त्योहारों के बाद शादी सीजन से कारोबारियों को आस, 3.75 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद
कैट के सेक्रेटरी जनरल प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि अकेले दिल्ली में इस दौरान साढ़े तीन लाख से अधिक शादियां होने की उम्मीद है, जिससे करीब 75,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है.
त्योहारी सीजन बीत जाने के बाद अब कारोबारी शादियों के सीजन के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं. द कंफडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक सर्वे के मुताबिक, इस शादी सीजन देशभर में 32 लाख शादियां होंगी, जिससे 3.75 लाख करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है.
सर्वे में कहा गया है कि अकेले दिल्ली में इस दौरान 3.5 लाख शादियां होने की अनुमान है. इस पर लगभग 75,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पिछले साल इसी अवधि के दौरान देशभर में 25 लाख शादियां हुई थीं, जिस दौरान तीन लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था.
कैट के सेक्रेटरी जनरल प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि अकेले दिल्ली में इस दौरान साढ़े तीन लाख से अधिक शादियां होने की उम्मीद है, जिससे करीब 75,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है.
इस सर्वे में 35 शहरों के 4032 व्यापारियों और सर्विस प्रोवाइडर्स से जवाब लिए गए है. कैट ने कहा है कि शादियों के सीजन में कारोबार की अच्छी संभावनाओं को देखते हुए देशभर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारी की है. आपको बता दें कि चार नवंबर से मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं और यह 14 दिसंबर तक चलेंगे.
कैट के मुताबिक, हर शादी में कुल रकम में से 20 प्रतिशत खर्च दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग खुद करते हैं. जबकि समारोह में खर्च होने वाला 80 प्रतिशत पैसा खर्च वेडिंग मैनेजमेंट के पास जाता है. शादी सीजन से पहले एक बड़ी राशि मकानों की मरम्मत के तौर पर पहले ही खर्च की जा चुकी है.
इसके अलावा इस बार आभूषण, साड़ी, लहंगा, फर्नीचर, कपड़े, सूखे मेवे, मिठाई, पूजा सामग्री, किराना, खाद्यान्न, सजावट के सामान की भी अच्छी मांग रहने की उम्मीद है. देशभर में बैंक्वेट हॉल, होटल, खुले लान, सामुदायिक केंद्र, सार्वजनिक पार्क, फार्म हाउस शादियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. इवेंट मैनेजमेंट भी एक बड़े बिजनेस सेक्टर के तौर पर उभरा है.
कैट ने शादियों की संख्या को देखते हुए अनुमान लगाया है कि 05 लाख शादियों पर करीबन तीन लाख रुपये खर्च होंगे. 10 लाख शादियों में हर शादी पर लगभग पांच लाख रुपये का खर्च आएगा. 10 लाख शादियां 10 लाख रुपये खर्च वाली होंगी.
वहीं 05 लाख शादियों पर 25 लाख रुपये से अधिक खर्च होने की उम्मीद है. 50,000 शादियों पर 50 लाख रुपये से एक करोड़ तक का होगा, जबकि 50 हजार शादियां ऐसी होंगी, जिस पर एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे.
Edited by Upasana