अब एक फोन पर दौड़े आएंगे ड्राइवर, ब्यूटीशियन और पुजारी
कानपुर में सेवाएं दे रहा है सर्विसवाला....
24 घंटे 7 दिन काम करता है सर्विसवाला....
नवंबर, 2014 में शुरू हुआ सर्विसवाला....
भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी के पास अगर सबसे ज्यादा कमी है तो वो है वक्त की। ऐसे में आए दिन हमें कभी प्लंबर की जरूरत होती है तो कभी कारपेंटर की। जरूरत के वक्त ऐसे लोगों को ढूंढने में कई बार हमारे पसीने तक छूट जाते हैं। रोजमर्रा की जरूरत वाली ऐसी कई सर्विसेज को पूरा करता है ‘सर्विसवाला’ । ये आपको प्लंबर, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन से लेकर ड्राइवर और पुजारी तक घर बैठे उपलब्ध करवा रहा है।
‘सर्विसवाला’ की सेवाएं फिलहाल कानपुर तक ही सीमित हैं, लेकिन इसके संस्थापक आशीष मिश्रा का कहना है कि वो लोगों के रोजमर्रा के जीवन में बदलाव लाने के लिए इसमें विस्तार कर रहे हैं। अपनी इस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को शुरू करने से पहले आशीष मिश्रा ने कानपुर के भाभा इस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होने पहले पुणे में टेक महिंद्रा में नौकरी की और इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक में। आशीष चाहते थे कि वो खुद कोई कारोबार शुरू करें, इसलिए वो एमबीए भी करना चाहते थे। इस बीच उनके पिता का निधन हो गया। इस कारण उनको वापस कानपुर लौटना पड़ा, लेकिन पुणे में करीब दो साल रहने के दौरान उन्होने वहां के कल्चर और जिंदगी को काफी करीब से देखा था। आशीष बताते हैं कि “मैंने महसूस किया कि पुणे टेक्नॉलिजी के मामले में काफी अपग्रेड था, लेकिन जब मैं कानपुर वापस आया तो छोटी छोटी परेशानियों को लेकर जूझना पड़ रहा था। जैसे कभी प्लंबर को लेकर तो कभी इलेक्ट्रिशियन को लेकर”।
आशीष का कहना है कि कानपुर में उन्होने देखा कि सर्विस सेक्टर काफी बिखरा हुआ था जरूरत के वक्त कोई आसानी से नहीं मिलता था। खासतौर से दूसरे शहरों से कानपुर आने वाले लोग ये नहीं जानते थे कि इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर या कारपेंटर कहां पर मिलेगा। इतना ही नहीं उन्होने देखा कि सर्विस सेक्टर से जुड़े लोग गलत तरीके से काम करते हैं। ये लोग किसी भी काम के ज्यादा पैसे मांगते हैं साथ ही कभी भी इन लोगों की ये कोशिश नहीं होती की ग्राहक उनसे संतुष्ट हों। इस तरह आशीष को लगने लगा कि सर्विस इंडस्ट्री से जुड़े लोग काम नहीं कर रहे हैं। तब इन्होने सोचा कि क्यों ना इस क्षेत्र में उतरा जाये। इसलिए इन्होने इस काम की शुरूआत सबसे पहले अपने शहर कानपुर से की। अब उनकी योजना दूसरे टीयर 2 शहरों में पैर जमाने की है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस साल दिसंबर में ये लखनऊ में अपनी सेवाएं शुरू करने जा रहे हैं। इसके बाद इलाहाबाद, आगरा, मथुरा जैसे शहरों कदम रखने की योजना है।
‘सर्विसवाला’ की शुरूआत पिछले साल नबंवर में हुई। आशीष बताते हैं कि उन्होने अपने इस काम की शुरूआत एक साथ दो स्तर पर की। एक ओर उन्होने रोजमर्रा की सर्विसेज से जुड़े लोगों को अपने साथ जोड़ने का काम किया तो दूसरी ओर उन्होने आम लोगों को ये बताया कि वो उनकी सुविधा के लिए इस तरह की सर्विस शुरू करने जा रहे हैं। आशीष बताते हैं कि उन्होने विभिन्न सर्विसेज से जुड़े लोगों को अपने साथ जोड़ने से पहले उनको ना सिर्फ ग्राहकों से बात करने का तरीका सीखाया बल्कि किस तरह से काम करना है ये भी समझाया ताकि ग्राहकों को कोई दिक्कत ना हो। आशीष का कहना है कि “हमने ऐसे लोगों जोड़ा जिनको ना सिर्फ काम आता हो, बल्कि वो हमारे कारोबार को भी समझे, और बातचीत में भी सरल हों।” विभिन्न सर्विसेज से जुड़े लोग कमीशन के अधार पर इनके साथ काम करते हैं। फिलहाल इन लोगों के साथ करीब 130 लोग जुड़े हैं। जो विभिन्न तरह के काम करने में माहिर हैं। आज ‘सर्विसवाला’ घर के रखरखाव, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र से जुड़ी दूसरी सेवाएं आम लोगों को दे रहा है। घर की किसी भी जरूरत को पूरा करने के लिए ग्राहक को एक खास नंबर पर फोन करना होता है जिसके बाद उस सर्विस से जुड़ा व्यक्ति ग्राहक के घर जाकर दिक्कत को दूर करता है।
आज ‘सर्विसवाला’ के बेहतरीन काम की बदौलत कानपुर में लोग इनको काफी पसंद कर रहे हैं। तभी तो ये हर महीने सौ से ज्यादा ग्राहकों की मदद कर रहे हैं। खास बात ये है कि काम खत्म होने के बाद ये लोग ग्राहकों से फीडबैक भी लेते हैं। ताकि अपनी सेवाओं की गुणवत्ता को बरकरार रख सकें। आशीष का कहना है कि “मुझे कई ऐसे लोग मिले जो सुझाव देते हैं कि आप स्कूल, ऑफिस या इंडस्ट्री के लिए काम करें, लेकिन मैंने तय किया है कि मैं रिटेल के क्षेत्र में ही काम करूंगा।” तो वहीं आशीष का मानना है कि वेबसाइट और ऐप का इस्तेमाल अब भी आम लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल है लेकिन फोन पर एक नंबर डॉयल कर लोगों को मनचाही सेवाएं मिल जाती हैं। यही कारण है इन्होने अपना ज्यादा ध्यान फोन के जरिये लोगों की समस्याओं को दूर करने में लगाया है। इस काम में अपनी बचत का पैसा लगाने वाले आशीष को तलाश अब निवेशक की है ताकि वो अपने इस काम में और विस्तार ला सकें। आशीष बताते हैं कि उनके पास आठ लोगों की मजबूत टीम है जो 24 घंटे और सातों दिन काम करती है। अगले महीने लखनऊ से अपनी सेवाएं शुरू करने वाले आशीष कहते हैं कि “कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि किसी काम को हम नहीं कर सकते, क्योंकि अगर हम किसी काम को छोड़ देते हैं तो उसे कोई दूसरा कर सकता है।”
वेबसाइट : www.servicewalaa.com