भारत बनेगा सबसे मुक्त अर्थव्यवस्था वाला देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशी कारोबार को भारत में आसान बनाने के लिए नीतियों एवं निवेश नियमों में करेंगे कई तरह के सुधार।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान अपने जापानी समकक्ष शिंजो अबे के साथ अहम द्विपक्षीय वार्ता से पहले जापान के सम्राट अकिहितो से भारत में कारोबार को आसान बनाने के लिए नीतियों एवं निवेश नियमों मजबूत बनाने के लिए कई विषय पर बातचीत की।
भारत एवं जापान के बीच हुई बातचीत गर्मजोशी भरे अनूठे संबंधों का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के महामहिम सम्राट अकिहितो का अभिवादन किया। इस बातचीत में सभ्यता की बात की गई। प्रधानमंत्री मोदी और सम्राट अकिहितो ने भारत एवं जापान के संबंधों एवं एशिया के भविष्य पर बातचीत की। यह बातचीत मोदी और अबे के बीच व्यापक मुद्दों पर चर्चा से पहले की गई जिसका लक्ष्य द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को प्रोत्साहित करना था।
सूत्रों ने बताया कि वाषिर्क शिखर सम्मेलन के बाद दोनों पक्ष करीब 12 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर होने की भी बहुत संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापानी निवेश आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत को वित्तीय संसाधनों की काफी जरूरत है और उनकी सरकार देश को विश्व की सबसे मुक्त अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सुधारों को आगे बढ़ा रही है।
इंडिया-जापान बिजनेस लीडर्स फोरम में कारोबारी नेताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने जीएसटी मुद्दे पर हुई प्रगति का जिक्र किया और भारत में कारोबार को आसान बनाने के लिए नीतियों एवं निवेश नियमों में किए गए अन्य सुधारों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए और स्थायी एवं पारदर्शी नियमन प्रणालियों के माध्यम से सकारात्मक माहौल बनाने के वास्ते सुधार नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मोदी: भारत आर्थिक सुधारों की एक नई दिशा में बढ़ रहा है। मेरा संकल्प इसे विश्व की सबसे मुक्त अर्थव्यवस्था बनाने का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापानी कारोबारी नेताओं से कहा, कि भारत की विकास जरूरतें काफी व्यापक है। जापानी कंपनियों के लिये भारत में अप्रत्याशित निवेश अवसर मौजूद हैं। हम अपनी विकासात्मक प्राथमिकताओं को त्वरित गति के साथ हासिल करना चाहता हैं, लेकिन यह सब पर्यावरण को ध्यान में रखते हुये किया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने बैठक में उपस्थित व्यावसायियों से कहा, सॉफ्टवेयर क्षेत्र में भारत के कौशल को जापान के हार्डवेयर क्षेत्र की मजबूती का साथ मिला है। मैं आपको भरोसा देना चाहता हूं, कि हम आपको समान स्तरीय सुविधायें उपलब्ध करायेंगे।