अडानी ग्रुप को श्रीलंका में 37 अरब रुपये के दो ठेके मिले, सौर ऊर्जा प्लांट लगाएगा ग्रुप
दो सौर ऊर्जा प्लांट लगाने का यह ठेका अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी को मिला है. यह ठेका करबी 37 अरब रुपये (कुल 442 मिलियन डॉलर) का है.
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से संकट के दौर से गुजर रहे अडानी ग्रुप
के लिए एक राहत भरी खबर भी आ गई है. श्रीलंका ने अडानी ग्रुप को दो सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी है.समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, दो सौर ऊर्जा प्लांट लगाने का यह ठेका अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी को मिला है. यह ठेका करबी 37 अरब रुपये (कुल 442 मिलियन डॉलर) का है.
श्रीलंका के बोर्ड ऑफ इंवेस्टमेंट ने एक बयान में कहा, '350 मेगावॉट के दो सौर ऊर्जा प्लांट अगले दो सालों में स्थापित किए जाने वाले हैं और उसके बाद साल 2025 तक उसे नेशनल ग्रिड से जोड़ दिया जाएगा. बोर्ड ने अपने बयान में कहा कि अडानी सौर ऊर्जा परियोजना रोजगार के 1500-2000 नए अवसर पैदा करेगी.'
सात दशक के सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा श्रीलंका
बता दें कि, श्रीलंका पर्याप्त मात्रा में थर्मल और कोयला ऊर्जा पैदा कर पाने में असफल रहा है और इसकी वजह से पिछले एक सालों से वहां के लोग बिजली में कटौती का सामना कर रहे हैं. यही कारण है कि सरकार को बेहद तेजी से रिन्यूएबल ऊर्जा परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
पिछले हफ्ते श्रीलंका ने बिजली की कीमतों में 66 फीसदी तक की भारी बढ़ोतरी कर दी. यह उसकी इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की 2.4 खरब रुपये के कर्ज को कम करने के प्रयासों का हिस्सा है. श्रीलंका इस समय पिछले सात दशक के सबसे भयंकर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.
परियोजनाओं की समीक्षा के लिए अडानी ग्रुप श्रीलंका में मौजूद
अडानी के अधिकारियों का एक समूह इस समय श्रीलंका में पिछली कई योजनाओं की समीक्षा के लिए मौजूद है. श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकरा ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अडाणी ग्रीन एनर्जी के अधिकारियों के साथ 500 मेगावॉट क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना की प्रगति की समीक्षा की है.
अडानी समूह को पिछले अगस्त में देश के पूर्वोत्तर में स्थित पूनरीन में सौर ऊर्जा परियोजनाओं शुरू करने की मंजूरी दी गई थी. विजेसेकरा ने कहा कि परियोजना के लिए श्रीलंका सतत ऊर्जा प्राधिकरण से अस्थायी मंजूरी दो सप्ताह पहले जारी की गई थी. जरूरी भूमि अधिग्रहण का काम प्रगति पर है. अडानी ग्रुप श्रीलंका के सबसे बड़े बंदरगाह पर करीब 60 अरब रुपये के टर्मिनल प्रोजेक्ट को बनाने में भी शामिल है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद संकट में अडानी ग्रुप
वहीं, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ग्रुप की रिन्यूएबल एनर्जी यूनिट है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी की हालिया रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों की 103 अरब रुपये की पूंजी डूब गई.
बता दें कि, बीते 24 जनवरी को अमेरिकी अमेरिकी रिसर्च फर्म और शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने ‘अडानी ग्रुपः हाउ द वर्ल्ड थर्ड रिचेस्ट मैन इज पुलिंग द लारजेस्ट कॉन इन कॉरपोरेट हिस्ट्री' नामक रिपोर्ट में दावा किया है कि अडानी परिवार द्वारा टैक्स हैवन देशों में नियंत्रित की जा रही ऑफशोर कंपनियों के माध्यम से भ्रष्टाचार, मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी को अंजाम दिया जा रहा है. इसके साथ ही, ये शेल कंपनियां अडानी ग्रुप के शेयर के दाम बढ़ाने में भी बड़ी भूमिका निभा रही हैं.
हालांकि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को ‘‘भारत, उसकी संस्थाओं और विकास की गाथा पर सुनियोजित हमला’’ बताते हुए रविवार को कहा कि आरोप ‘‘झूठ के सिवाय कुछ नहीं’’ हैं.
Edited by Vishal Jaiswal