सिंगापुर के बाद UPI अब यूएई, मॉरीशस, इंडोनेशिया के सफर पर निकल सकता है
पिछले हफ्ते सिंगापुर के साथ रीयल-टाइम डिजिटल पेमेंट्स की क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी के सफल लॉन्च के बाद, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के यूपीआई (Unified Payments Interface - UPI) के यूएई (संयुक्त अरब अमीरात), मॉरीशस, इंडोनेशिया तक विस्तारित होने की संभावना है.
"यह गर्व की बात है कि भारत का विश्वस्तरीय यूपीआई डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर ग्लोबल हो गया है और इससे भारतीय यूजर्स के लिए विदेशों में बिजनेस करना आसान हो जाएगा. सिंगापुर के कदम के परिणामस्वरूप, यूएई, मॉरीशस और इंडोनेशिया जैसे अन्य देश सूट का पालन करेंगे, जिससे निर्बाध वास्तविक समय के वित्तीय हस्तांतरण को सक्षम किया जा सकेगा," Wibmo जो कि PayU समर्थित कंपनी है, के मेहुल मिस्त्री, ग्लोबल हेड, स्ट्रेटेजी, डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज एंड पार्टनरशिप, ने मिंट के हवाले से ये बात कही.
सिंगापुर पहला देश है जिसके साथ क्रॉस-बॉर्डर पर्सन-टू-पर्सन (P2P) भुगतान सुविधा शुरू की गई है.
भारतीय डायस्पोरा के लिए सीमाओं के पार क्यूआर कोड को स्कैन करना और तेजी से और किफायती लेनदेन करना संभव होगा. यह पहल सराहनीय है और अन्य देशों के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगी जो क्रॉस-बॉर्डर कॉमर्स को सुगम बनाने के लिए तकनीकी प्रगति का उपयोग करने की मांग कर रहे हैं, मेहुल मिस्त्री ने कहा.
21 फरवरी को, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग (Singapore Prime Minister Lee Hsien Loong) ने कहा कि भारत के UPI और सिंगापुर के PayNow के बीच संबंध दोनों देशों के लोगों को तेज़ और लागत-कुशल डिजिटल मनी ट्रांसफर करने की अनुमति देगा, और आशा व्यक्त की कि यह "मजबूत साझेदारी" इनोवेटिव टेक्नोलॉजी समाधानों का विकास करना जारी रखेगा.
सिंगापुर के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, "PayNow-UPI लिंकेज व्यवसायों और व्यक्तियों के लिए सीधे बैंक खातों या ई-वॉलेट के बीच सस्ता, तेज़ और सुरक्षित सीमा पार खुदरा भुगतान और प्रेषण की पेशकश करेगा."
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भारत की मोबाइल-बेस्ड फास्ट पेमेंट सिस्टम है, जो ग्राहकों द्वारा बनाए गए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग करके चौबीसों घंटे तुरंत भुगतान करने की सुविधा प्रदान करती है. यह पैसे भेजने वाले द्वारा बैंक खातों की जानकारी साझा करने के जोखिम को समाप्त करता है. UPI पर्सन-टू-पर्सन (P2P) और पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) भुगतान दोनों का समर्थन करता है और यह उपयोगकर्ता को पैसे भेजने या प्राप्त करने में भी सक्षम बनाता है.
शुरुआत में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), इंडियन ओवरसीज बैंक (IOC), इंडियन बैंक (Indian Bank) और आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक लेनदेन (आवक और प्रेषण) दोनों सुविधा प्रदान करेंगे, जबकि एक्सिस बैंक (Axis Bank) और डीबीएस इंडिया (DBS India) सिर्फ धन आवक की सुविधा प्रदान करेंगे.