मार्च अंत तक 6532 करोड़ रु तक के लोन चुकाने की तैयारी में अडानी, 15% तक उछले शेयर
अडानी ने इस महीने की शुरुआत में निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के प्रयास में बॉन्डहोल्डर्स के साथ बातचीत की थी.
अडानी समूह ने इस साल मार्च के अंत तक 69 करोड़ डॉलर और 79 करोड़ डॉलर के बीच के शेयर-बैक्ड लोन्स को प्रीपे या रीपे करने की योजना बनाई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों के बाद अडानी समूह अपनी क्रेडिट प्रोफाइल को सुधारने की कोशिश में है.
रिपोर्ट में कहा गया कि अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपने 2024 बॉन्ड्स को 80 करोड़ डॉलर, तीन साल की क्रेडिट लाइन के माध्यम से रीफाइनेंस करने की भी योजना बनाई है. इन योजनाओं को अडानी मैनेजमेंट ने मंगलवार को हांगकांग में समूह के बॉन्डहोल्डर्स को प्रस्तुत किया.
शेयरों को लगे पंख
इस खबर के आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है. दोपहर 1 बजे के करीब एनडीटीवी में 5 प्रतिशत का उछाल आया और अपर सर्किट लग गया. अंबुजा सीमेंट्स 6 प्रतिशत और एसीसी लिमिटेड 4 प्रतिशत चढ़ गया. इसके अलावा अडानी विल्मर, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी पावर लिमिटेड में 5 प्रतिशत उछाल के साथ अपर सर्किट लग गया, अडानी एंटरप्राइजेस 16 प्रतिशत तक चढ़ गया है, अडानी पोर्ट्स 7.5 प्रतिशत बढ़ा है. दूसरी ओर अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड 2.5 प्रतिशत गिरा और अडानी टोटल गैस में 5 प्रतिशत गिरावट के साथ लोअर सर्किट लग गया.
140 अरब डॉलर घट चुका है मार्केट कैप
हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह की 7 सूचीबद्ध कंपनियों की मार्केट वैल्यू में 140 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है. इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह ने अनुचित तरीके से टैक्स हेवन्स का इस्तेमाल किया, स्टॉक में हेरफेर किया. साथ ही रिपोर्ट में समूह के उच्च ऋण स्तरों पर भी चिंता व्यक्त की गई है. हालांकि अडानी समूह की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है. अडानी ने इस महीने की शुरुआत में निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के प्रयास में बॉन्डहोल्डर्स के साथ बातचीत की थी. इस बातचीत में समूह के अधिकारियों ने अपनी कुछ इकाइयों में रिफाइनेंस योजनाओं का खुलासा किया और शेयरों के एवज में सभी ऋणों को पूरी तरह से प्री-पे करने की योजना भी बनाई.
Edited by Ritika Singh