घर और ऑफिस से नकारात्मक उर्जाओं को कैसे निकालें बाहर
इस सरल पद्धत्ति से आप अपने घर या ऑफिस में संचित नकारात्मक उर्जाओं को बाहर कर सकते हैं। इसके पश्चात भी आपको नकारात्मक उर्जा का प्रभाव लगता है तो आप किसी अनुभवी व्यक्ति से और अधिक शक्तिशाली प्रक्रिया करवा सकते हैं।
घर या ऑफिस में नकारात्मक उर्जाओं का संचय अनेक कारणों से हो सकता है। इनमें से प्रमुख है, भवन में रहने वाले या उस जगह पहले कभी रहने वाले लोगों के नकारात्मक विचार। इसके अतिरिक्त घर में पड़े कबाड़ या एंटीक सामान, पुराने क्रिस्टल्स या मणि-पत्थर (जेम-स्टोंस), पुराने या सेकेंड-हैंड सामान – पलंग, सोफा-सेट, गहने आदि ये सब नकारात्मक उर्जाओं को संचित कर लेते हैं और ये कई वर्षों तक उर्जाओं का विकिरण करते रहते हैं।
कई बार घर का कोई सदस्य जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है, उसके असहायता के विचार भी घर के वातावरण को दूषित करने लगते हैं। घर में रखे वाय-फाई राऊटर, माइक्रोवेव ओवन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साधन भी घर की उर्जाओं को नकारात्मक बनाते हैं।
कभी-कभी किसी के ईर्ष्या के भाव या बुरे विचार भी नकारात्मक उर्जाओं का संचय कर सकते हैं। प्रमुख तौर पर ऐसे विचार हमारे अड़ोस-पड़ोस या नजदीकी रिश्तेदारों से आते हैं।
जब घर का कोई सदस्य हमेशा उदास या बुझा-बुझा रहे, घर की किसी हिस्से में बैठने से भय लगे, आलस्य का अधिपात्य रहे, किसी कार्य में मन नहीं लगे, दुःख-दर्द लगातार होते रहें, अनहोनी घटनाएं होती रहें तो आप समझ लें कि घर या ऑफिस में नकारात्मक उर्जाओं का वास है।
इनको दूर करने का जो सबसे अच्छा उपाय है कि घर से कबाड़ को बाहर करना। जितने भी पुराने टेडी-बियर, तकिये, गद्दे, काम ना करने वाले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स रखे हैं उनको तत्काल घर से बाहर करें। कभी किसी से पुराना सामान ना खरीदें। ख़ास तौर से सॉफ्ट-टॉयज, तकिये, गद्दे, सोफासेट जिनमें उर्जाओं का संचय सबसे जल्दी होता है। ये चीज़ें कभी भी सेकेंड-हैंड ना खरीदें।
इन सावधानियों के बावजूद, ऐसे कई कारण हैं जिससे नकारात्मक उर्जा का भवन में संचय हो सकता है। इस लेख में समझते हैं के ऐसे कौन से उपाय हैं। जिनसे भवन की नकारात्मक उर्जाओं को दूर किया जा सकता है।
सबसे पहले घर के सभी कमरों के चारों कोनों में थोड़ा सामुद्रिक नमक रख दें। सामुद्रिक नमक नकारात्मक उर्जाओं को सोख लेता है। इसको 48 घंटों बाद झाड़ू से घर के बाहर निकाल दें और डस्टबिन में डाल दें। बाज़ार से एक तेजपत्ता का बंडल लें (इन्टरनेट पर यह सेज़स्टिक के नाम से मिलता हैं)। इसको हाथ में पकड़कर जलाएं और जैसे हम अगरबत्ती को जलने के बाद बुझा देते हैं, वैसे बुझा दें और फिर घर के ऊपर से नीचे और पीछे से आगे कि तरफ होते हुए पूरे घर और सारी दीवारों को वारते हुए घर के बाहर ले जाकर छोड़ दें।
इस विचार का मनन करें कि घर में व्याप्त नकारात्मक उर्जाएं घर के सभी कोनों से निकल कर बाहर जा रही है। अगर आपको धुंए से एलर्जी है तो इस क्रिया को मास्क लगाकर करें और ध्यान दें कि जब आप इस धुंए को घर के सभी कमरों में पहुँचा रहे हैं तो आप सावधानी बरतें जिससे कोई पर्दा, कपडा आदि आग ना पकड़ ले। अब कुछ समय के लिए घर को बंद रखें। इस समय आप घर के बाहर जा सकते हैं। धुंए को घर में पूरी तरह फैलने दें।
करीब आधा घंटे पश्चात घर के सारे खिड़की दरवाजे खोल दें पूरे घर में जोर-जोर से घंटी बजाते हुए घूम जाएँ। घंटी के कम्पन से जो बची हुई नकारात्मक उर्जा है वो भी घर से निकल जाएंगी।
अब एक स्प्रे-बोतल में गंगाजल भरकर कुछ बूंदे ऑरेंज,सेज, ब्लैक-पेपर इन तीन अरोमा-ऑयल्स की डालें और अच्छी तरह से मिला लें। इस स्प्रे को घर की सारी दीवारों पर, सारे कोनों में, पलंग के नीचे, फर्नीचर के पीछे स्प्रे कर दें।
इस सरल पद्धत्ति से आप अपने घर या ऑफिस में संचित नकारात्मक उर्जाओं को बाहर कर सकते हैं। इसके पश्चात भी आपको नकारात्मक उर्जा का प्रभाव लगता है तो आप किसी अनुभवी व्यक्ति से और अधिक शक्तिशाली प्रक्रिया करवा सकते हैं।
आचार्य मनोज श्रीवास्तव इकलौते ऐसे वास्तु कंसलटेंट और ज्योतिषी हैं जिनको बीस साल से ज्यादा का कॉर्पोरेट लीडरशिप का अनुभव है। वे पूर्व में एयरटेल, रिलायंस और एमटीएस जैसे बड़े कॉर्पोरेट हाउस में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत रहे हैं। आजकल वे पूर्ण रूप से एक वास्तु कंसलटेंट और ज्योतिषी के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।