Bisleri की अब विदेशी बाजार में उतरने की तैयारी, दुबई की कंपनी के साथ किया समझौता
Tata Group अनुमानित तौर पर 6000-7000 करोड़ रुपये में बिसलेरी इंटरनेशनल का अधिग्रहण करने जा रहा है. इस सौदे के तहत कंपनी का मौजूदा मैनेजमेंट दो साल तक अपना काम करता रहेगा.
टाटा ग्रुप
की कंपनी बनने जा रही बिसलेरी इंटरनेशनल बहुत ही जल्द विदेशी बाजार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने जा रही है. इसके लिए बिसलेरी इंटरनेशनल ने अपना पहला इंटरनेशनल मैन्यूफैक्चरिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन समझौता दुबई के नासिर अब्दुल्ला लूता ग्रुप (Nasser Abdulla Lootah Group) के साथ किया है.बता दें कि, नासिर अब्दुल्ला ग्रुप एक 25 साल पुरानी कंपनी है. इसका कारोबार ट्रैवेल, शिपिंग, लॉजिस्टिक्स, मिनरल वाटर, रियल एस्टेट और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टरों में फैला हुआ है.
नासिर अब्दुल्ला ग्रुप की कंपनी अमीरात ड्रिंकिंग वाटर (Emirates Drinking Water), भारतीय कंपनी बिसलेरी के बिसलेरी और वेदिका वाटर ब्रांड्स का उत्पादन अपने दुबई प्लांट्स में करेगी. इसे बड़े पैमाने पर प्रीमियम जनरल और मॉडर्न ट्रेड स्टोरों, होटलों, रेस्टोरेंटों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों के माध्यम से दुबई, शारजाह और अबुधाबी में बेचा जाएगा.
बिसलेरी इंटरनेशनल के सीईओ एंजेलो जॉर्ज ने कहा, 'पानी के बोतल के मामले में दुबई दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है. इसका मुख्य कारण वहां का गर्म मौसम, घर में आरओ प्यूरीफेशन मशीन लगाने वाली इंडस्ट्री का न होना है. यही कारण है कि वहां पर पीने के पानी के लिए बोतल वाले पानी का ही इस्तेमाल किया जाता है. तीसरा बड़ा कारण यह है कि वह पर्यटन का एक बड़ा केंद्र है और वहां पर एंटरटेनमेंट, रेस्टोरेंट और होटल इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है.'
फिलहाल, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की लोकल कंपनियों का ही वहां के पानी के बोतल वाले मार्केट पर कब्जा है. जॉर्ज ने कहा कि स्थापित कंपनियों को मार्केट में उतरकर उसमें हलचल पैदा करनी चाहिए. इस तरह, यूएई में बिसलेरी की एंट्री उसकी दूसरे मध्य पूर्वी बाजारों में भी मौजूदगी को बढ़ाने का रास्ता तैयार करेगी.
कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, अमीरात ड्रिंकिंग वाटर रोजाना 45 हजार कार्टन का उत्पादन कर सकती है. 2015 में, बिसलेरी ने मध्य पूर्व में एक फ़्रैंचाइज़ी डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल शुरू किया, लेकिन वह बहुत जल्दी समाप्त हो गया.
इस सौदे की जानकारी एक ऐसे समय में आई है जब टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स भारत के एफएमसीजी मार्केट के सबसे बड़े सौदे को पूरा करने जा रहा है. टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स अनुमानित तौर पर 6000-7000 करोड़ रुपये में बिसलेरी इंटरनेशनल का अधिग्रहण करने जा रहा है. इस सौदे के तहत कंपनी का मौजूदा मैनेजमेंट दो साल तक अपना काम करता रहेगा. रिलायंस और नेस्ले जैसी बड़ी कंपनियां भी बिसलेरी को ख़रीदना चाह रही थीं.
बता दें कि, Bisleri मूल रूप से एक इटालियन ब्रांड था जिसने 1965 में मुंबई में भारत में एक दुकान से शुरूआत की थी. बिसलेरी इंटरनेशनल के मालिक रमेश चौहान ने 1969 में इसे अधिग्रहित किया था. कंपनी के 122 ऑपरेशनल प्लांट हैं और भारत और पड़ोसी देशों में 4,500 डिस्ट्रीब्यूटर्स और 5,000 ट्रकों का नेटवर्क है.
Edited by Vishal Jaiswal