बिहार दिवस: बिहार के लिए क्या है इसके मायने, अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने की खास अपील
आज, बिहार अपना 109वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस (Bihar Diwas) के रूप में मनाया जाता है। 22 मार्च 1912 को बंगाल से अलग करके बिहार को विधिवत राज्य का दर्जा दिया गया था। उस वक्त उड़ीसा और झारखंड भी बिहार के साथ थे।
आज, बिहार अपना 109वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रदेश में कई तरह के खास आयोजन की तैयारी थी, हालांकि, कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए बड़ा आयोजन नहीं किया गया है। इस बार बिहार दिवस समारोह की थीम रखी गयी है- जल, जीवन, हरियाली इस बार यह समारोह को सांकेतिक रूप से मनाया जाएगा।
बिहार दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि गौरवशाली अतीत और समृद्ध संस्कृति के लिए विशेष पहचान रखने वाला यह प्रदेश विकास के नित नए आयाम गढ़ता रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा, "बिहार दिवस पर सभी को, खासकर बिहार के लोगों को बधाई! बिहार में अतीत की धरोहर के साथ वर्तमान का पथ प्रदर्शन भी है।प्राचीनतम गणतंत्र से महात्मा गांधी के चंपारन सत्याग्रह तक की साक्षी रही इस भूमि पर मुझे राज्यपाल की भूमिका निभाने का सौभाग्य मिला है। इस अवसर पर मेरी शुभकामनाएँ।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए ट्विटर पर लिखा, “बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं”
बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। जय हिंद-जय बिहार #जुग_जुग_जिये_बिहार"
वहीं, बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने बिहार दिवस के अवसर पर अपने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए एक खास अपील की है। पंकज ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए खादी वस्त्रों को खरीदने की अपील की है।
बिहार के हैं खास मायने
बिहार ने अपने ज्ञान और परिश्रम से भारत को हर क्षेत्र में आगे ले जाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बिहार का उल्लेख वेदों, पुराणों और प्राचीन महाकाव्यों में भी मिलता है और यह राज्य महात्मा बुद्ध और 24 जैन तीर्थंकरों की कर्मभूमि रहा है। इतना ही नहीं बिहार की जमीं से कई सितारे भी निकले जो आज दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं।
शाषण प्रशासन के कई मामलों से लेकर सामाजिक आंदोलन के क्षेत्र में बिहार देश का रोल माडल बना है। महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में पंचायती राज संस्थानों में आधी आबादी को आरक्षण देने तथा सरकारी नौकरियों में उन्हें 33 फीसदी सीटें सुरक्षित करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। पूर्ण शराबबंदी कानून को लागू करने वाला भी बिहार देश का इकलौता राज्य है।
एशिया का अनोखा ग्लास ब्रिज राजगीर में बन कर तैयार है। बिहार में चंपारण के तराइ इलाके से लेकर राजगीर, नालंदा, पावापुरी, बोधगया में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षण के केंद्र हैं।
Edited by Ranjana Tripathi