दिल्ली में आप की प्रचंड जीत, भाजपा को मिली सिर्फ 8 सीटें, तो अधिकतम सीटों पर डूबी कांग्रेस की जमानत
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की है। आप ने भाजपा को बुरी तरह हराया है, तो कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा है।
दिल्ली के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की है। पार्टी को 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल हुई है। दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर देने के इरादे से उतरी भाजपा को महज 8 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस एक बार फिर बुरी तरह परास्त हुई है। कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट हासिल नहीं मिली है।
पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल कर इतिहास रचा था, जबकि तब भाजपा के हाथ सिर्फ तीन सीटें आई थीं, हालांकि कांग्रेस को तब भी एक भी सीट हासिल नहीं हुईं थीं।
इस बार के दिल्ली चुनाव में आप और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही थी, हालांकि चुनाव के दौरान लगाए गए अनुमान में लगभग सभी मीडिया हाउस आप की जीत का दावा कर रहे थे।
दिल्ली में इस बार के चुनाव प्रचार में भाजपा ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सभी स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा था, वहीं आप की तरफ से पार्टी के मुखिया और सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
आप की तरफ से चुनाव की ज़िम्मेदारी प्रशांत किशोर ने भी संभाली हुई थी, जिन्होने ही इस बार ‘लगे रहो केजरीवाल’ स्लोगन को दिल्ली के घर-घर तक पहुंचाने का काम किया है।
कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी के 70 में से अधिकांश सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने दिल्ली में लंबे समय तक सत्ता संभाली है।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जीत जरूरी हासिल की, लेकिन पटपड़गंज सीट पर गिनती के कई राउंड तक उन्हे भाजपा के रविंदर नेगी ने कड़ी टक्कर दी, वहीं पिछले लोकसभा चुनावों में बुरी तरह हार का सामना करने वाली आप की आतिशी मार्लेना ने इस बार कालकाजी सीट से जीत हासिल की है, हालांकि उन्हे भी भाजपा के धर्मवीर सिंह ने कड़ी टक्कर दी है।