हर कोई बनना चाहता है अगला शाहरुख या सलमान खान : रणदीप हुड्डा
जाने-माने बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा सच्चे आत्मविश्वास में भरोसा रखते हैं लेकिन आत्मसंतुष्ट नहीं होते। वह खुद से प्रतिस्पर्धा करते हैं और अपनी बात खुद करना पसंद करते हैं।
रणदीप हुड्डा को बॉलीवुड में उनकी गहन और बहुमुखी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। वह हमेशा अपने कैरेक्टर्स के जरिये हमारे दिलों पर राज करने में कामयाब रहे हैं - फिर चाहे 2014 में आई फिल्म हाईवे में एक अपहरणकर्ता का रोल हो या मर्डर 3 में एक फैशन और वन्यजीव फोटोग्राफर हो।
हो सकता है वे आपके रेग्युलर बॉलीवुड हीरो नहीं हो, जो अक्सर फिल्म में अभिनय करते हैं, लेकिन जब भी वह कोई फिल्म करते हैं, तो वे अपनी बारीकियों से हमें प्रभावित करने में कभी विफल नहीं होते हैं। वह दर्शकों और फैन्स के दिलों पर छाप छोड़ ही जाते हैं।
अपनी परफॉर्मेंस पर मिलने वाले कॉम्पलीमेंट्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “आप मुझे पसंद करते हैं, क्योंकि मैं हर फिल्म में बहुत काम करता हूं और इसमें समय लगता है।”
उन्होंने योरस्टोरी की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ बातचीत करते हुए बताया,
“मैं खुद को दोहराना पसंद नहीं करता और हर किरदार में अपने लिए और दर्शकों के लिए एक नई दुनिया क्रिएट करने की कोशिश करता हूँ। और यह मेरी खुशी है।”
लोग अक्सर उन्हें कॉपी करते हुए उनकी तरह बनने की कोशिश करते हैं। हालांकि रणदीप हमेशा अपने आप में सच्चे बने रहने की कोशिश करते हैं।
रणदीप जो फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) में पढ़ाते थे, अक्सर अपने छात्रों से पूछते हैं कि वे किस तरह के अभिनेता बनना चाहते हैं।
“लोग रॉबर्ट डी नीरो (Robert De Niro) और जैक निकोलसन (Jack Nicholson) से लेकर शाहरुख खान और सलमान खान तक - सब के बारे में बात करते थे। कुछ छात्र मुझसे पूछते हैं कि मैं कौन सा एक्टर बनना चाहता हूं। मैं उन्हें बताता हूं कि मैं हमेशा से रणदीप हुड्डा ही बनना चाहता था, ” अभिनेता का कहना है कि इससे उन्हें एक पहचान भी मिली है।
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रोल्स को लेकर सिलेक्टिव
नॉन-फिल्मी बैकग्राउंड से आने वाले, रणदीप ने इंडस्ट्री में खुद के लिए एक जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 2001 में मीरा नायर की फिल्म मॉनसून वेडिंग (Monsoon Wedding) से की थी जहाँ उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के NRI की भूमिका निभाई थी। हालाँकि, उनहें सफलता, पीरियड एक्शन ड्रामा फिल्म वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई (Once Upon a Time in Mumbaai) से मिली, जहाँ उनके अभिनय को आलोचनात्मक प्रशंसा मिली।
उन्होंने बाद के वर्षों में रंग रसिया (Rang Rasiya), हाइवे (Highway ) और सरबजीत (Sarbjit) में अपनी परफॉर्मेंस से हमें इम्प्रेस करना जारी रखा। हाल ही में रणदीप अमेरिकी एक्शन-थ्रिलर फिल्म एक्सट्रैक्शन (Extraction) में नज़र आए जो इस साल अप्रैल में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई थी।
हालांकि, अभिनेता का कहना है कि जब फिल्मों की बात आती है, तो वे चुज़ी होते हैं। वे कहते हैं,
“मैं चीजों को लेकर थोड़ा हो गया हूं क्योंकि जब तक यह मेरे दिल को नहीं छूती है, यह कभी किसी और के दिल को नहीं छू सकती है।”
वह आगे कहते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय विषयों वाली फिल्में करना चाहते हैं जो न केवल भारत के लिए सब्जेक्टिव हैं, बल्कि वैश्विक दर्शकों द्वारा सराही जा सकती हैं।
“हालांकि, इस तरह के प्रोजेक्ट्स मेरे जैसे किसी व्यक्ति के लिए आना आसान नहीं है, जो वास्तव में मिंगलर नहीं है, खासकर फिल्म बिरादरी के भीतर। मैं सिर्फ वही करना चाहता हूं जो मैं करता हूं और वह केवल दिल से की गई चॉइसेज से आता है। और ये चॉइसेज बहुत अधिक नहीं हैं।”
खुद को डिस्कनेक्ट करना
एक प्रतिभाशाली अभिनेता और एक घुड़सवार होने के अलावा, रणदीप को स्थिरता, वन्य जीवन और संरक्षण के मामलों पर बोलने के लिए जाना जाता है। जब वे फिल्में नहीं कर रहे होते हैं, तब उन्हें अक्सर अपने कुत्तों और घोड़ों के साथ समय बिताने या पर्यावरण के साथ निकटता से काम करते देखा जाता है।
पर्यावरणीय कारणों के प्रति समर्पण के लिए, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environmental Programme) ने उन्हें फरवरी में प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के लिए एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया।
रणदीप कहते हैं,
“मैं अपनी बात करता हूं और मुझे बहुत अच्छा लगता है कि मेरा काम सराहा गया। मुझे इसके लिए बहुत प्यार और सम्मान मिला है। मैं कोशिश करता हूं और अपने काम को सर्वश्रेष्ठ देता हूं। यह मेरे काम की मात्रा को कम कर देता है और मुझे अगले रेंट चैक के लिए भी भूखा रखता है, ताकि मैं आत्मसंतुष्ट न रहूं।”
अंत में उन्होंने कहा,
“जीवन की सबसे बुरी चीजें आपको सबसे अच्छी चीजें सिखाती हैं। मुझे लगता है कि मैं अब एक बेहतर इंसान हूं। मैं सिख धर्म का प्रचार करता हूं और मेरे अंदर सेवा की भावना और आभार है।”