घर और आसपास की सफाई और रखरखाव की चिंता छोड़ें, हाउसजाॅय है न!!!
ऐसा अमूमन सिर्फ त्योहारों के दिनों में ही होता है जब किसी को भी अपने घर के आसपास की साफ-सफाई और रखरखाव की चिंता होती है। एक तरफ जहां अधिकतर लोग अपनी छुट्टियों का भरपूर आनंद लेने के फेर में इन कामों के निष्पादन से दूर भागते हैं वहीं ऐसे में इन कामों को करने में सक्षम सही लोगों को तलाशना और भी अधिक दुष्वार हो जाता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को घर की साफ-सफाई और रखरखाव से संबंधित सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य के साथ इसी वर्ष जनवरी के महीने में हाउसजाॅय (Housejoy) की स्थापना की गई। हाउसजाॅय की स्थापना इस क्षेत्र के दो पुराने दिग्गजों सुनील गोयल और अर्जुन कुमार द्वारा की गई है।
सुनील दो दशकों से भी अधिक समय तक टेस्को की आईटी लीडरशिप टीम के साथ काम करने के बाद ट्यूटरविस्टा के साथ जुड़े जहां वे स्टार्टअप का संचालन सीखने के अलावा उनके कामकाज के तरीके से रूबरू होने में सफल रहे। ट्यूटरविस्टा का हिस्सा बनने के बाद सुनील ने वीयूफस्र्ट की स्थापना की जो काम पर रखे जाने से पहले उम्मीदवारों की प्री-स्क्रीनिंग के लिये वीडियो मंच उपलब्ध करवाता है। ट्यूटरविस्टा के साथ काम करने के दौरान ही उनकी मुलाकात अर्जुन से हुई। अर्जुन बुकअड्डा का सफल संचालन कर रहे थे और 5 मिलियन डाॅलर की फंडिंग पाने में कामयाब रहे थे। बाद में सपना समूह ने बुकअड्डा का अधिग्रहण कर लिया था। अर्जुन को विभिन्न कंपनियों के साथ उत्पाद विकास और भुगतान प्रणाली सहित अन्य कई क्षेत्रों में काम करने का एक दशक से भी अधिक का अनुभव है।
इन दोनों ही संस्थापकों को घर की साफ-सफाई और रखरखाव के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता था और उन्हें यह समझ में आ गया था कि इस क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। इन्होंने कई विक्रेताओं और उपभोक्ताओं से बातचीत की और दोनों ही पक्षों के सामने आने वाले मुद्दों और चुनौतियों का हाल जाना।
सुनील कहते हैं, ‘‘उपभोक्ताओं को सेवा प्रदाताओं के साथ अपनी संपर्क जानकारी साझा करने में परेशानी थी। इसका मुख्य कारण यह था कि जानकारी साझा करने के बाद उनके पास विभिन्न सेवा प्रदाताओं के फोन आने प्रारंभ हो जाते और प्रत्येक की काम की दर बिल्कुल अलग होती। इसके अलावा ऐसे में उपभोक्ता को उनके काम की गुणवत्ता और उनकी पृष्ठभूमि के बारे में भी कोई जानकारी नहीं होती।’’
‘‘इसके अलावा जब हम सेवा प्रदाताओं से मिले तो हमें इस बात का गुमान हुआ कि वे भी कुछ खासे प्रसन्न नहीं हैं। उन्हें सिर्फ लिस्टिंग के लिये ही भुगतान करना पड़ता था और उसके बाद उन्हें काम मिलेगा या फिर नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं थी। कई का तो यह कहना था कि उन्हें उपभोक्ता के घर तक पहुंचने के लिये आधा दिन तक खर्च करना पड़ता क्योंकि वह बैंगलोर के दूसरे छोर पर स्थित था। और जबतक वे वहां पहुंचते कभी-कभी तो कोई दूसरा काम को करके जा चुका होता था।’’
