केंद्र ने एयर इंडिया कर्मचारियों को थमाया नोटिस, 26 जुलाई तक खाली करनी होगी आवासीय कॉलोनियां
पिछले साल अक्टूबर में देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के स्वामित्व वाले टाटा संस (Tata Sons) ने एयर इंडिया (Air India) को 18,000 करोड़ रुपये में खरीद लिया था. और कंपनी पूरी तरह से प्राइवेट हो गई.
अब, केंद्र सरकार ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को कंपनी द्वारा दिए गए आवासों को खाली करने के लिए कहा है. सरकार ने इसके लिए 26 जुलाई तक की समय सीमा निर्धारित की है. सरकार ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे 26 जुलाई तक आवास खाली नहीं करते हैं तो परिणामस्वरूप कर्मचारियों को जुर्माना, क्षति शुल्क और सेवानिवृत्ति और अन्य कर्मचारी लाभों से हाथ धोना पड़ेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर इंडिया की दो प्रमुख हाउसिंग कॉलोनियां हैं: दिल्ली के वसंत विहार में और एक मुंबई के कलिना में. दोनों जगहों पर करीब 1,800 कर्मचारी रहते हैं. वहीं, कर्मचारी संघों ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है और कहा है कि वे बेदखली के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की योजना बना रहे हैं.
PTI की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया द्वारा 18 मई को जारी एक आदेश में कहा गया है, "अब हमें AI Assets Holding Ltd (AIAHL) से 17 मई, 2022 को एक ई-मेल प्राप्त हुआ है. इसमें हमें Air India Specific Alternative Mechanism (AISAM) के निर्णय के तहत 26 जुलाई तक कंपनी द्वारा दिए गए आवासों को खाली करने के लिए कर्मचारियों को रिमाइंडर भेजने की सलाह दी गई है, जिससे उन्हें पहले ही अवगत करा दिया गया है."
कंपनी ने आगे बताया, "AIAHL के उपरोक्त निर्देशों के अनुरूप, इन आवासों में रहने वाले कर्मचारियों को जारी किए गए नोटिस का ड्राफ्ट भी साथ भेजा गया है."
गौरतलब हो कि AIAHL की स्थापना 2019 में केंद्र द्वारा विनिवेश के बाद Air India ग्रुप की गैर-प्रमुख संपत्तियों को बेचकर कर्ज से निपटने के लिए की गई थी.