Coke का Maaza भी बनने वाला है 1 अरब डॉलर का ब्रांड! बेवरेजेस में मुकेश अंबानी की एंट्री पर क्या बोली कंपनी
माजा पहले पारले बिसलेरी का ब्रांड था. 1993 में कोका कोला ने भारतीय बाजार में वापसी की और माजा को खरीद लिया.
पेय पदार्थ कंपनी कोका कोला (
) ने उम्मीद जताई है कि अगले दो वर्ष में उसके जूस ब्रांड माजा (Maaza) का कारोबार एक अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा. साथ ही यह भी कहा है कि कार्बोनेटेड बेवरेजेस मार्केट में रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) जैसी नई कंपनी का उतरना उसके लिए चिंता का विषय नहीं है. कोका कोला श्वेप्स और स्मार्टवॉटर जैसे महंगे ब्रांड में अपने कदम बढ़ा रही है. इसके अलावा मुद्रास्फीतिक चिंताओं के बीच वह छोटे पैक का दांव खेल रही है, जिससे कि घर-घर पैठ बनाई जा सके.बता दें कि मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस रिटेल भारत में शीतल पेय बाजार में प्रवेश करने के अपने इरादे का संकेत देते हुए घरेलू ब्रांड कैंपा कोला का अधिग्रहण कर चुकी है. यह डील 22 करोड़ रुपये में हुई. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कंपनी के प्रेसिडेंट (भारत एवं दक्षिण पश्चिम एशिया) संकेत राय का कहना है कि मानसून अच्छा रहना, रोजगार बाजार में तेजी और इंफ्रास्ट्रक्चर जनरेशन में सरकारी निवेश जैसे सकारात्मक कारकों के बूते उन्हें उम्मीद है कि ग्रामीण बाजार का प्रदर्शन अच्छा रहने वाला है.
हमेशा से कोक का नहीं था Maaza
माजा पहले पारले बिसलेरी का ब्रांड था. 1993 में कोका कोला ने भारतीय बाजार में वापसी की और माजा को खरीद लिया. साथ ही थम्स अप, लिम्का, सिट्रा और गोल्ड स्पॉट जैसे ब्रांड्स को भी खरीद लिया. कोका कोला ने पिछले हफ्ते बताया था कि उसका ब्रांड ‘स्प्राइट’ भारतीय बाजार में 1 अरब डॉलर का ब्रांड बन गया है. इस वर्ष जनवरी में कोका कोला ने कहा था कि उसका भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड थम्सअप 2021 में 1 अरब डॉलर का ब्रांड बन गया था.
2022 में माजा के कितने कारोबार की उम्मीद
कंपनी को उम्मीद थी कि माजा भी 2023 में एक अरब डॉलर का ब्रांड हो जाएगा लेकिन 2022 में आम के दाम बढ़ने से ऐसा हो नहीं सका. अब कंपनी को उम्मीद है कि अगले दो साल में माजा भी 1 अरब डॉलर के ब्रांड की श्रेणी में आ जाएगा. राय ने कहा, ‘‘हमारी इच्छा है कि माजा भी एक अरब डॉलर का ब्रांड बन जाए लेकिन हो सकता है कि इसमें समय लगे और अगले साल तक ऐसा नहीं हो पाए. आम का गूदा महंगा हो जाने से यह अगले साल संभवत: नहीं हो पाएगा लेकिन 2024 में ऐसा होना चाहिए.’’ उन्होंने बताया कि माजा के मौजूदा कारोबार का आकार इस वर्ष के अंत तक 4,500 करोड़ रुपये से 5,000 करोड़ रुपये के बीच होगा. भारत कोका कोला के लिए विश्व का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है.
प्रतिस्पर्धा बढ़ना सकारात्मक
बेवरेजेस सेगमेंट में रिलायंस रिटेल और टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) जैसी बड़ी कंपनियों के प्रवेश के बाद बाजार के डायनैमिक्स के बारे में पूछे जाने पर, राय ने कहा कि यह सकारात्मक है और इससे श्रेणी के विस्तार में मदद ही होगी. उनके अनुसार, भारत की दो कंपनियों की बेवरेजेस मार्केट में एंट्री, बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के साथ एक महान अवसर है और वे बाजार को और विकसित करने, कैटेगरी विकसित करने के लिए इनोवेशंस लाने और अंततः उपभोक्ताओं को लाभान्वित करने के लिए निवेश करेंगे.
हालांकि, राय ने यह भी कहा कि रिलायंस रिटेल और टीसीपीएल के प्रवेश से स्थानीय स्तर पर कुछ व्यवधान हो सकते हैं, जिससे कंसोलिडेशन हो सकता है लेकिन मूल्य निर्धारण गेम चेंजर नहीं होगा. टीसीपीएल बेवरेजेस मार्केट में अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है.
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Edited by Ritika Singh