ACC और अंबुजा सीमेंट्स के लिए गौतम अडानी का ओपन ऑफर , जानें कितने करोड़ रु की है यह पेशकश
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस खुली पेशकश की पिछले हफ्ते मंजूरी दी थी.
हाल ही में Fitch रेटिंग्स की क्रेडिटसाइट्स (CreditSights) ने एक क्रेडिट नोट में कहा था कि देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी की कंपनी Adani Group कर्ज (Loan on Adani Group) तले दबी हुई कंपनी है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट ने तो यहां तक कह दिया कि अडानी ग्रीन का कर्ज-इक्विटी रेश्यो एशिया में दूसरा सबसे खराब है. यह करीब 2021 फीसदी है, जो दिखाता है कि कंपनी पर भारी कर्ज है.
इस बीच, अडानी समूह (Adani Group) स्विट्जरलैंड के होल्सिम समूह (Holcim Group) की दो भारतीय कंपनियों अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और ACC में अतिरिक्त 26-26 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 31000 करोड़ रुपये की खुली पेशकश (Open Offer) लेकर आया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक,यह अधिग्रहण पब्लिक शेयरहोल्डर्स से किया जाएगा. अडानी समूह ने मई में होल्सिम के भारतीय कारोबार का 10.5 अरब डॉलर के सौदे में अधिग्रहण करने की घोषणा की थी.
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस खुली पेशकश की पिछले हफ्ते मंजूरी दी थी. अगर इस पेशकश को पूरा अभिदान मिल जाता है तो यह 31000 करोड़ रुपये से अधिक की हो सकती है.
9 सितंबर को खत्म होगा ऑफर
अडानी समूह से जुड़ी इकाई, मॉरीशस स्थित एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट की तरफ से रखी गई खुली पेशकश के लिए अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी ने ओपन ऑफर के लिए अलग-अलग नियामकीय जानकारी में अपने पेशकश पत्र दिए थे. खुली पेशकश 26 अगस्त से शुरू हुई है और इसका समापन 9 सितंबर को होगा.
कितने रुपये प्रति शेयर की खुली पेशकश
समूह ने एंडेवर ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट के जरिए मई में अंबुजा सीमेंट्स के लिए 385 रुपये प्रति शेयर और एसीसी लिमिटेड के लिए 2300 रुपये प्रति शेयर की खुली पेशकश की थी. अंबुजा सीमेंट्स के लिए समूह ने 51.63 करोड़ इक्विटी शेयर या विस्तारित शेयर पूंजी की 26 फीसदी हिस्सेदारी के 19879.57 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के लिए सार्वजनिक शेयर धारकों को खुली पेशकश दी है. वहीं एसीसी लिमिटेड के लिए 4.89 करोड़ शेयर या 26 फीसदी हिस्सेदारी के 11259.97 करोड़ रुपये में अधिग्रहण की खुली पेशकश दी गई है.''
NDTV डील में नया ट्विस्ट
गौतम अडानी की तरफ से मीडिया कंपनी एनडीटीवी (NDTV) के अधिग्रहण में एक नया ट्विस्ट आ गया है. एनडीटीवी ने कहा था कि अडानी समूह की कंपनी वीपीसीएल (VPCL) को एनडीटीवी की होल्डिंग कंपनी आरआरपीआर लिमिटेड (RRPR Holding Private Ltd.) में हिस्सेदारी लेने के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है. वीपीसीएल ने इस दलील को बेबुनियाद करार दिया है. अडानी समूह ने एनडीटीवी के उस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि आरआरपीआर उस आदेश का हिस्सा नहीं है, जिसमें प्रणव रॉय और राधिका रॉय के प्रतिभूति बाजार में कारोबार पर रोक लगाई गई थी.
Edited by Ritika Singh