छात्रों के लिए परीक्षाओं को तनाव मुक्त बना रहा है बेंगलुरु स्थित एडटेक स्टार्टअप क्विजनेक्स्ट
बेंगलुरु स्थित क्विजनेक्स्ट एक गेमिफाइड प्रैक्टिस एडटेक प्लेटफॉर्म है जो छात्रों को गेम एलीमेंट का उपयोग करके अधिक प्रैक्टिस करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे परीक्षा के समय छात्र तनाव मुक्त रहता है। स्टार्टअप K-12 सेगमेंट में छात्रों के लिए AI का उपयोग करके कस्टमाइज्ड गेमिंग-बेस्ड प्रैक्टिस सेशन प्रदान करता है।
अक्सर देखा जाता है कि माता-पिता और शिक्षक सभी छात्रों से यही कहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करो, विशेष रूप से एग्जाम के दौरान। अब इसी समस्या को सुलझाने में क्विजनेक्स्ट लगा है जो छात्रों के लिए प्रैक्टिस और विषयों को दिलचस्प बनाने का काम करता है। स्टार्टअप एक व्यक्तिगत कोच के रूप में कार्य करता है, जो जानता है कि एक छात्र को क्या अभ्यास करना चाहिए, कब अभ्यास करना चाहिए, कैसे छात्र को एंगेज रखना चाहिए, और कैसे उसे प्रैक्टिस पूरी कराने के लिए मोटीवेट करना चाहिए।
शुरुआत
QuizNext को दिसंबर 2018 में शुरू किया गया था और इसे चार edtech प्रोफेशनल्स द्वारा स्थापित किया गया जो एक और edtech स्टार्टअप VidyaNext में साथ मिलकर काम करते थे।
विद्यानेक्स्ट में इंजीनियरिंग और कंटेंट टीम को लीड करने वाले क्विजनेक्स्ट के संस्थापक और सीईओ गुरुप्रसाद होला कहते हैं,
“विद्यानेक्स्ट में हमारे समय के दौरान, हमने देखा था कि हर साल दिसंबर में सिर्फ बच्चे ही नहीं, बल्कि माता-पिता भी बच्चों को लेकर तनाव में रहते थे। यह वह समय था जब कंपनी के राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पैदा होता था, ट्यूटर घंटे की मांग बढ़ जाती थी। और, माता-पिता चाहते थे कि उनके बच्चे पूरे पोर्शन का रिवीजन करने में समय व्यतीत करें। अक्सर रिवीजन को एक एक्सरसाइज के रूप में देखा जाता है जो परीक्षा से कुछ सप्ताह पहले किया जाता है, और हर कोई जरूरी मटेरियल या सैंपल पेपर की तलाश में रहता है। रिवीजन प्लान को लेकर कोई स्ट्रक्चर नहीं है। अधिकांश माता-पिता के बीच एक बड़ी गलत धारणा यह भी है कि उनके बच्चे कॉन्सेप्ट को समझने में असमर्थता के कारण परीक्षा में संघर्ष करते हैं। इससे निपटने के लिए, छात्रों को ट्यूशनों के लिए जाने या ऑनलाइन वीडियो से सीखने के लिए मजबूर किया जाता है। हालांकि, वास्तविकता यह है कि प्रैक्टिस की कमी के कारण छात्र परीक्षा में संघर्ष करते हैं।”
संस्थापक के अनुसार, छात्रों की भूल जाने की समस्या से निपटने का एकमात्र तरीका यह है कि उपयुक्त अंतराल पर उन कॉन्सेप्ट्स को फिर से देखा जाए।
वे कहते हैं,
