Air India ने टिकट पर छूट को लेकर बदला नियम, इन यात्रियों के लिए अब आधा रह गया डिस्काउंट
पिछले साल 8 अक्टूबर को टाटा ग्रुप ने Air India की खरीद के लिए बोली जीती थी और 27 जनवरी 2022 को विमानन कंपनी का नियंत्रण पूरी तरह से अपने हाथ में ले लिया.
टाटा समूह (Tata Group) की विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) ने उड़ानों के इकनॉमी क्लास में वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizen) और छात्रों को मूल किराये पर दी जाने वाली छूट को आधा कर दिया है. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, मूल किराये में संशोधित छूट 29 सितंबर से प्रभावी हो गयी है. अब तक एयर इंडिया इकनॉमी क्लास में, सीनियर सिटीजन व छात्र कैटेगरी में चुनिंदा बुकिंग श्रेणियों पर हवाई टिकट के मूल किराए पर 50 प्रतिशत की छूट दे रही थी.
एयर इंडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ‘29 सितंबर या उसके बाद जारी होने वाले टिकट के मूल किराये पर वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों को 25 प्रतिशत छूट मिलेगी. यह छूट इकनॉमी केबिन में चुनिंदा बुकिंग श्रेणी पर मिलेगी.' पिछले साल 8 अक्टूबर को टाटा ग्रुप ने Air India की खरीद के लिए बोली जीती थी और 27 जनवरी 2022 को विमानन कंपनी का नियंत्रण पूरी तरह से अपने हाथ में ले लिया.
अन्य एयरलाइन्स की तुलना में अभी भी लगभग दोगुनी छूट!
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि हालांकि एयर इंडिया ने एक बयान में इस तरह के रियायती किराए में भारी कमी का बचाव करते हुए कहा है, 'इस समायोजन के बाद भी, एयर इंडिया में छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों दोनों के लिए मूल किराए पर छूट, अन्य निजी एयरलाइनों की तुलना में लगभग दोगुनी होगी.' एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बयान में कहा, 'बाजार की समग्र स्थिति और गतिशीलता को ध्यान में रखते हुए, हमने व्यापक इंडस्ट्री ट्रेंड के अनुरूप अपने किराए को तर्कसंगत बनाने का फैसला किया है.'
150 करोड़ से ज्यादा के रिफंड किए प्रॉसेस
इससे पहले हाल ही में एयर इंडिया ने एक बयान जारी करके कहा था कि कंपनी ने टाटा ग्रुप (Tata Group) की झोली में जाने यानी निजीकरण के बाद पहले कुछ महीनों में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा के पैसेंजर रिफंड प्रॉसेस किए हैं. रिफंड रिक्वेस्ट के लिए प्रॉसेसिंग टाइम भी घटाकर 2-3 दिन पर लाया गया है. एयर इंडिया का कहना है कि जनवरी 2022 में सरकार से नियंत्रण पूरी तरह से टाटा ग्रुप के हाथ में जाने के बाद से एयर इंडिया ने अपनी लीगेसी से जुड़े मुद्दों जैसे फंसे हुए रिफंड आदि को हल करने के लिए कई कदम उठाए हैं. उठाए गए कई कदमों में से एक के रूप में, एयर इंडिया ने रिफंड के बैकलॉग को क्लियर करने को हाई प्रॉयोरिटी पर रखा. निजीकरण के बाद पहले कुछ महीनों के दौरान 2.5 लाख से अधिक मामलों में कुल मिलाकर 150 करोड़ रुपये के रिफंड प्रॉसेस किए गए. इस तरह 2.5 लाख से ज्यादा का कोविड-19 रिफंड्स का पूरा बैकलॉग सफलतापूर्वक प्रॉसेस किया जा चुका है.
टाटा की होने के बाद कुछ ही महीनों में Air India ने प्रॉसेस कर दिए 150 करोड़ के रिफंड, प्रॉसेसिंग टाइम भी घटा
Edited by Ritika Singh