भारी कर्ज को लेकर उठ रहे थे सवाल, अब अडानी समय से पहले ही चुका रहे हैं 8000 करोड़ रुपये
Adani Group ने सोमवार को एक बयान में कहा कि गिरवी रखे गए ये शेयर अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स (Adani Ports and SEZ), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) के हैं.
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenberg Research) की रिपोर्ट के बाद शेयरों की बिकवाली को देखते हुए अडानी ग्रुप
प्रवर्तक कर्जदाताओं के पास गिरवी रखे शेयरों को समयपूर्व छुड़ाने के लिए 8000-9000 करोड़ रुपये (111.4 करोड़ डॉलर) के लोन चुकाने की तैयारी कर रहा है. खास बात यह है कि इस लोन की समयसीमा सितंबर, 2024 तक है लेकिन अडानी ग्रुप इस लोन को समय से पहले ही चुकाने की तैयारी कर रहा है.Adani Group ने सोमवार को एक बयान में कहा कि गिरवी रखे गए ये शेयर अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स (Adani Ports and SEZ), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) के हैं.
बयान के अनुसार, ‘‘यह कदम शेयरों को गिरवी रखकर वित्तपोषण की व्यवस्था वाले सभी मामलों में समय-पूर्व भुगतान के प्रर्वतकों के आश्वासन के अनुरूप है.’’
अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडानी समूह के खिलाफ कथित धोखाधड़ी और शेयरों में गड़बड़ी के आरोपों को देखते हुए यह बयान महत्वपूर्ण है. इस रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है.
बयान के अनुसार, ‘‘हाल में बाजार में आए उतार-चढ़ाव और लिस्टेड कंपनियों के शेयरों के एवज में लिए गए कर्ज को कम करने की प्रवर्तकों की प्रतिबद्धता के परिप्रेक्ष्य में हमें यह सूचना देते हुए खुशी है कि प्रवर्तकों ने 111.4 करोड़ डॉलर का समय-पूर्व भुगतान करने का फैसला किया है. वैसे इसकी परिपक्वता अवधि सितंबर 2024 की थी.’’
इस भुगतान से अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स के 16.827 करोड़ शेयर वापस आएंगे जो प्रवर्तकों की 12 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. अडानी ग्रीन के मामले में 2.756 करोड़ शेयर यानी प्रवर्तकों की तीन प्रतिशत हिस्सेदारी जारी होगी. वहीं अडानी ट्रांसमिशन के 1.177 करोड़ शेयर जारी होंगे. यह प्रवर्तकों की 1.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है.
अडानी ग्रुप का समयपूर्व कर्ज चुकाने का यह कदम ग्रुप के बैलेंस शीट और कर्ज भुगतान की क्षमता पर निवेशकों की चिंताओं को शांत करने के लिए है.
शेयर बाजार का मिला-जुला रुख
इस घोषणा से अडानी पोर्ट्स के शेयरों को कुछ राहत मिली, जो 6 फीसदी चढ़कर 528.40 रुपये हो गया और इसे निफ्टी 50 पर सबसे अधिक लाभ मिला. हालांकि, अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर (Adani Power) और अडानी विल्मर (Adani Vilmer) 5 फीसदी लुढ़ककर बंद हुए. अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है. अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprizez) के शेयर करीब 0.89 फीसदी गिरकर 1,572.70 रुपये पर बंद हुए.
अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन, जिनके शेयर गिरवी रखे गए हैं, 8 कारोबारी सत्रों में 37-54% से अधिक गिरे हैं.
चौतरफा चिंता
कुछ रेटिंग एजेंसियों ने चिंता व्यक्त की है और यहां तक कि हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए मुद्दों को देखते हुए आउटलुक को डाउनग्रेड कर दिया है. वहीं, बैंकों ने साफ किया है कि उनके द्वारा दिए गए कर्ज जोखिम नहीं है. हालांकि, अभी यह देखा जाएगा कि कर्जदाता अडानी कंपनियों को कर्ज का हिस्सा चुकाना शुरू करने के लिए कहते हैं या नहीं.
सिटीग्रुप, क्रेडिट सुइस और स्टैंडर्ड चार्टर्ड जैसे बैंकों द्वारा अडानी सिक्योरिटीज को स्वीकार करना बंद करने के बाद बॉन्ड बाजार पहले ही घबरा चुके हैं.
Edited by Vishal Jaiswal