दिल्ली में महंगा होने वाला है ऑटो-टैक्सी का सफर, दिवाली से पहले किराये में होगी बढ़ोतरी
अक्तूबर से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में कई तरह के नियम लागू होने जा रहे हैं.
पहला तो ये कि वायु प्रदूषण (air pollution) की गंभीरता को देखते हुए गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में अलग-अलग श्रेणी में कई पाबंदियां लागू करने का फैसला लिया है. व्हीकल पॉल्युशन को कम करने के उद्देश्य से 1 अक्टूबर से वाहन चालकों को अपने साथ PUC (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) सर्टिफिकेट को रखना बेहद जरूरी हो जाएगा नहीं तो 10 हज़ार का जुर्माना भरना पड़ेगा. इसके अलावा पर्यावरण, परिवहन और यातायात विभाग के अधिकारियों की एक बैठक में निर्णय लिया गया है कि 25 अक्टूबर (25 October) से राजधानी दिल्ली के पेट्रोल पंपो पर PUC (प्रदूषण नियंत्रण जांच) प्रमाणपत्र के बिना पेट्रोल और डीजल उपलब्ध नहीं कराया जाएगा जिसके लिए दिल्ली सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी.
दूसरी खबर है कि दिवाली से पहले दिल्ली में अक्तूबर में ऑटो, टैक्सी में सफर करना भी महंगा हो सकता है. दिल्ली सरकार ने ऑटो, टैक्सी का किराया बढ़ाने की सिफारिशों को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. अब वित्त विभाग ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी देकर अंतिम मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दिया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि किराया बढ़ाने का यह प्रस्ताव अब कैबिनेट में मंजूरी के लिए पहुंच चूका है.
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अनुसार, दिल्ली में 92,649 ऑटो चलते हैं जबकि 80,669 टैक्सियां हैं. ऑटो और टैक्सी ड्राइवर्स की यूनियनें लंबे वक्त से ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी का हवाला देकर किराया बढ़ाने की मांग कर रही थीं. हड़ताल की चेतावनी पर दिल्ली सरकार ने 15 अप्रैल को किराया बढ़ाने पर विचार के लिए कमिटी बना दी थी. समिति ने जून में ही किराया बढ़ाने की सिफारिश कर अपनी रिपोर्ट सरकार के पास भेज दी थी. समिति की सिफारिशों को परिवहन विभाग ने मंजूरी देते हुए इसे सरकार के पास भेज दिया था.
बता दें कि अगर कैबिनेट की मंजूरी मिलती है तो दिल्ली में अब ऑटो-टैक्सी से सफर करना महंगा हो जाएगा.
जानकारी के अनुसार ऑटो का वर्तमान में बेस किराया 25 रुपये है, जिसे बढ़ाकर 30 रुपये किए जाने का प्रस्ताव है. वहीं टैक्सी का 25 रुपये से 40 रुपये, जबकि टैक्सी (एसी) का 25 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किए जाने का प्रस्ताव है. इसके अलावा वर्तमान में ऑटो का प्रति किलोमीटर किराया 9.0 रुपये है, जिसे बढ़ाकर 11 रुपये किए जाने का प्रस्ताव है. टैक्सी का 14 रुपये से 17 रुपये करने का प्रस्ताव है. वहीं टैक्सी (एसी) का 16 रुपये से 20 रुपये होने का प्रस्ताव है.
ओला और उबर जैसी कैब सर्विसिज दिल्ली की टैक्स और ऑटो स्कीम के दायरे में नहीं आतीं.