचान रखने वाले, अनमोलप्रीत को इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि उनके चचेरे भाई को उनसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला। अनमोल बताते हैं, "मैं इस तरह से सवालों की उम्मीद कर रहा था, लेकिन मैं आपको एक बात बताता हूं कि सारे पैसे घर आ रहे हैं।"
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