"जब छात्रों के एंग्जाम नहीं होते हैं तो तीन प्रतिशत से कम छात्रों को रिवीजन करने के लिए प्रेरित किया जाता है, और 80 प्रतिशत छात्र यह नहीं जानते हैं कि उन्हें क्या और कब रिवीजन करना चाहिए। इसके अलावा, शिक्षा प्रणाली छात्रों को यह समझने के लिए भी डिजाइन की गई है कि उन्होंने क्या सीखा है।"
गुरुप्रसाद कहते हैं कि वे एक चैप्टर की स्टडी करते हैं, उस पर एक परीक्षा लेते हैं, और फिर उसका रिवीजन नहीं करते हैं या योगात्मक मूल्यांकन तक पढ़ी गई अवधारणाओं को लागू नहीं करते हैं। अपनी पिछली नौकरी में 600 से अधिक ट्यूटर्स और 3,000 छात्रों के साथ मिलकर काम करने के बाद, सह-संस्थापकों ने महसूस किया कि कक्षाओं के अंदर गेम-एलिमेंट्स का उपयोग करके, वे छात्रों को उनके सिलेबस से बाहर के विषयों को सीखने में मदद कर सकते हैं, जो अन्यथा काफी मुश्किल था। इस पृष्ठभूमि के साथ, चार दोस्त एडटेक कंपटीशन के मैदान में कूद गए और क्विजनेक्स्ट के निर्माण का निर्णय लिया।
वे कहते हैं,
“भले ही उनके एग्जाम न हो, फिर भी हम गेम-एलिमेंट्स का उपयोग करते हुए, छात्रों को कॉन्सेप्ट्स की प्रैक्टिस के लिए एंगेज कर सकते हैं और प्रेरित कर सकते हैं। इस तरह, हम ज्ञान प्रतिधारण अर्थात नॉलेज रिटेंशन को अधिकतम करते हैं और वर्ष के अंत तक तनाव मुक्त परीक्षा को सक्षम करते हैं।"
कोर टीम
एक मजबूत टेक्नोलॉजी बैकग्राउंड और विभिन्न ग्राहकों के लिए प्रोडक्ट के निर्माण में 15 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, गुरुप्रसाद होल्ला अब क्विजनेक्स्ट के संस्थापक और सीईओ के रूप में कार्य करते हैं। इससे पहले वह हरमन में प्रिंसिपल आर्किटेक्ट थे। QuizNext में सह-संस्थापक और प्रोडक्ट हेड, चैतन्य नाइक को उपभोक्ता इंटरनेट स्पेस में अनुभव है। उन्होंने पहले फेबलर (Febler)- एक ऑडियो एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म, और Yspot - बी 2 बी व्यवसायों के लिए एक कस्टमर इंगेजमेंट प्लेटफॉर्म का निर्माण किया है। एक अन्य सह-संस्थापक, प्रशांत टी विभिन्न प्रोडक्ट डेवलपमेंट फर्मों के साथ काम करने के सात वर्षों के अनुभव के साथ एक पैशनेट टेकी है।
उनके पास मजबूत डोमेन नॉलेज है, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और ट्यूटर्स के लिए कई एडटेक उत्पाद बनाए गए हैं। VidyaNext से पहले, उन्होंने DreamOrbit और MMAD Apps में एक Android डेवलपर के रूप में काम किया। एक फुल-स्टैक डेवलपर से डेटा साइंटिस्ट बने, सह-संस्थापक सिकंदर तम्बोली को कंटेंट क्लासीफिकेशन, एडॉप्टिव सीक्वेंस और पर्सनलाइजेशन में विशेषज्ञता हासिल है। उन्होंने लगातार परसिस्टेंट सिस्टम में पांच साल बिताए, जहां उन्होंने कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी आधारित सिस्टम पर काम किया और दो साल एडटेक फर्म, विद्यानेक्स्ट में बिताए।
रिवेन्यू और ग्रोथ
गुरुप्रसाद कहते हैं,
