दिल्ली के 11 ऐतिहासिक गुरुद्वारों में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के सामान पर प्रतिबंध
नयी दिल्ली, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के 11 ऐतिहासिक गुरुद्वारों में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के सामान पर प्रतिबंध लगा दिया।
इन 11 ऐतिहासिक गुरुद्वारों का प्रबंधन डीएसजीएमसी करती है। डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने का आह्वान किया है और डीएसजीएमसी ने ऐसा महसूस किया है कि दिल्ली के गुरुद्वारों में इन सभी पर प्रतिबंध लगाना उनका कर्तव्य है।
एकल उपयोग वाले प्लास्टिक और थर्मकोल वाली चीजें वस्तुएं जैसे प्लेट, ग्लास, चम्मच, पॉलिथीन थैले को बांग्ला साहिब गुरुद्वारा पर दो अक्टूबर से ही प्रतिबंधित किया जा चुका है। सिरसा ने कहा कि इन एकल उपयोग वाले प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक व्यवस्था करने के बाद इन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
शीश गंज साहिब, रकाबगंज साहिब, नानक प्याऊ साहिब, दमदमा साहिब और मोती बाग साहिब समेत अन्य गुरुद्वारों में प्रतिबंध लागू किए गए हैं। सिरसा ने बताया कि एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के सामानों की जगह अब स्टील के ग्लास, जूट वाले थैले और सूखी पत्तियों के प्यालों का इस्तेमाल किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि गुरुद्वारों में एकल उपयोग वाली प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने का निर्णय गुरु नानक के 550वें प्रकाश पर्व के कार्यक्रमों का हिस्सा है।