बेंगलुरु में आधी कीमत पर पानी मुहैया करा रहा है बोसोन ह्वाइट वाटर स्टार्टअप
हमारे देश में आगामी कुछ वर्षों में स्टार्टअप मूल्यांकन 390 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इन्ही संभावनाओं ने विकास ब्रह्मावर को इतना उत्साहित किया कि अपनी यूके की 'टाइलर कैपिटल' कंपनी की नौकरी छोड़कर 'बोसोन व्हाइट वाटर' स्टार्टअप चला रहे हैं, जो लोगों को आधी कीमत पर स्वच्छ पानी मुहैया करा रहा है।
इस समय भारत अनुकूल स्टार्टअप परिवेश की दृष्टि से विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। इस साल 2019 में 1,100 स्टार्टअप जुड़े और इसके साथ प्रौद्योगिकी स्टार्टअप की कुल संख्या पिछले पांच साल में बढ़कर 2019 नवंबर तक 8,900 से 9,300 पहुंच गई है। निकट भविष्य में 2025 तक घरेलू स्टार्टअप परिवेश में 10 गुना वृद्धि की संभावना है।
जहां तक बाजार में इसके मूल्यांकन की बात है, यह 2014 के बाद मात्र दस साल में 350 अरब से 390 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है। इससे स्टार्टअप क्षेत्र में आगामी कुछ वर्षों में 40 लाख रोजगार सृजन का अनुमान है।
इस प्रतिस्पर्धा में बेंगलुरू टॉप पर चल रहा है। ऐसे परिवेश में ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास ब्रह्मावर अपनी यूके की 'टाइलर कैपिटल' कंपनी की नौकरी छोड़कर बेंगलुरु में पानी का स्टार्टअप चला रहे हैं। उनका मानना है कि क्वालिटी की दृष्टि से पानी की हमारे देश में भारी डिमांड है।
सीवेज का पानी होता है रिसाइकल
ब्रह्मावर ने एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के रिसाइकिल्ड पानी को फिर से इस्तेमाल करने लायक बनाता है। इसके लिए उन्होंने इजराइल, सिंगापुर और नामीबिया सहित कई देशों के वाटर मैनेजमेंट मॉडल का अध्ययन करने के बाद खुद का 'बोसोन व्हाइट वाटर' नाम से स्टार्टअप शुरू किया। उनकी कंपनी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी को साफ कर घरेलू कामकाज जैसे टॉयलेट फ्लशिंग, गार्डेनिंग आदि के लायक बनाती है।
इस समय बेंगलुरू के कई आईटी पार्क, मॉल और बड़े अपार्टमेंट उनके क्लाइंट हैं, जो पहले टैंकर के पानी का इस्तेमाल करते रहे हैं। वह टैंकर वाले पानी से काफी कम कीमत पर बेहतर क्वालिटी का पानी मुहैया करा रहे हैं।
जुटाया है बड़ा निवेश
ब्रह्मावर का मानना है कि उच्च शिक्षा प्राप्त सुयोग्य युवाओं के लिए अब नौकरियों में कोई खास संभावना नजर नहीं आती है। संभवतः नवाचार की ऐसी ही स्थितियों के मद्देनजर अनिल नागर और सौरभ बंसल की स्टार्टअप कंपनी ‘अड्डा247’ ने तो 60 लाख डॉलर का कोष जुटा लिया। वह अब तक लगभग एक करोड़ डॉलर जुटा चुकी है और उससे चार करोड़ से अधिक उपयोक्ता और 30 लाख से अधिक सक्रिय दैनिक उपयोक्ता जुड़ चुके हैं।
ब्रह्मावर बताते हैं कि
"'बोसोन व्हाइट वाटर' स्टार्टअप कंपनी इस समय सीवेज प्लांट का पानी टैंकर वाले पानी की तुलना में आधी कीमत पर मुहैया करा रही है। उनकी कंपनी का सस्ता पानी प्राप्त करने के लिए उपयोक्ता को कंपनी का सिस्टम अपने यहां इंस्टॉल कराना होता है। इसके बाद ही वह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का रिसाइकिल्ड पानी खरीद सकते हैं।"
ब्रह्मावर आगे बताते हैं कि
"वैसे तो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के रिसाइकिल्ड पानी को लेकर लोगों में हाइजेनिक न आदि की कई गलत धारणाएं हैं। उनकी कंपनी का सिस्टम रिसाइकिल्ड पानी की हर तरह की कमियों को किनारे कर देता है। प्रति लीटर छह पैसे के हिसाब से 60 हजार लीटर पानी पर लगभग साढ़े तीन हजार रुपए खर्च हो जाते हैं।"
उनकी कंपनी अपने क्लाइंट को लाइव मॉनिटरिंग के लिए ऑनलाइन डैशबोर्ड भी मुहैया कराती है। इसके जरिए कहीं से भी पानी की क्वालिटी और मात्रा पर नजर रखी जा सकती है। दूसरी खास बात ये है कि उनकी कंपनी का सिस्टम क्लाइंट के परिसर में ही सीवेज प्लांट के पानी को साफ करता है।