CJI चंद्रचूड़ ने की थी Moonlighting, AIR में थे रेडियो जॉकी, 'डेट विद यू' जैसे शो करते थे होस्ट
कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के साथ ही कमाई के लिए स्वतंत्र कोई अन्य काम भी करता है तो उसे ‘Moonlighting’ कहा जाता है.
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्होंने अपने 20s के शुरुआत में ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के लिए एक रेडियो जॉकी के रूप में काम किया था. CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि वह 'प्ले इट कूल', 'डेट विद यू', या 'संडे रिक्वेस्ट' जैसे शो होस्ट करते थे.
बता दें कि, कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के साथ ही कमाई के लिए स्वतंत्र कोई अन्य काम भी करता है तो उसे ‘Moonlighting’ कहा जाता है. देश की टॉप टेक कंपनियां Moonlighting को लेकर बेहद चिंतित हैं और Wipro Ltd और Infosys जैसी कुछ कंपनियों ने इसे नैतिकता से जुड़ा मुद्दा बताते हुए कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.
पिछले हफ्ते गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, "बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते हैं, लेकिन मैंने आकाशवाणी में अपने 20s के शुरुआत में एक रेडियो जॉकी के रूप में 'प्ले इट कूल' या 'ए डेट विद यू' या 'संडे रिक्वेस्ट' जैसे कार्यक्रम किए थे."
इसके बाद हल्के-फुल्के अंदाज में उन्होंने मजाक में कहा कि 'वकीलों का संगीत खत्म' होने के बाद भी वह रोजाना घर पर संगीत सुनते हैं.
उन्होंने कहा कि संगीत के लिए मेरा प्यार आज भी कायम है. इसलिए जब मैं हमेशा कानों प्रिय नहीं लगने वाला वकीलों का संगीत सुन लेता हूं, तब मैं वापस जाता हूं और संगीत सुनता हूं.
वह बार काउंसिल ऑफ इंडिया की एक पहल, गोवा में इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च (IIULER) के पहले शैक्षणिक सत्र का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने छात्रों से हमेशा जिज्ञासु रहने को कहा. उन्होंने कहा कि स्वयं को जानने का प्रयास करें. स्वयं को जानने की खोज एक निरंतर खोज है. आपको उस खोज को जल्दी शुरू करना चाहिए. अपनी आत्मा और अपने मन को समझने के लिए बेहतर खोज करें.
बता दें कि, CJI चंद्रचूड़ ने पिछले महीने भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी. शपथ लेने के बाद मीडिया को दिए अपने पहले बयान में उन्होंने कहा था कि आम नागरिक की सेवा करना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा था, "मुझे उम्मीद है कि मेरे कार्यकाल में सद्भाव और संतुलन बना रहेगा. मैंने अपने बुजुर्गों से यह सीखा है कि यह हमारे समाज की शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है."
Edited by Vishal Jaiswal