“नौ महीने पहले लॉन्च के बाद से, हमने 75 हजार से ज्यादा यूजर्स को जोड़ा है और 3.2 मिलियन से अधिक क्वेश्चन एटेम्पट मिले हैं। हमने पिछले एग्जाम सीजन के दौरान अपने यूजर्स के नॉलेज में 85 प्रतिशत सुधार देखा है। हमने दोस्तों और अन्य ऑनलाइन प्लेयर्स के साथ चैलेंज क्विज शुरू करने से पहले छात्रों को 3.6 सिंगल प्रैक्टिस सेशन को पूरा करते देखा है। स्टूडेंट बिहेवियर के आधार पर गेम-एलीमेंट्स के पर्सनलाइजेशन के साथ, हम छात्रों को हमारी रेकमंडेशन के 48 प्रतिशत को पूरा करने में सक्षम हो गए हैं।”
वर्तमान में, स्टार्टअप एक साल के सब्सक्रिप्शन के लिए अपने प्रो-वर्जन को 1499 रुपये में बेचता है।
प्रतियोगी और राजस्व मॉडल
गुरुप्रसाद कहते हैं,
“अधिकांश एजुकेशनल ऐप लर्न-प्रैक्टिस-टेस्ट के तरीके पर ध्यान केंद्रित करते हैं। एडॉप्टिव लर्निंग का उपयोग करने वाले प्रत्येक छात्र के लिए इस तरीके का उपयोग करना आधुनिक समय की शिक्षण प्रणालियों के लिए आदर्श बन गया है। हालांकि, इस अवधारणा को पुनर्जीवित करने के लिए तंत्र मौजूद नहीं है, क्योंकि जब छात्रों के एग्जाम नहीं होते हैं, तो प्रैक्टिस करने के लिए, उन्हें बाहरी प्रेरणा की आवश्यकता होती है, और यहीं हम आते हैं अपनी Gamification अप्रोच के साथ।"
वह कहते हैं कि जहां अन्य एडटेक प्लेर्स का ध्यान कंटेंट और वीडियो बनाने पर है, क्विजनेक्स्ट प्रैक्टिस और रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करता है।
वे कहते हैं,
“हम प्रैक्टिस एक्टिविटी शुरू करने के लिए एआई-आधारित पर्सनलाइजेशन अप्रोच अपनाते हैं, जहां हमने रेकमंडेशन लेने वाले छात्रों में 48 प्रतिशत सफलता दर देखी है। कुछ छात्रों को किसी दूसरे की तुलना में अपने स्कूल के लिए जीतने में रुचि हो सकती है, तो कोई सिर्फ अपने सबसे अच्छे दोस्त से ज्यादा मार्क्स पाना चाहता है। हम नौ प्रकार के गामिफिकेशन की पेशकश करते हैं, दोनों आंतरिक और बाह्य प्रेरणा प्रदान करते हैं, और साथ संलग्न करने के लिए तीन प्रकार का कंटेंट प्रदान करते हैं। जहां, अधिकांश प्रोडक्ट एंगेजमेंट के एकमात्र साधन के रूप में बहुविकल्पीय प्रश्नों का उपयोग करते हैं।"
वर्तमान में, स्टार्टअप बूटस्ट्रैप है और एक फ्रीमियम मॉडल प्रदान करता है, साथ ही एक एनुअल सब्सक्रिप्शन मॉडल भी है जो अन्य शिक्षण प्रणालियों की तुलना में बहुत कम पैसे लेता है।
गुरुप्रसाद कहते हैं,
"चूंकि हम YouTube से वीडियो सीखने के लिए अपने ट्यूटर नेटवर्क का उपयोग करते हैं, इसलिए हम वीडियो बनाने में पैसा खर्च नहीं करते हैं"।
वर्तमान में स्टार्टअप बूटस्ट्रैप्ड है।
प्लेटफॉर्म काम कैसे करता है
गेमीफाइड प्रैक्टिस कंटेंट के साथ, स्टार्टअप क्यूरेटेड रेमेडियल वीडियो, वर्कशीट और टेस्ट पेपर प्रदान करता है।
वे कहते हैं,
