Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

PLI स्कीम बूस्ट: 19 माह में Apple ने भारत में क्रिएट कीं 1 लाख नई डायरेक्ट जॉब

भारत में PLI योजना अगस्त 2021 में लागू हुई थी. कहा जा रहा है कि इन नई नौकरियों में से अधिकांश का सृजन PLI योजना के लागू होने के बाद ही हुआ है.

PLI स्कीम बूस्ट: 19 माह में Apple ने भारत में क्रिएट कीं 1 लाख नई डायरेक्ट जॉब

Tuesday February 28, 2023 , 3 min Read

टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने भारत में पिछले 19 महीनों में 1 लाख नई डायरेक्ट जॉब्स जनरेट की हैं. इसके बाद कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में ब्लू कॉलर जॉब्स की सबसे बड़ी क्रिएटर बन गई है. भारत में ये 1 लाख नौकरियां एप्पल के भारत में प्रमुख वेंडर्स और उनके कंपोनेंट सप्लायर्स के क्रिएट की हैं. यह बात एक रिपोर्ट से सामने आई है.

भारत में पीएलआई योजना अगस्त 2021 में लागू हुई थी. कहा जा रहा है कि इन नई नौकरियों में से अधिकांश का सृजन पीएलआई योजना के लागू होने के बाद ही हुआ है.

किस वेंडर ने क्रिएट कीं कितनी जॉब

iPhone को असेंबल करने वाले तीन वेंडर्स- Foxconn Hon Hai, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन हैं. तीनों ने सामूहिक रूप से नई नौकरियों का 60 प्रतिशत हिस्सा सृजित किया है. यह पहले से ही पीएलआई स्कीम के तहत लगभग 7,000 नई नौकरियां जनरेट करने की उनकी दूसरे वर्ष की प्रतिबद्धता से अधिक है. मौजूदा वित्त वर्ष पूरा होने में में अभी एक महीना बाकी है, उम्मीद है कि और कुछ हजार नौकरियां बढ़ेंगी.

100,000 नई नौकरियों में से सबसे ज्यादा तमिलनाडु स्थित Foxconn Hon Hai ने क्रिएट की हैं. फॉक्सकॉन द्वारा क्रिएट की गईं जॉब्स का आंकड़ा 35,500 से ज्यादा या कुल सृजित नौकरियों के एक तिहाई से अधिक है. इसके अलावा तमिलनाडु में पेगाट्रॉन भी है, जिसने इसी वित्तीय वर्ष में उत्पादन शुरू किया है, लेकिन फिर भी 14,000 नौकरियां क्रिएट की हैं. कर्नाटक में स्थित विस्ट्रॉन ने 12,800 नौकरियां पैदा की हैं.

Apple इकोसिस्टम के जॉब ​क्रिएशन का डेटा

नई सृजित हुई नौकरियों में से बाकी की नौकरियां Apple के इकोसिस्टम द्वारा जनरेट की गई हैं, जिनमें कंपोनेंट्स और चार्जर्स के आपूर्तिकर्ता शामिल हैं. इन आपूर्तिकर्ताओं ने 40,000 अतिरिक्त नौकरियां सृजित की हैं और इनमें Tata Electronics, Salcomp, Avary, Foxlink, सुनवोडा, और जाबिल जैसे नाम शामिल हैं. ये आंकड़े तीन वेंडर्स और Apple इकोसिस्टम की कंपनियों पर आधारित है, जिन्हें सरकारी अधिकारियों के समक्ष नियमित रूप से रोजगार संख्या फाइल करने की आवश्यकता होती है.

सप्लाई चेन के रोजगार सृजन का आंकड़ा

सप्लाई चेन की बात करें तो कहा जा रहा है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों को नियुक्त किया है. यह मैकेनिकल पार्ट्स के लिए एप्पल की प्रमुख कंपोनेंट सप्लायर है. इसके अलावा Salcomp, जाबिल, फॉक्सलिंक और सनवोडा ने 11,000 से अधिक कर्मचारियों को नियु​क्त किया है. 6 अक्टूबर, 2020 को जारी एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में सरकार की ओर से यह अनुमान लगाया गया था कि स्मार्टफोन पीएलआई योजना के तहत पांच वर्षों में कुल 200,000 डायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होंगी. यह स्पष्ट है कि उद्योग, लक्ष्य प्राप्त करने के रास्ते पर अच्छी तरह से चल रहा है और इसका नेतृत्व ज्यादातर Apple इकोसिस्टम कर रहा है.

सरकार का यह भी अनुमान है कि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में हर डायरेक्ट जॉब के लिए लगभग तीन गुना इनडायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होती हैं. इस गणना के अनुसार, Apple इकोसिस्टम द्वारा क्रिएट डायरेक्ट और इनडायरेक्ट नौकरियों की कुल संख्या 300,000 के करीब होगी.


Edited by Ritika Singh