जनवरी 2015 में जब इस कंपनी की स्थापना हुई थी तब इन्हें प्रतिदिन 40 से 50 तक आॅर्डर मिलते थे और वर्तमान में ये इस संख्या को बढ़ाकर 4 हजार प्रतिदिन तक लाने में सफल रहे हैं। इसके अलावा इन्होंने अपना दायरा भी बैंगलोर से बढ़ाकर दिल्ली, अहमदाबाद, पुणे, मुंबई, हैदराबाद, जयपुर, सूरत, चंडीगढ़ और चेन्नई सहित 10 शहरों में फैला लिया है। इसके अलावा हाल ही में ये फ्लिपकार्ट के पूर्व उपाध्यक्ष (उत्पाद) सरन चटर्जी को भी अपने बोर्ड का सदस्य बनाने में कामयाब रहे हैं।
सरन हमें बताते हैं कि क्यों अमरीका के बे एरिया मे कुछ समय तक काम करने के बाद वे भारत आने के लिये बेकरार थे। ‘‘भारत वापस आने के बाद मैं उम्मीद कर रहा था कि यहां भी चीजें अमरीका की तरह सहज होंगी। मैं प्रारंभ से ही समस्याओं का हल करने के प्रति इच्छुक रहता था और एक छोटी सी कंपनी के साथ काम करते हुए प्रभाव छोड़ना चाहता था। और ऐसे में हाउसजाॅय बिल्कुल वही सबकुछ कर रहा था जिसकी मुझे तलाश थी।’’
वर्तमान में यह कंपनी लैपटाॅप की सर्विसिंग, मोबाइल फोन और एयर कंडीशनर की मरम्मत, इलेक्ट्राॅनिक्स प्लंबिंग, बढ़इगीरी और लाँड्री इत्यादि जैसे क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इनका इरादा जल्द ही घर आधारित आॅटोमोबाइल सर्विसिंग और मरम्मत के क्षेत्र में भी कदम रखने का है। वर्तमान में यह कंपनी लोगों को साॅफ्ट और नौकरी आधारित दोनों ही तरह के कौशल में ट्रेनिंग देते हैं। इसके अलावा सौंदर्य और दुल्हन के श्रृंगार जैसी सेवाओं के लिये हाउसजाॅय के पास अपनी ही एक कुशल कर्मचारियों की टीम है। इसके अलावा यह कंपनी यह भी सुनिश्चित करती है कि इन्होंने जो काम हाथ में लिया है वह पूरा हो और अगर सेवा प्रदाता की किसी गल्ती के चलते कोई नुकसान होता है तो वे 10 हजार रुपये तक के दावों का बीमा भी देते हैं।
कंपनी का इरादा आने वाले 6 महीनों में अपने क्षेत्र का विस्तार करते हुए प्रतिदिन के 1 लाख आॅर्डर के लक्ष्य को पार करने का है। इन्होंने इसी वर्ष में प्रारंभ में मैट्रिक्स पार्टनर्स से 4 मिलियन डाॅलर का सीरीज ए निवेश पाने में भी सफलता पाई है। इसके अलावा हाउसजाॅय ने एंड्राॅयड फोन के लिये अपनी मोबाइल एप्लीकेशन भी लाँच की है और जल्द ही ये एप्पल और विंडोज के लिये भी एप्प लाँच करने की तैयारियों में हैं।
यह कंपनी बहुत से लोगों के सामने इस प्रकार की सेवाओं के बड़े बाजार में सामने आने वाली परेशानियों को हल करने की दिशा में अपने कदम बहुत तेजी से आगे बढ़ा रही है। अभी भी इस क्षेत्र में अन्य स्टार्टअप्स के लिये कदम रखने की बहुत गुंजाइश मौजूद है।
अगर प्रतिस्पर्धा की बात करें तो बाजार में जस्टडायल जैसी लिस्टिंग कंपनियां पहले से ही मौजूद हैं और इसके अलावा हेल्पचैट और ब्रो4यू जैसी कुछ एप्लीकेशन हाउसजाॅय की तरह के कामों के काफी करीब हैं।