'खुले में शौच' से 2017 तक मुक्त होगा पंजाब
2 अक्टूबर 2015 तक पंजाब में एक हज़ार गांव में 100%शौचालयस्वच्छ भारत अभियान के तहत काम जारी2017 तक 8 लाख घरों में शौचालय का निर्माण होगापंजाब के ग्रामीण क्षेत्र में 33 लाख मकान हैं 25 लाख मकानों में शौचालय की सुविधा मौजूद है
पीटीआई
पंजाब के एक हजार गांवों को इस साल दो अक्तूबर तक 100 फीसदी शौचालय युक्त बनाने का ऐलान करते हुए राज्य सरकार ने कहा है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत अगले दो साल में पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा जहां प्रत्येक घर में शौचालय की सुविधा होगी और इसके तहत आठ लाख घरों में शौचालय का निर्माण किया जाएगा ।
पंजाब सरकार के सेनिटेशन विभाग के निदेशक तथा शौचालय निर्माण कार्यक्रम के परियोजना पदाधिकारी मोहम्मद अशफाक ने कहा, ‘‘स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में शौचालय निर्माण कार्यक्रम जारी है । सरकार का मकसद सभी घरों में शौचालय का निर्माण कर राज्य को दो अक्तूबर 2017 तक ‘खुले में शौच’ से मुक्त प्रदेश बनाने का है । ऐसा होने पर पंजाब देश का पहला राज्य बन जाएगा जहां हर घर में शौचालय की सुविधा मौजूद होगी ।’’ अशफाक ने बताया, ‘‘इस साल दो अक्तूबर तक प्रदेश के एक हजार गांवों को ‘खुले में शौच’ से मुक्त बनाने का है और इस दिशा में काम जोर शोर से हो रहा है । हम चाहते हैं कि इस एक हजार गांव के हर घर में दो अक्तूबर तक शौचालय बन जाए ।
अधिकारी ने यह भी बताया, ‘‘राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में 33 लाख मकान हैं । इनमें से 25 लाख मकानों में शौचालय की सुविधा मौजूद है लेकिन आठ लाख ऐसे घर अब भी बाकी है जहां शौचालय की सुविधा नहीं है और लोग खुले में शौच करते हैं ।’’
अशफाक ने बताया, ‘‘हमारा लक्ष्य अक्तूबर 2017 तक राज्य के इन सभी आठ लाख घरों में शौचालय का निर्माण करवाना है । स्वच्छ भारत अभियान के तहत आठ लाख घरों में शौचालय निर्माण करवाने में लगभग दस हजार करोड रुपये का खर्च आएगा और इसके बाद पंजाब देश का पहला ऐसा सूबा बन जाएगा जहां हर घर में शौचालय होगा ।’’ परियोजना अधिकारी ने एक अन्य सवाल के उत्तर में कहा, ‘‘प्रत्येक व्यक्तिगत शौचालय पर लगभग 15 हजार रुपये का खर्च आएगा । इसमें राज्य सरकार 6000 रुपये देगी जबकि शेष राशि केंद्र की ओर से जारी की जाएगी ।’’ उन्होंने बताया, ‘‘इसके लिए चार हजार मिस्त्री को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि यह निर्माण कार्य सुचारू तरीके से समय सीमा के भीतर समाप्त किया जा सके । शौचालय का डिजाइन पहले से तैयार किया जा चुका है ।’’ उन्होंने बताया, ‘‘घरों में शौचालय निर्माण को बढावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और इसके लिए एक हजार लोगों को तैयार किया गया है जो फिलहाल प्रदेश के 1700 गांवों में यह कार्यक्रम चला रहे हैं क्योंकि इसके पीछे सरकार की मंशा खुले में शौच के कुप्रभावों के बारे में लोगांे को अवगत कराना है ।
इससे पहले हाल ही में जालंधर के अतिरिक्त जिलाधिकारी कुमार अमित ने बताया था कि कंेद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले में अगले एक साल में हर रोज औसतन 63 से अधिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा और इसके बाद प्रदेश में यह पहला ऐसा जिला बन जाएगा जहां प्रत्येक घर में शौचालय की सुविधा होगी ।