बेंगलुरु से कंपनी शुरू करने के बाद अब जम्मू के युवाओं को रोज़गार देना चाहता है यह युवा बिज़नेसमैन
जम्मू के रहने वाले 33 वर्षीय भानु प्रताप ने सोल प्रॉपराइटरशिप के तौर पर 2009 में लेडीबर्ड वेब सॉल्यूशन प्राइवेट लि. की शुरुआत की थी। यह कंपनी 2015 में प्राइवेट लि. हुई थी। भानु ने कम्प्यूटर साइंस में बीई की डिग्री पूरी करने के बाद बेंगलुरु से इस कंपनी की शुरुआत की थी। भानु का सपना है कि वह अपनी कंपनी के ऑपरेशन्स जम्मू में भी शुरू करें और वहां के युवाओं को रोज़गार के बेहतर मौक़े उपलब्ध कराएं।
लेडीबर्ड वेब सॉल्यूशन फ़ैवियो हेल्पडेस्क नाम से क्लाइंट कंपनियों के लिए हेल्पडेस्क सॉफ़्टवेयर बनाता है। इसके माध्यम से कंपनियां संगठित तरीक़े से अपना कन्ज़्यूमर सपोर्ट मैनेज करती हैं। लेडीबर्ड की शुरुआत एक वेबसाइट डिज़ाइन और डिवेलपमेंट कंपनी के रूप में हुई थी, लेकिन 2015 में भानु और उनकी टीम ने फैव़ियो हेल्पडेस्क प्रोडक्ट डिवेलपकिया और हाल में कंपनी के रेवेन्यू का सबसे बड़ा हिस्सा इस प्रोडक्ट के माध्यम से ही आता है। फ़िलहाल कंपनी 21 लोगों की कोर टीम के साथ काम कर रही है और उनकी क्लाइंट लिस्ट में वोडाफ़ोन फ़िजी, महिंद्रा हॉलिडेज़ जैसे बड़ों नामों के साथ-साथ कई यूनिवर्सिटीज़ और बैंक भी शामिल हैं।
भानु बताते हैं, "हमारे काम की बदौलत कंपनियों को अपना कस्टमर सपोर्ट बेहतर बनाने में मदद मिलती है। हमारे सॉफ़्टवेयर की मदद से कंपनियां सर्विस साइकल को ट्रैक कर सकती हैं, सर्विस टाइम में कटौती कर सकती हैं और ग्राहकों/उपभोक्ताओं के बीच विश्वसनीयता बढ़ा सकती हैं।" उन्होंने जानकारी दी कि हेल्पडेस्क सॉफ़्टवेयर का मार्केट काफ़ी बड़ा है और गार्टर की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, वैश्विक तौर पर यह मार्केट 5 बिलियन डॉलर का है।
एसएमबी स्टोरी के साथ हुई बातचीत में भानु ने विस्तार से अपने बिज़नेस के बारे में बताया और साथ ही, यह भी साझा किया कि वह अपने बिज़नेस को जम्मू क्यों ले जाना चाहते हैं।
बतौर एक छोटी कंपनी, आपके सामने किस तरह की चुनौतियां आ रही हैं?
भानु प्रतापः हमारे सामने बहुत सी चुनौतियां हैं। एक ऐसी टीम विकसित करना, जिसका ध्यान पूरी तरह से क्वॉलिटी को बेहतर करने पर हो। अपनी टीम को अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करना भी एक ज़रूरी और मुश्क़िल काम है और वह भी तब, जब उन्हें अधिक वेतन न मिल रहा हो। बेंगलुरु जैसे शहर में ऐसे टीम सदस्यों को खोज पाना भी एक बड़ी चुनौती है क्योंकि यहां पर लोग आसानी से दूसरी नौकरियां ढूंढ सकते हैं।
ग्राहकों को लुभाने के लिए आपकी क्या रणनीति है?
भानु प्रतापः हमारे अधिकतर ग्राहक, ऑनलाइन माध्यमों से हमारे पास आते हैं। हमारे ज़्यादार ग्राहक भारत से बाहर के हैं और वे इंटरनेट के माध्यम से ही हमसे संपर्क करते हैं।
अन्य लोगों और कंपनियों के लिए आपका क्या सुझाव है?
भानु प्रतापः पहले तो समस्या का सही ढंग से पता लगाएं, अपने प्रोडक्ट/सॉल्यूशन की गुणवत्ता का ख़्याल रखें, गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता न करें और यह ज़रूर सीखें कि एक टीम को किस तरह से मैनेज करना है।
आप सप्लायर मैनेजमेंट, कैश फ़्लो मैनेजमेंट और कैपिटल मैनेजमेंट जैसी जटिल प्रक्रियाओं को किस तरह से संभालते हैं?
भानु प्रतापः हम सेल्स और उसके फ़ॉलो अप को लेकर बेहद गंभीर रहते हैं। हम दैनिक आधार पर सीआरएम और अन्य टूल्स का इस्तेमाल करते हैं। हम लगातार बेहतर बनने का प्रयास करते रहते हैं ताकि लगातार सामने आने वाली चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना कर सकें और उनका हल ढूंढ सकें।
भविष्य में आप अपने बिज़नेस को लेकर क्या योजनाएं बना रहे हैं?
भानु प्रतापः मैं अपने होमटाउन जम्मू में ऑफ़िस शुरू करना चाहता हूं और वहां के लोगों को रोज़गार देना चाहता हूं। बहुत से अच्छे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए जम्मू से बाहर जाना पड़ता है और वहीं रोज़गार ढूंढना पड़ता है। आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान भी जम्मू में शुरू हो चुके हैं और अब अगले चरण हमारे जैसे कंपनियों को भी जम्मू का रुख करना चाहिए।
सरकार से आपकी क्या अपेक्षाएं हैं?
भानु प्रतापः हमारे जैसी छोटे स्तर की कंपनियों को निवेश जुटाने के लिए बहुत जद्दोजहद करनी पड़ती है। अगर सरकार से हमें बिना कुछ गिरवी रखे लोन मिल जाए या फिर ओवरड्राफ़्ट लिमिट मिल जाए तो हमारे लिए बड़ी मदद हो जाएगी।
अपनी अभी तक की यात्रा के दौरान आपने लीडरशिप से जुड़े कौन से तीन सबसे बड़े सबक सीखे?
भानु प्रतापः आपको ईमानदारी, नैतिक मूल्यों और न्यायपरक तरीक़ों के साथ करना चाहिए। आपके हमेशा यह सोचना चाहिए कि दूसरे लोग किस तरह से सोचते हैं और हमेशा ही ग्राहकों की ज़रूरत को अपनी ज़रूरतों से ऊपर रखना चाहिए। इसके अतिरिक्त, आपको हमेशा एक पारदर्शी संरचना के अंतर्गत ही काम करना चाहिए, जहां पर आपकी टीम का कंपनी के ऊपर हमेशा ही भरोसा क़ायम रहे। ग्राहकों के लिए ऐसे उत्पाद विकसित करें, जो उनकी समस्याओं के किफ़ायती उपाय खोज सकें।
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