“किसी भी गेमिंग ऐप में, यूजर्स बहुत जल्दी ऊब जाते हैं। हमने इसे बहुत पहले ही परख लिया था। हमने यह भी महसूस किया कि आंतरिक प्रेरणा के स्तर के आधार पर छात्रों के लिए विभिन्नता (एक्सट्रिंसिक ड्राइवर्स) की आवश्यकता और स्तर अलग-अलग हैं। इसके अलावा, एंगजमेंट रेट गेम एलीमेंट्स और ट्रिगर्स के प्रकार भिन्न हैं। गेम एलीमेंट को पर्सनलाइज्ड करने से हमें न केवल एंगेजमेंट की समस्या को हल करने में मदद मिली, बल्कि छात्रों को हमारी रेकमंडेशन के 48 प्रतिशत को पूरा करने में भी मदद मिली।"
गेमीफाइड प्रैक्टिस कंटेंट के साथ, स्टार्टअप क्यूरेटेड रेमेडियल वीडियो, वर्कशीट और टेस्ट पेपर प्रोवाइड कराता है।
वे कहते हैं,
“किसी भी गेमिंग ऐप में, यूजर्स बहुत जल्दी ऊब जाते हैं। हमने इसे बहुत पहले ही परख लिया था। हमने यह भी महसूस किया कि आंतरिक प्रेरणा के स्तर के आधार पर छात्रों के लिए विभिन्नता (एक्सट्रिंसिक ड्राइवर्स) की आवश्यकता और स्तर अलग-अलग हैं। इसके अलावा, एंगजमेंट रेट गेम एलीमेंट्स और ट्रिगर्स के प्रकार भिन्न हैं। इसलिए गेम एलीमेंट को पर्सनलाइज्ड करने से हमें न केवल एंगेजमेंट की समस्या को हल करने में मदद मिली, बल्कि छात्रों को हमारी रेकमंडेशन के 48 प्रतिशत को पूरा करने में भी मदद मिली।"
हालाँकि, QuizNext के सामने एक चुनौती थी, कंटेंट को बढ़ाने की, जिसके लिए काफी गहनता की जरूरत होती है।
चैतन्या कहते हैं,
“इसकी मांग तब और बढ़ जाती जब आप एक गेम सीखने वाले मंच पर होते हैं क्योंकि वहां इंटरैक्टिव कंटेंट की आवश्यकता अधिक होती है। इसलिए कंटेंट टीम को स्केल करने के बजाय, हमने अधिक कंटेंट बनाने के लिए तकनीक का उपयोग करने का सहारा लिया। QuizNext में, हम लर्निंग कंटेंट को जनरेट करने और उसे वैलिडेट करने के लिए बड़े पैमाने पर मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग करते हैं। इसी प्रकार, हमारे पास ऐसे सिस्टम हैं जो इंट्रैक्शन डेटा के आधार पर कंटेंट के चारों ओर अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं, जो कंटेंट इम्प्रूवमेंट एरियाज को भी चिह्नित करते हैं।"
फ्यूचर प्लान
वर्तमान में, क्विजनेक्स्ट सीबीएसई और आईसीएसई छात्रों के कक्षा 6-10 तक के छात्रों पर केंद्रित है। यह K12 से परे आगे के यूजर्स सेगमेंट और वर्टिकल ग्रोथ की ओर देख रहा है। QuizNext खुद को एक आफ्टरस्कूल एक्टिविटी के रूप में स्थान देने की कोशिश कर रहा है, जो न केवल शिक्षकों के होमवर्क या वर्कशीट देने के बोझ को कम करेगा, बल्कि ये भी सुनिश्चित करेगा कि छात्र ने पूरे वर्ष में विषय का अध्ययन किया। स्टार्टअप क्विजनेक्स्ट को स्कूलों में ले जाने के लिए एक प्रमुख प्रकाशक के साथ साझेदारी कर रहा है। ये स्कूलों में शिक्षकों के लिए पोस्ट-क्लास मूल्यांकन और फीडबैक टूल के रूप में काम करेगा, और क्विजनेक्स्ट को पूरे भारत में 4,500 प्लस स्कूलों के लिए उपलब्ध कराएगा।