गौतम अडानी अब 5000 करोड़ में करने जा रहे हैं ये नई डील
जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड की सीमेंट यूनिट खरीदने के लिए जल्दी पूरी हो सकती है डील.
भारत के बिलियनेयर बिजनेसमैन गौतम अडानी के नियंत्रण वाला अडानी समूह कर्ज में डूबे जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड के साथ एक डील के लिए बातचीत कर रहा है. उम्मीद है कि यह डील जल्दी ही पूरी हो जाएगी. गौतम अडानी जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड की सीमेंट यूनिट खरीदना चाहते हैं, जिसके लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत की शुरुआत हो चुकी है.
सूत्रों की मानें तो दोनों पक्षों के बीच करीब 50 अरब रुपए में यह सौदा हो सकता है. पोर्ट-टू-पावर समूह सीमेंट पीसने वाली इकाई और अन्य छोटी संपत्तियों के लिए जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड को 5000 करोड़ रुपए (606 मिलियन डॉलर) दे सकता है.
इस मामले में अभी दोनों पक्षों की तरफ से कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है. सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि इस सीमेंट यूनिट का अधिग्रहण एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति के द्वारा होने वाला है. यहां से कयास लग रहे हैं कि 5000 करोड़ का यह सौदा जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड और अडानी समूह के बीच हो रहा है.
सीमेंट सेक्टर में अडानी समूह ने हाल ही में पांव रखे हैं. इस साल मई में स्विटजरलैंड की कंपनी होल्सिम लिमिटेड के साथ अडानी ने बड़ा सौदा किया था. जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड के साथ सौदे के बाद सीमेंट सेक्टर में भी अडानी समूह के पांव बहुत मजबूती के साथ जम जाएंगे और मुमकिन है कि जल्द ही वह इस क्षेत्र का सबसे बड़ा प्लेयर बनकर उभरे.
इस साल मई में अडानी समूह ने स्विटजरलैंड के होल्सिम लिमिटेड से अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड को खरीद लिया था, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 67.5 मिलियन टन है. इसी के साथ अडानी समूह अब भारत का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया है.
अडानी समूह की तरफ से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं हुई है. जयप्रकाश एसोसिएट्स की तरफ से भी अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है.
स्टॉक एक्सचेंज की सोमवार की फाइलिंग के मुताबिक बढ़ते कर्ज के संकट से निपटने के लिए जयप्रकाश एसोसिएट्स ने अपने सीमेंट बिजनेस को बेचने का फैसला किया. साथ ही जयप्रकाश पावर वेंचर्स की तरफ से भी आधिकारिक तौर पर यह कहा गया है कि वे निगरी सीमेंट ग्राइडिंग यूनिट के साथ कुछ अन्य प्रॉपर्टीज को बेचने पर भी विचार कर रहे हैं और इसके लिए संभावित खरीदारों के नाम पर विचार किया जा रहा है.
Edited by Manisha Pandey